Fact Check: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली की झांकी का वीडियो बीच से काटकर भ्रामक संदर्भ के साथ वायरल

इस साल 26 जनवरी पर राजपथ पर निकाली गई दिल्ली की झांकी का थीम ‘शाहजहांनाबाद का पुनर्विकास’ था। इस झांकी में अलग-अलग धर्मों के स्थलों और प्रार्थनाओं को शामिल किया गया था। सोशल मीडिया पर झांकी का वीडियो बीच से काटकर सांप्रदायिक एंगल से वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। इस साल गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी 2021 को निकाली गई दिल्ली प्रदेश की झांकी की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस क्लिप में कथित तौर पर अजान को सुना जा सकता है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स इस वीडियो क्लिप को सांप्रदायिक एंगल से शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में सामने आया है कि इस बार गणतंत्र दिवस के परेड में दिल्ली सरकार की झांकी को साहित्य कला परिषद ने तैयार किया था। इसे चांदनी चौक के रीडेवलपमेंट की थीम पर बनाया गया था। झांकी का विषय ‘शाहजहांनाबाद का पुनर्विकास’ था, जिसमें मंदिर, गुरुद्वारा समेत तमाम धार्मिक स्थलों का दृश्य था। इसके अलावा राजपथ पर झांकी निकलने के दौरान अजान के अलावा अन्य धार्मिक संगीत-गीत भी प्रस्तुत हुए थे। हमारी पड़ताल में सामने आया कि पूरी झांकी के एक छोटे हिस्से की क्लिप को भ्रामक तरीके से शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल

विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी फैक्ट चेक के लिए ये दावा मिला है। हमें वॉट्सऐप चैटबॉट पर यूजर की तरफ से मनीष साहू नाम के फेसबुक यूजर की फेसबुक पोस्ट का एक लिंक मिला है, जिसमें यूपी और दिल्ली की झांकी की तुलना सांप्रदायिक एंगल से की गई है। वायरल फेसबुक पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

हमें ट्विटर पर भी यही दावा मिला है। Narendra Modi fan नाम के ट्विटर हैंडल पर दिल्ली सरकार की झांकी का 11 सेकंड का वीडियो शेयर कर लिखा गया है कि राजपथ पर दिल्ली की झांकी में अजान बजा, केजरीवाल ने दिखा दिया कि वह किसके साथ खड़े हैं। इस ट्वीट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

फेसबुक और ट्विटर पर शेयर किए गए दोनों ही वीडियो में दिल्ली की झांकी में अजान की आवाज सुनाई दे रही है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले इस दावे को इंटरनेट पर सर्च किया। हमें दूरदर्शन नेशनल के यूट्यूब चैनल पर 26 जनवरी 2021 को राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड की लाइव कवरेज का लिंक मिला। इस लाइव कवरेज में ठीक 1 घंटे 55 मिनट पर यूपी की झांकी की एंट्री होती है, जिसे अयोध्या में बनने वाले मंदिर के आधार पर बनाया गया है। इसके ठीक बाद दिल्ली की झांकी (1 घंटा 56 मिनट 19 सेकंड पर) की एंट्री होती है। वीडियो में इस झांकी के बारे में एंकर बता रही हैं कि इसे शाहजहांनाबाद रीडेवलपमेंट की थीम पर बनाया गया है। आगे ठीक एक घंटे 56 मिनट 38 सेंकड पर अजान सुनी जा सकती है। इसके आगे एक घंटे 56 मिनट 51 सेकंड पर सिख धर्म का धार्मिक गान एक ओंकार सुना जा सकता है। साथ ही घंटियों की आवाज भी। वीडियो में एंकर को यह बताते हुए साफ सुना जा सकता है कि झांकी में विकास के प्रतीकों संग विभिन्न धर्मों की प्रार्थनाओं की आवाजें हैं। इस यूट्यूब वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है।

इंटरनेट पर पड़ताल के दौरान हमें हमारे सहयोगी अखबार दैनिक जागरण के दिल्ली संस्करण में दिल्ली की झांकी पर आधारित रिपोर्ट देखने को मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है, ‘राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में चांदनी चौकी की झांकी निकली। इसके जरिये पूरे देश ने चांदनी चौक की मनमोहक तस्वीर देखी। इस झांकी में लाल किले के साथ ही गौरी शंकर मंदिर व शीशगंज गुरुद्वारा समेत अन्य धार्मिक स्थलों का दृश्य था।’ इस रिपोर्ट को यहां नीचे देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज को ट्विटर पर IAS हरलीन कौर का ट्वीट मिला। इसमें बताया गया है कि इस बार की दिल्ली झांकी को साहित्य कला परिषद ने तैयार किया है। इस ट्वीट को यहां नीचे देखा जा सकता है।

https://twitter.com/HarleenParmar/status/1353887915919736832

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा है, ‘दिल्ली की कला-संस्कृति विभाग की टीम को बधाई. आज राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में पुरानी दिल्ली के नए रूप की झांकी दिखेगी…. वह भी अपने ‘सर्व धर्म सदभाव’ की मूल आत्मा के साथ।’

विश्वास न्यूज की अबतक की पड़ताल से यह साफ हो चुका था कि दिल्ली की झांकी में कई धर्मों के प्रतीक समाहित किए गए थे।

विश्वास न्यूज ने इस संबंध में आगे की जानकारी के लिए दैनिक जागरण के दिल्ली एनसीआर के चीफ फोटो जर्नलिस्ट ध्रुव कुमार से संपर्क किया। ध्रुव कुमार ने दिल्ली की झांकी की मीडिया कवरेज भी की है। उन्होंने दिल्ली की झांकी की क्लोजअप तस्वीरें हमारे साथ शेयर कीं। उन्होंने बताया कि दिल्ली की झांकी में मंदिर, गुरुद्वारे समेत कई धार्मिक प्रतीक शामिल थे। फोटो जर्नलिस्ट ध्रुव कुमार द्वारा शेयर की गईं तस्वीरों को यहां नीचे देखा जा सकता है।

झांकी में दिखता गुरुद्वारा सीसगंज साहिब।
झांकी में दिखता श्री दिगंबर जैन लाल मंदिर।

विश्वास न्यूज ने इस दावे को फेसबुक पर शेयर करने वाले यूजर मनीष साहू की प्रोफाइल को स्कैन किया। यह प्रोफाइल मार्च 2018 में बनाई गई है और यूजर एक खास पार्टी से जुड़े हुए हैं।

निष्कर्ष: इस साल 26 जनवरी पर राजपथ पर निकाली गई दिल्ली की झांकी का थीम ‘शाहजहांनाबाद का पुनर्विकास’ था। इस झांकी में अलग-अलग धर्मों के स्थलों और प्रार्थनाओं को शामिल किया गया था। सोशल मीडिया पर झांकी का वीडियो बीच से काटकर सांप्रदायिक एंगल से वायरल किया जा रहा है।

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