तमिलनाडु में हुई हाथी की हत्या के मामले में किसी मुस्लिम युवक अरबाज खान का नाम शामिल नहीं है। वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा भ्रामक है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक हाथी पर कुछ जलती हुई चीज फेंकी जाती है, जिसके बाद हाथी भाग खड़ा होता है। दावा किया जा रहा है कि हाथी पर अरबाज खान नाम के व्यक्ति ने जलता हुआ टायर फेंका था, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है। तमिलनाडु के मसिनगुड़ी इलाके में 19 जनवरी को यह घटना हुई थी, जिसमें मुदुमलई टाइगर रिजर्व जोन के 40 वर्षीय हाथी की मृत्यु हो गई थी, लेकिन इस घटना में किसी अरबाज खान का हाथ नहीं था।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर विजय गुप्ता ने यह वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखाः यह बहुत ही विचलित करने वाली घटना है तमिलनाडु के निलीगिरी में जिहादी अरबाज खान ने जलता हुआ टायर हाथी के ऊपर फेंक दिया! जिससे झुलस जाने के कारण इलाज के दौरान हाथी की मौत हो गई.. इन जाहिल से तो जानवर भी सुरक्षित नहीं है! राज्य की पुलिस सो रही है क्या ऐसे लोगों को संरक्षण है क्या?
वायरल वीडियो दिल दहला देने वाला है, इसलिए हम यहां इस वीडियो को शामिल नहीं कर रहे हैं। वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले इंटरनेट पर कीवर्डस की मदद इस घटना के बारे में सर्च किया। हमें ऐसी बहुत सारी मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें वायरल वीडिया भी शामिल है। इसके अनुसार निलगिरीज के मसिनगुड़ी में गांव वालों ने हाथी को भगाने के लिए उस पर जलता हुआ कुछ फेंका। वह जाकर हाथी के कान पर चिपक गया, जिससे हाथी वहां से भाग गया। बाद में फॉरेस्ट रेंजर्स को हाथी काफी कमजोर हालत में कान और पीठ से जला हुआ मिला। 19 जनवरी को जब उसे ट्रैंकुलाइज कर ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल कैम्प ले जाया जा रहा था, तब हाथी की मौत हो गई।
इस पूरी घटना में तीन आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है, जिनमें से दो की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि एक फरार है।
विश्वास न्यूज ने मुदुमलई टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर एलसीएस श्रीकांत से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि घटना सत्य है। कुछ गांव वालों ने 3 जनवरी को हाथी को भगाने के लिए इस तरह का तरीका अपनाया, लेकिन इससे हाथी की मौत हो गई। इस मामले में प्रसंत सुगुमरन, रेमंड डीन और रिकी रेयान के नाम शिकायत दर्ज की गई है। इनमें से रेयान अभी तक फरार है, जबकि बाकी दो की गिरफ्तारी हो चुकी है। सोशल मीडिया पर इस मामले को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है, यह गलत है। इस मामले में किसी अरबाज खान नाम के व्यक्ति का इसमें कोई हाथ नहीं है।
अब बारी थी फेसबुक पर इस पोस्ट को साझा करने वाले यूजर विजय गुप्ता के बारे में जानने की। हमने यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि यूजर के इस अकाउंट पर 2500 से ज्यादा लोग उसकी फ्रेंड लिस्ट में जुड़े हुए हैं।
निष्कर्ष: तमिलनाडु में हुई हाथी की हत्या के मामले में किसी मुस्लिम युवक अरबाज खान का नाम शामिल नहीं है। वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा भ्रामक है।
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