Fact Check: पान के सेवन से कोरोना वायरस से बचाव का फ़र्ज़ी दावा हो रहा सोशल मीडिया पर वायरल
विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि पान के सेवन के ज़रिये कोरोना वायरस से बचाओ का दावा गलत है। कोई भी ऐसा साइंटिफिक सबूत मौजूद नहीं है, जो इस दावे को सही साबित करता हो।
- By: Umam Noor
- Published: May 25, 2021 at 07:36 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से जुडी फ़र्ज़ी ख़बरों और अफवाहों का सिलसिला अभी भी जारी है। इसी तर्ज़ पर अख़बार की एक क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें वैद्य एम् आर शर्मा के हवाले से यह दावा किया गया है कि अगर पान का सेवन किया जाए तो कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है।
पान के सेवन के ज़रिये कोविड 19 वायरस से बचने का कोई भी साइंटिफिक सबूत मौजूद नहीं है। वायरल दावा पूरी तरह बेबुनियाद है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर ‘फ़िरोज़ खान’ ने न्यूज़पेपर क्लिप को शेयर किया, जिसकी सुर्खी में लिखा था- ‘पान के पत्तों का सेवन करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है: वैद्य एम्आर शर्मा”.
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।
पड़ताल
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने यह जानने की कोशिश की क्या पान खाने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। न्यूज़ सर्च के दौरान हमें WHO साउथ एशिया रीजन के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर 17 जून 2020 को शेयर की गयी एक पोस्ट मिली, जिसमें बताया गया कि उबले हुए पान खाने से कोरोना वायरस के इलाज का दावा गलत है।
इंडियन एक्सप्रेस में पब्लिश हुई खबर के मुताबिक, पान के पत्ते में वास्तव में कई उपचारात्मक और हीलिंग लाभ होते हैं। पत्ते विटामिन-सी, थायमिन, नियासिन, राइबोफ्लेविन और कैरोटीन जैसे विटामिन से भरपूर होते हैं और कैल्शियम का एक बड़ा स्रोत होते हैं। वास्तविक औषधीय लाभ अन्य गैर-पोषक तत्वों से उत्पन्न होते हैं। इनमें इसके शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी यौगिक जैसे फाइटोकेमिकल्स शामिल हैं, जिनमें फेनोलिक यौगिक, फ्लेवोनोइड्स, टैनिन, अल्कलॉयड, स्टेरॉयड और क्विनोन शामिल हैं।
हालांकि, इंटरनेट पर मौजूद आर्टिकल्स के मुताबिक, पान के पत्ते इम्युनिटी बढ़ाने में कुछ हद तक कारगर साबित हो सकते हैं। आर्टिकल्स यहाँ, यहाँ और यहाँ पढ़ें।
अब तक की पड़ताल से यह तो साफ़ हो गया था कि पान के पत्तों के सेवन से कोरोना वायरस से बचाव का कोई भी पुख्ता प्रमाण मौजूद नहीं है। अपनी तफ्तीश को आगे बढ़ाते हुए हमने यह जानना चाहा कि क्या वैद्य एमआर शर्मा ने वायरल न्यूज़ क्लिप जैसा कोई बयान दिया है।
विश्वास न्यूज़ से बात करते हुए वैद्य एमआर शर्मा के भाई खेमचंद्र शर्मा ने पुष्टि की कि उनके भाई ने यह बयान पिछले साल दिया था, लेकिन साथ में उन्होंने यह भी कहा कि इस बयान का कोई साइंटिफिक सबूत नहीं है। विश्वास न्यूज़ के साथ उन्होंने इस बयान से जुडी एक वीडियो भी शेयर की।
वायरल पोस्ट से जुडी पुष्टि के लिए हमने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ आयुर्वेदा के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर हरीश भाकुनी से सम्पर्क किया और उनके साथ वायरल दावा शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि पान खाने से कोरोना वायरस से बचाव या ठीक होने का कोई भी सबूत मौजूद नहीं है और ये दावा फ़र्ज़ी है।
फ़र्ज़ी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘फ़िरोज़ खान’ की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर नागपुर का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि पान के सेवन के ज़रिये कोरोना वायरस से बचाओ का दावा गलत है। कोई भी ऐसा साइंटिफिक सबूत मौजूद नहीं है, जो इस दावे को सही साबित करता हो।
- Claim Review : पान के पत्तों का सेवन करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है: वैद्य एम्आर शर्मा
- Claimed By : Firoz Khan
- Fact Check : झूठ
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