Fact Check: कन्हैयालाल के हत्यारोपियों को पकड़ने वाली पुलिस टीम का हिस्सा नहीं थे कॉन्स्टेबल भजेराम

विश्वास न्यूज की पड़ताल में घायल पुलिसकर्मी के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। वीडियो में नजर आ रहा घायल कॉन्स्टेबल कन्हैयालाल के कथित हत्यारोपियों को पकड़ने वाली पुलिस टीम का हिस्सा नहीं थे। घायल पुलिसकर्मी का नाम भजेराम सिंह है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक घायल पुलिसकर्मी के वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कन्हैयालाल के हत्यारों को गिरफ्तार करने वाले एक पुलिसकर्मी पर कुछ लोगों ने तलवार से हमला कर दिया। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। वीडियो में नजर आ रहा घायल कॉन्स्टेबल कन्हैयालाल के कथित हत्यारोपियों को पकड़ने वाली पुलिस टीम का हिस्सा नहीं थे। घायल पुलिसकर्मी का नाम भजेराम सिंह है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर दीपक शर्मा ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “कन्हैयालाल के हत्यारों को गिरफ्तार करने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल पर तलवार से हमला, कुछ ही दिन पहले किया था रियाज और गौस को गिरफ्तार।”

इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें 4 जुलाई 2022 को प्रकाशित दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो राजस्थान के राजसमंद जिले के भीम इलाके में हुई एक घटना का है। घायल कॉन्स्टेबल का नाम भजे सिंह है। कई अन्य न्यूज वेबसाइट ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में राजसमंद के एसपी सुधीर चौधरी के हवाले से बताया गया कि यह हमला एक अफवाह के परिणामस्वरूप हुआ था। घायल कॉन्स्टेबल का कन्हैयालाल की गिरफ्तारी से कोई संबंध नहीं है। कई अन्य न्यूज वेबसाइट ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था।

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने राजसमंद के स्थानीय पत्रकार सुभाष शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। घायल कॉन्स्टेबल का कन्हैयालाल की गिरफ्तारी से कोई संबंध नहीं है। कन्हैयालाल की हत्या के बाद सरकार ने सभी दुकानों और बाजारों को बंद करवा दिया था, लेकिन कुछ दिनों बाद सरकार ने बाजारों और दुकानों को खोलने के आदेश दे दिए थे। शांति कायम रखने के लिए पुलिसकर्मियों को भी इलाके में तैनात किया गया था। इसी दौरान एक शख्स ने आकर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था। कॉन्स्टेबल का नाम भजेराम सिंह है। भजेराम सिंह कन्हैयालाल के कथित हत्यारों को पकड़ने वाली पुलिसकर्मियों की टीम का हिस्सा नहीं थे। इस घटना को लेकर मैंने इनसे बातचीत की है।”

सुभाष शर्मा ने हमें आगे बताया राजसमंद एसपी सुधीर चौधरी ने हमलावर को पुलिस हिरासत में ले लिया है। आरोपी भीलवाड़ा जिले के गुमा के बाड़िया क्षेत्र का रहने वाला है। अभी तक प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि उसे किसी ने पुलिस पर हमला करने के लिए उकसाया था।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाली यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर दीपक शर्मा की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर को दो हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर उत्तराखंड का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में घायल पुलिसकर्मी के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक निकला। वीडियो में नजर आ रहा घायल कॉन्स्टेबल कन्हैयालाल के कथित हत्यारोपियों को पकड़ने वाली पुलिस टीम का हिस्सा नहीं थे। घायल पुलिसकर्मी का नाम भजेराम सिंह है।

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