महाराष्ट्र में मतदान से ज्यादा काउंटिंग का दावा फेक है। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों के लिए हुए मतदान के नतीजे 23 नवंबर को आए और इस दौरान काउंटिंग में गिने गए मतों (ईवीएम और वैध पोस्टल बैलेट) की कुल संख्या 6,45,92,508 रही, जो कुल डाले गए मतों 6,46,26,420 के मुकाबले कम है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 20 नवंबर को और झारखंड की सभी विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में क्रमश: 13 और 20 नवंबर को मतदान हुआ था, जिसके नतीजे 23 नवंबर को आए। महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के बाद ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और वोटों की हेराफेरी को लेकर कई ऐसे दावे वायरल हुए, जो जांच में गलत निकला।
इसी संदर्भ में सोशल मीडिया यूजर्स महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से जुड़े कथित आंकड़ों को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि महाराष्ट्र चुनाव में कुल मतदान प्रतिशत 66.05% रहा और इस दौरान कुल 6,40,88,195 मत डाले गए, लेकिन मतगणना के दौरान गिनती में दर्ज वोटों की संख्या 6,45,92,508 रही, जो मतदान से ज्यादा काउंटिंग के वोटों की पुष्टि करता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल पोस्ट में किए गए दावे में वैध पोस्टल मतों के आंकड़ें को शामिल नहीं किया गया है, जिसकी संख्या 5,38,225 थी और इसे ईवीएम के जरिए हुए मतदान के आंकड़ों (6,40,88,195) में जोड़ा जाता है तो वोटिंग के दौरान डाले गए कुल मतों की संख्या 6,46,26,420 हो जाती है और यह काउंटिंग के दिन गिने गए मतों की संख्या 6,45,92,508 से अधिक है। इसलिए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान से ज्यादा काउंटिंग का दावा गलत है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Hopetv Hyd’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “Maharashtra Election Fraud…According to the Election Commission of India (ECI), the final voter turnout was 66.05%, representing 64,088,195 total votes polled (30,649,318 female; 33,437,057 male; 1820 others).However, the sum of the total votes counted is 64,592,508, which is 504,313 in excess of the total votes polled.
This difference of 5,04,313 represents the net additional votes counted across the State. #MaharashtraElection2024″
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कई अन्य यूजर्स ने इसे समान दावे के साथ शेयर किया है।
महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आए थे और भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की वेबसाइट पर इसके नतीजों को देखा जा सकता है। नतीजों के मुताबिक, राज्य की कुल 288 सीटों में बीजेपी को 132 सीटें, शिवसेना (शिंदे) को 57, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) को 41 सीटें मिली हैं। दो तिहाई से अधिक बहुमत के साथ यह गठबंधन (महायुति) महाराष्ट्र में एक बार फिर से सरकार बनाने जा रहा है।
वहीं, विपक्षी दलों शिवसेना (उद्धव) को 20 सीटें और कांग्रेस को 16 सीटें और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) को 10 सीटें मिली। भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर मौजूद नतीजों में प्रमुख राजनीतिक दलों, अन्य दलों और नोटा पर पड़े वोटों का आंकड़ा मौजूद है।
वायरल पोस्ट में महाराष्ट्र चुनाव के लिए कुल मतदान से ज्यादा काउंटिंग के वोटों का दावा किया गया है और इस दावे के साथ कई सोशल मीडिया पोस्ट्स में चुनाव आयोग को टैग करते हुए इस पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। कई पोस्ट में द वायरल नाम के न्यूज पोर्टल पर इन आंकड़ों के साथ प्रकाशित खबर के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए समान दावा किया है।
निर्वाचन आयोग किसी भी चुनाव (विधानसभा या लोकसभा) के विस्तृत नतीजों को जारी करता है, जिसमें प्रत्येक विधानसभा सीट, वहां पंजीकृत मतदाता और मतदान के आंकड़ें शामिल होते हैं। वायरल पोस्ट में किए गए दावे के लिए हमने इस आंकड़ें को चेक किया।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में कुल पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 97025119 है। चुनाव के दौरान कुल मत प्रतिशत 66.05% रहा, यानी कुल पंजीकृत मतदाताओं के मुकाबले 640,88,195 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि काउंटिंग के दौरान गिने गए मतों की संख्या 64,592,508 रही, जो डाले गए मतों की संख्या 640,88,195 से करीब पांच लाख अधिक है।
सर्च में हमें महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की तरफ से जारी किया गया स्पष्टीकरण मिला, जो ‘द वायर’ में प्रकाशित आर्टिकल में इस संबंध में किए गए दावे का खंडन है। इस स्पष्टीकरण में बताया गया है कि महाराष्ट्र की 288 सीटों पर हुए मतदान के दौरान ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से डाले गए मतों की संख्या 6,40,88,195 रही और इसमें जब पोस्टल बैलेट के जरिए डाले गए वैध मतों की संख्या 5,38,225 को जोड़ा जाए तो कुल डाले गए मतों की संख्या 6,46,26,420 हो जाती है।
और मतगणना के दिए गिने गए वोटों की संख्या 6,45,92,508 रही, जो यह साबित करता है कि काउंटिंग वाले वोटों की संख्या मतदान के आंकड़ों से कम रही, न कि अधिक, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है।
इस स्पष्टीकरण में दो विधानसभा सीटों आष्टी और उस्मानाबाद के आंकड़ों का भी जिक्र है, जिसे लेकर दावा किया गया था कि दोनों सीटों पर मतदान और काउंटिंग के बीच वोटों का अंतर क्रमश: 4538 और 4330 रहा। आयोग ने इन दोनों सीटों पर कुल ईवीएम वोट, कुल पोस्टल वोट, कुल खारिज पोस्टल वोट और कुल वैध पोस्टल बैलेट के आंकड़ों के साथ वायरल दावे का खंडन किया है।
साथ ही इस स्पष्टीकरण में उन सीटों के बारे में भी स्पष्टीकरण दिया गया है, जहां कुल गिने गए वोटों की संख्या कुल डाले मतों के मुकाबले कम है, जो चुनाव आयोग के स्थापित प्रोटोकॉल के मुताबिक है।
वायरल पोस्ट में किए दए दावे को लेकर हमने केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अधिकारी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान से ज्यादा काउंटिंग का दावा गलत है और यह तथ्यों से मेल नहीं खाता है।” उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने इसे लेकर सभी आंकड़ों को जारी किया है, जो महाराष्ट्र में मतदान से ज्यादा काउंटिंग के दावे को खारिज करता है।
महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के आधिकारिक फेसबुक पेज से भी इस स्पष्टीकरण को जारी करते हुए वायरल पोस्ट में किए गए दावे का खंडन किया गया है। लोकसभा चुनाव 24 के नतीजों के बाद वाराणसी लोकसभा सीट को लेकर भी ऐसा ही दावा वायरल हुआ था, जिसे हमने अपनी जांच में फेक पाया था। फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां देखा जा सकता है।
हालियां संपन्न विधानसभा चुनाव और अन्य उप-चुनावों से संबंधित अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के चुनाव सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: महाराष्ट्र में मतदान से ज्यादा काउंटिंग का दावा फेक है। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों के लिए हुए मतदान के नतीजे 23 नवंबर को आए और इस दौरान काउंटिंग में गिने गए मतों (ईवीएम और वैध पोस्टल बैलेट) की कुल संख्या 6,45,92,508 रही, जो कुल डाले गए मतों 6,46,26,420 के मुकाबले कम है।
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