Fact Check: मुस्लिम महिला मुक्केबाज़ के आधे-अधूरे वीडियो को साझा कर किया जा रहा है भ्रामक दावा
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो आधा-अधूरा है। इस मैच का पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि कुछ सेकंड्स के बाद बॉक्सर ने रेफरी को अपना हाथ पकड़ने दिया था।
- By: Pallavi Mishra
- Published: Sep 14, 2022 at 12:47 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर हिजाब पहने एक महिला बॉक्सर का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें उन्हें रेफरी को उनका हाथ पकड़ने से रोकते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को यह कह कर शेयर किया जा रहा है कि महिला बॉक्सर ने मुस्लिम होने के कारण रेफरी को अपना हाथ नहीं पकड़ने दिया। विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो आधा-अधूरा है। इस मैच का पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि कुछ सेकंड्स के बाद बॉक्सर ने रेफरी को अपना हाथ पकड़ने दिया था।
क्या है वायरल?
फेसबुक यूजर ‘Meraj Alam’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”मैं मुसलमान हूं मेरा मज़हब इजाजत नहीं देता कि गैर महरम मर्द मेरा हाथ पकड़े! #इस्लामकीशहजादीया “
पड़ताल
वायरल वीडियो में बॉक्सिंग रिंग पर Asiad U 22 Men and Woman लिखा देखा जा सकता है। हमने इस वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर कीवर्ड्स के साथ सर्च किया तो हमें इस मैच का पूरा वीडियो SPORT LIVE नाम के एक यूट्यूब चैनल पर अपलोडेड मिला। 3:42 सेकंड के इस वीडियो में 3:00 पर यह सीन देखा जा सकता है। वीडियो पूरा देखने पर पता चलता है कि उज़्बेक खिलाड़ी पहले तो रेफरी को हाथ नहीं पकड़ने देतीं हैं मगर 3:14 सेकंड पर वे उन्हें अपना हाथ पकड़ने देतीं हैं, जहाँ उनके विरोधी खिलाडी को हाथ उठा कर विजेता घोषित किया जाता है। इसके बाद उज्बेक खिलाड़ी कोच के पास जाकर भी हाथ मिलाती हैं।
आपको बता दें कि बॉक्सिंग के मैच में विजेता की घोषणा रेफरी द्वारा अंत में हाथ उठाकर की जाती है। इसके लिए प्वाइंट्स जज घोषित करते हैं।
हालांकि, हमें ढूंढ़ने पर ऐसे भी कुछ मैच के वीडियो मिले, जहाँ खिलाड़ियों का हाथ न उठाकर रेफरी ने उनकी दिशा में अपना हाथ उठा कर विजेता की घोषणा की।
इस वीडियो को लेकर दैनिक जागरण डिजिटल के स्पोर्ट्स हेड विप्लव का कहना है,”मैच के बाद हार को लेकर प्रतिक्रिया की वजह से रेफरी के हाथ पकड़ने पर महिला बॉक्सर इसे पीछे खींच रही थी। बाद में उन्होंने उन्हें अपना हाथ पकड़ने दिया था। किसी भी बॉक्सिंग के बाउट का फैसला पांच जज मिलकर करते हैं। कई बार अच्छा खेल दिखाने वाले खिलाड़ी सही पंच नहीं लगा पाते, लेकिन वह जीत को लेकर आश्वस्त रहते हैं, जबकि जज सही पंच के आधार पर विरोधी को विजेता घोषित कर देते हैं। बाउट खत्म होने के बाद रेफरी दोनों ही बॉक्सर का हाथ अपने हाथ में पकड़ता है, क्योंकि किस विजेता का नाम पुकारा जाना है, वो पता नहीं होता। विजेता का नाम पुकारे जाने पर रेफरी उस बॉक्सर का हाथ ऊपर कर उसके जीत की घोषणा करता है।”
वायरल पोस्ट को Meraj Alam नाम के फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। यूजर के फेसबुक पर 2,704 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो आधा-अधूरा है। इस मैच का पूरा वीडियो देखने पर पता चलता है कि कुछ सेकंड्स के बाद बॉक्सर ने रेफरी को अपना हाथ पकड़ने दिया था।
- Claim Review : मुस्लिम बॉक्सर रेफरी को हाथ नहीं पकड़ने देती
- Claimed By : Facebook user Meraj Alam
- Fact Check : झूठ
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