Fact Check: बांग्लादेशी PM की सुरक्षा बैठक में भारतीय उच्चायुक्त की मौजूदगी का दावा FAKE

बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद की सुरक्षा बैठक में भारत की दखलंदाजी के दावे से वायरल तस्वीर में नजर आ रहे व्यक्ति वहां के सुरक्षा सलाहकार तारिक अहमद सिद्दीकी हैं, न कि बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है।

Fact Check: बांग्लादेशी PM की सुरक्षा बैठक में भारतीय उच्चायुक्त की मौजूदगी का दावा FAKE

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश में कोटा सिस्टम को लेकर हुए हिंसक विरोध के बाद सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें सैन्य अधिकारियों समेत अन्य के साथ बैठक करते हुए देखा जा सकता है। हालिया हिंसक विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में वायरल की जा रही इस तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें नजर आ रहे एक व्यक्ति बांग्लादेश में तैनात भारत के उच्चायुक्त हैं। वायरल पोस्ट के जरिए बांग्लादेश के आंतरिक मामले में भारत की दखलअंदाजी का आरोप लगाया जा रहा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल तस्वीर में नजर आ रहे व्यक्ति बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के सुरक्षा सलाहकार मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) तारिक अहमद सिद्दीकी हैं। वहीं, बांग्लादेश में भारत के पदस्थापित उच्चायुक्त का नाम प्रणय वर्मा है।

क्या है वायरल

सोशल मीडिया यूजर ‘Shoaib Bin Ahmed Sohel’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “তিন বাহিনীর প্রধান সহ এত গুরুত্বপূর্ণ মিটিংয়ে ইন্ডিয়ান হাইকমিশনার কেন?” (“तीन सेना प्रमुखों सहित इतनी महत्वपूर्ण बैठक में भारतीय उच्चायुक्त क्यों हैं?”)

बांग्लादेश में हुए हिंसक विरोध के संदर्भ में भारत की भूमिका के फेक दावे के साथ वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट।

पड़ताल

वायरल पोस्ट में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद बैठक करती हुई नजर आ रही है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उनके साथ इस बैठक में भारत के उच्चायुक्त भी मौजूद हैं। वायरल दावे की जांच के लिए हमने इस तस्वीर के ऑरिजिनल सोर्स को रिवर्स इमेज सर्च के जरिए ढूंढा। सर्च में हमें यह तस्वीर एक पाकिस्तानी हैंडल पर लगी मिली, जो भारत में प्रतिबंधित है। वीपीएन की मदद से हमने इस पोस्ट को एक्सेस किया और पाया कि इसमें संबंधित तस्वीर में नजर आ रहे व्यक्ति को भारतीय खुफिया एजेंसी (रॉ) के एजेंट का बताया गया है।

इसी सर्च में हमें यह तस्वीर ‘बांग्लादेश आवामी लीग’ के आधिकारिक फेसबुक पेज पर लगी मिली, जिसे 21 जुलाई 2024 को शेयर किया गया है।

बांग्लादेश आवामी लीग के आधिकारिक फेसबुक पेज से साझा किया गया पोस्ट।

इस पोस्ट में तीन तस्वीरों को शेयर किया गया है और सभी में उस व्यक्ति की मौजूदगी को देखा जा सकता है, जो वायरल तस्वीर में नजर आ रहे हैं। पोस्ट के साथ लिखा हुआ कैप्शन बांग्ला भाषा में है,

“বঙ্গবন্ধুকন্যা প্রধানমন্ত্রী শেখ হাসিনা রোববার (২১ জুলাই ২০২৪) প্রধানমন্ত্রীর নিরাপত্তা উপদেষ্টা, তিন বাহিনীর প্রধান, মন্ত্রিপরিষদ সচিব ও সশস্ত্রবাহিনী বিভাগের প্রিন্সিপাল স্টাফ অফিসারের সঙ্গে বৈঠক করে দেশের সামগ্রিক নিরাপত্তা পরিস্থিতির ব্যাপারে নির্দেশনা প্রদান করেন।”

जिसे हमने गूगल ट्रांसलेट की मदद से हिंदी में ट्रांसलेट किया।

जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश की  प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद ने देश की सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री के सुरक्षा सलाहकार, तीनों सेना प्रमुख, कैबिनेट सचिव, सशस्त्र बलों के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर समेत अन्य के साथ बैठक की।

यही तस्वीर हमें भारतीय पत्रकार सिद्धांत सिब्बल की आधिकारिक एक्स प्रोफाइल पर लगी मिली, जिसे 21 जुलाई 2024 को शेयर किया गया है।

