शिवलिंग पर असदुद्दीन ओवैसी और उसके जवाब में मजार पर योगी आदित्यनाथ के नाम से वायरल हो रहा जवाबी बयान मनगढ़ंत और फेक है। दोनों नेताओं की तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एआईएमआईएम के प्रेसिडेंट असदुद्दीन ओवैसी की तस्वीरों वाले ग्राफिक्स के साथ उनके दो बयानों को शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि ओवैसी ने शिवलिंग पर दूध चढ़ाए जाने के खिलाफ बयान दिया है, जिसके जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुस्लिमों को भी मजार पर चादर नहीं चढ़ानी चाहिए।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। साथ ही इन दोनों नेताओं के नाम से जिन बयानों को वायरल किया जा रहा है, वह काल्पनिक और मनगढ़ंत है, जिसे चुनावी दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘मनोज सिंह राजपूत ‘ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “”पत्थर को भूख नहीं लगती, शिवलिंग पर दूध चढ़ाना बंद करे हिंदू – औवेसी…मुर्दे को ठंड नहीं लगती, मजारों पर चादर चढ़ाना बंद करे मुसलमान-परम पुजनीय श्री आदित्यनाथ योगी जी
ये कोई मुस्लिम राष्ट्र नहीं है औवेसी, मां महादेव और प्रभु श्री राम का देश है जहाँ फूल, प्रसाद चढ़ता है ना कि किसी बेजुबान का कत्ल कर उसका रक्त बहाया जाता है ..हर हर महादेव..जय श्री सीताराम।”
सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस इन्फोग्राफिक्स को समान दावे के साथ शेयर किया है।
न्यूज सर्च में हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें योगी आदित्यनाथ और ओवैसी के नाम से ऐसे किसी बयान का जिक्र हो। सर्च में हमें यह बयान रेडिट.कॉम की वेबसाइट पर मिला, जिसे आमिर खान के नाम से शेयर किया गया है।
कई अन्य यूजर्स ने दोनों बयानों को आमिर खान और पायल रोहतगी के संदर्भ में ही शेयर किया है।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल इन्फोग्राफिक्स में योगी आदित्यनाथ और ओवैसी के नाम शेयर किया जा रहा दोनों बयान काल्पनिक और मनगढ़ंत है।
शिवलिंग पर ओवैसी के नाम से वायरल बयान को लेकर विश्वास न्यूज ने एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह फेक बयान है। उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
वहीं, मजार पर दिए गए बयान को लेकर हमने बीजेपी प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) की तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है।”
वायरल ग्राफिक्स को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब दो हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। चुनाव से संबंधित अन्य वायरल दावे की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज के चुनावी चेक सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: शिवलिंग पर असदुद्दीन ओवैसी और उसके जवाब में मजार पर योगी आदित्यनाथ के नाम से वायरल हो रहा जवाबी बयान मनगढ़ंत और फेक है। दोनों नेताओं की तरफ से ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है।
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