विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल तस्वीर भारतीय सेना के नेवी जहाज की नहीं, बल्कि अमेरिका के जहाज की है। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2018 में कोलंबिया में हुई एक घटना का है।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। नगालैंड में बीते शनिवार को उग्रवाद विरोधी अभियान और जवाबी हिंसा में 14 आम नागरिकों और एक सैनिक की मौत हो गई। इसी घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में सेना के कुछ लोग एक खेत में खड़े हुए नजर आ रहे हैं और एक शख्स आकर उनके साथ बदसलूकी कर रहा है। दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो नगालैंड का है। लोग सेना के साथ बदसलूकी करते रहते हैं और सेना चुपचाप सहती है। बिना किसी वजह से भारतीय सैनिक कोई कदम नहीं उठाते हैं। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल तस्वीर भारतीय सेना के नेवी जहाज की नहीं, बल्कि अमेरिका के जहाज की है। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2018 में कोलंबिया में हुई एक घटना का है।
फेसबुक यूजर Haridwari Lal ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि !! REMEMBER INDIA !! Soldiers never fire unless attacked upon, even then they warn first! Watch this video, you will know. #NagalandFiring..
(अनुवाद- भारतीय सैनिक तब तक फायर नहीं करते हैं, जब तक हमला सामने से न किया गया हो। इतना ही नहीं पहले वो चेतावनी देते हैं। आप वीडियो में ये साफ-साफ देख सकते हैं। आपको नगालैंड फायरिंग के बारे में तो पता चला ही होगा।)
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखें। ट्विटर पर भी इस दावे को यूजर्स जमकर शेयर कर रहे हैं।
वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले हमने ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल किया। InVID टूल में वीडियो को अपलोड करके कई ग्रैब्स निकाले। फिर इन्हें गूगल रिवर्स इमेज सर्च में अपलोड करके खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ा एक न्यूज बुलेटिन कोलंबिया के न्यूज पोर्टल Cablenoticias पर मिला। 5 जनवरी 2018 को अपलोड बुलेटिन के मुताबिक, वायरल वीडियो कोलंबिया में सेना और मूल निवासियों के बीच हुए टकराव का है।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट कोलंबिया की EL Tiempo नामक एक वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट दी गई जानकारी के अनुसार, कुछ लोगों ने अवैध रूप से एक संपत्ति पर कब्जा कर लिया था। जिस पर झड़प हो गई थी। सेना इस मामले को ही सुलझाने के लिए वहां पर पहुंची थी, लेकिन उग्रवादियों ने सेना के साथ ही बदसलूकी करना शुरू कर दिया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने भारतीय सेना के पीआरओ सुधीर से संपर्क किया। हमने वायरल वीडियो को उनके साथ वॉट्सऐप पर शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। वीडियो का भारतीय सेना से कोई संबंध नहीं है।
इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक Haridwari Lal नाम का फेसबुक यूजर है। Haridwari Lal बरेली के रहने वाले हैं और फेसबुक 2077 लोग इन्हें फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वायरल तस्वीर भारतीय सेना के नेवी जहाज की नहीं, बल्कि अमेरिका के जहाज की है। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2018 में कोलंबिया में हुई एक घटना का है।
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