हालांकि, इन तस्वीरों में यह पता नहीं लगा कि वायरल तस्वीर में नजर आ रहे व्यक्ति वास्तव में कौन हैं। इसके लिए हमने एक बार फिर से रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली और सर्च में हमें समान व्यक्ति की अन्य तस्वीर फ्लिकर.कॉम की वेबसाइट पर मिली। जानकारी के मुताबिक, इनका नाम तारिक अहमद सिद्दीकी है, जो बांग्लादेश के सुरक्षा सलाहकार हैं।

pmindia.gov.in की वेबसाइट पर हमें सात मार्च 2022 एक विज्ञप्ति मिली, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बांग्लादेश के सुरक्षा सलाहकार मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) तारिक अहमद सिद्दीकी की मुलाकात का जिक्र है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की आधिकारिक एक्स प्रोफाइल पर भी हमें उनकी तस्वीर मिली, जो 2022 की मुलाकात का है।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर में नजर आ रहे व्यक्ति बांग्लादेश के सुरक्षा सलाहकार तारिक अहमद सिद्दीकी हैं, न कि भारतीय उच्चायुक्त, जैसा कि पोस्ट में दावा किया जा रहा है। बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग की आधिकारिक वेबसाइट पर हमें वहां पदस्थापित उच्चायुक्त की तस्वीर मिली, जिनका नाम प्रणय वर्मा है।

‘इंडिया इन बांग्लादेश’ के आधिकारिक एक्स हैंडलपर हमें कई ट्वीट मिला, जिसमें प्रणय वर्मा की बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद से मुलाकात की तस्वीरों को साझा किया गया है।

https://twitter.com/ihcdhaka/status/1721205733726077195

गौरतलब है कि बांग्लादेश में कोटा सिस्टम को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में कोटा व्यवस्था की शुरुआत 1972 में हुई थी, जिसके तहत सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों और उच्च शिक्षा संस्थानों में 30 प्रतिशत सीटें स्वतंत्रता सेनानियों और बाद में उनके बच्चों और नाती-नातिनों के लिए आरक्षित की जानी थीं। इसके बाद, महिलाओं के लिए 10 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गईं और पिछड़े जिलों से आने वाले उम्मीदवारों के लिए अतिरिक्त 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया। इसके अलावा, आदिवासी समुदायों के सदस्यों को 5 प्रतिशत आरक्षण और विकलांग व्यक्तियों को 1 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। इस प्रकार, कुल मिलाकर देश में 56 प्रतिशत आरक्षण है। कई लोगों का मानना है कि आरक्षित सीटों का इतना बड़ा हिस्सा योग्यता को नजरअंदाज़ करता है, इसलिए छात्र इस व्यवस्था में सुधार की मांग कर रहे हैं।

वायरल तस्वीर को लेकर हमने बांग्लादेश के कई अलग-अलग पत्रकारों से संपर्क किया और सभी ने हमें पुष्टि करते हुए बताया कि इसमें नजर आ रहे व्यक्ति वहां के सुरक्षा सलाहकार तारिक अहमद सिद्दीकी हैं। दो बांग्लादेशी पत्रकारों ने अपना नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया, “इसमें नजर आ रहे व्यक्ति बांग्लादेश के सुरक्षा सलाहकार तारिक अहमद सिद्दीकी ही हैं।”

इन्होंने बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल prothomalo.com की रिपोर्ट को भी साझा किया, जिसमें तारिक अहमद सिद्दीकी की तस्वीर समान संदर्भ के साथ लगी हुई है। रिपोर्ट में तस्वीर का क्रेडिट बांग्लादेश के प्रधानमंत्री कार्यालय को दिया गया है। एक अन्य बांग्लादेशी फैक्ट चेकर और र्यूमर स्कैनर के सह-संस्थापक मोहम्मद सैकीउज्जमान ने पुष्टि करते हुए कहा, “इसमें नजर आ रहे व्यक्ति बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के सुरक्षा सलाहकार तारिक अहमद सिद्दीकी हैं।”

वायरल तस्वीर को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब छह हजार लोग फॉलो करते हैं। बांग्लादेश के हालिया विरोध प्रदर्शन से संबंधित वायरल दावों की फैक्ट रिपोर्ट्स को यहां, यहां और यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद की सुरक्षा बैठक में भारत की दखलंदाजी के दावे से वायरल तस्वीर में नजर आ रहे व्यक्ति वहां के सुरक्षा सलाहकार तारिक अहमद सिद्दीकी हैं, न कि बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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