Fact Check: कुवैत में 73 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड होने का दावा झूठा, वायरल तस्वीरों की कहानी अलग
विश्वास न्यूज की पड़ताल में कुवैत में गर्मी को लेकर किया जा रहा वायरल दावा झूठा निकला है। कुवैत ही नहीं, बल्कि दुनिया में अबतक कहीं 73 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड नहीं किया गया है। पुरानी और अंसबद्ध तस्वीरों को गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।
- By: ameesh rai
- Published: Jul 8, 2021 at 06:41 PM
- Updated: Jul 8, 2021 at 06:52 PM
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर कुवैत को लेकर एक दावा वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स कुछ तस्वीरें शेयर कर दावा कर रहे हैं कि कुवैत में 73 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है। तस्वीरों में गाड़ियों की पिघली हुई बॉडी, छत पर पिघली हुई टंकी, सड़क पर पका अंडा और पिघला हुआ कचरे का डिब्बा दिखाकर कुवैत में गर्मी की भयावहता दिखाने की कोशिश की जा रही है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा झूठा निकला है। कुवैत ही नहीं, बल्कि दुनिया में अबतक कहीं 73 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड नहीं किया गया है। पुरानी और अंसबद्ध तस्वीरों को गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक पेज Nature Geographic ने 6 जुलाई 2021 को वायरल दावा शेयर करते हुए अंग्रेजी में लिखा है, ‘कुवैत में काफी ज्यादा तापमान दर्ज किया जा रहा है। सूरज की रोशनी में 73 डिग्री सेल्सियस और छांव में 54 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। अधिक तापमान की वजह से गाड़ियां और प्लास्टिक टैंक जैसे प्लास्टिक के सामान जल रहे हैं।’ इस पोस्ट के स्क्रीनशॉट को यहां नीचे देखा जा सकता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल पोस्ट को गौर से देखा। इसमें चार तस्वीरें दी गई हैं। पहली तस्वीर में दो कारें हैं, जिनका पिछला हिस्सा पिघला नजर आ रहा है। यह तस्वीर पहले भी वायरल हो चुकी है। तब इसे गरमी की वजह से सऊदी अरब में पिघली गाड़ियों की तस्वीर बताया जा रहा था। विश्वास न्यूज ने तब इस दावे की पड़ताल की थी। गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल करने पर हमें पता चला था कि यह तस्वीर एरिजोना, अमेरिका की हैं। 2018 में वहां आग लगने की घटना हुई थी, जिसमें कारें क्षतिग्रस्त हुई थीं। विश्वास न्यूज के पुराने फैक्ट चेक को यहां नीचे देखा जा सकता है।
इसके बाद हमने दूसरी तस्वीर को लेकर पड़ताल शुरू की। इस तस्वीर में किसी छत पर पिचकी हुई प्लास्टिक टंकी दिख रही है। गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल करने पर हमें यह तस्वीर कई पुरानी सोशल मीडिया पोस्ट्स पर मिलीं। تحشيش عراقي नाम के फेसबुक यूजर ने 12 जुलाई 2018 को इस तस्वीर को शेयर किया है। तस्वीर पर अरबी भाषा में कुछ लिखा भी हुआ है। गूगल लेंस की मदद से इसका अनुवाद करने पर पता चला कि यूजर ने व्यंग्यात्मक शैली में इसे इराक की गर्मी से जोड़ा है। यही तस्वीर हमें اقوال عاشور العاشر नाम के सटायर पेज पर भी मिली। 30 दून 2020 को इस तस्वीर को शेयर करते हुए इसे च्लेफ, अल्जीरिया की तस्वीर बताया गया है। हालांकि, इस तस्वीर के लोकेशन की हम पुष्टि नहीं कर रहे, लेकिन ये तय है कि तस्वीर पुरानी है और फिलहाल की कुवैत की गर्मी से इसका कोई लेना-देना नहीं है।
हमने पोस्ट की तीसरी तस्वीर पर भी गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। इस तस्वीर में सड़क पर कच्चे अंडे को पकता दिखाया जा रहा है। इस तस्वीर से भी जुड़े ढेरों परिणाम हमें इंटनेट पर मिले। greennews.ie नाम की वेबसाइट पर 26 जुलाई 2016 की एक रिपोर्ट में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। करीब 5 साल पुरानी इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुवैत में सर्वाधिक तापमान 54 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। हालांकि, यहां तस्वीर के साथ कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसी तरह thatsmags.com पर 27 जून 2017 की यानी करीब 4 साल पुरानी रिपोर्ट में चीन के गुआंगज़ौ शहर में गर्मी को रिपोर्ट करते हुए इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। यानी ये तस्वीर पिछले कई सालों से इंटरनेट पर मौजूद है। हालांकि, इसके भी असल लोकेशन की पुष्टि नहीं हो पाई, लेकिन ये स्पष्ट हो गया कि इसका कुवैत की हालिया गर्मी से कोई संबंध नहीं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की चौथी और अंतिम तस्वीर पर भी गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें इस तस्वीर का असल स्रोत नहीं मिला, लेकिन التقشاب المراكشي नाम के ह्यूमर आधारित फेसबुक पेज पर यह तस्वीर 21 अगस्त 2019 को पोस्ट की गई है। यानी यह तस्वीर भी करीब 2 सालों से इंटरनेट पर अलग-अलग संदर्भ में शेयर की जा रही है।
विश्वास न्यूज की अबतक की पड़ताल से यह साफ हो चुका था कि वायरल पोस्ट में मौजूद चारों तस्वीरों में से एक भी कुवैत की हालिया गर्मी से जुड़ी हुई नहीं हैं। इसके बाद अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने कुवैत में गर्मी के हालात की जानकारी जुटाई। हमें Gulf News की वेबसाइट पर 6 जुलाई 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में चर्चा की गई है कि आखिर क्यों कुवैत दुनिया के सबसे गर्म स्थानों में से एक है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले हफ्तों में कुवैत में विश्व का उच्चतम तापमान दर्ज किया गया है और अल जहरा शहर में इसे 53.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वायरल दावे में 73 डिग्री सेल्सियस तापमान की बात कही जा रही है, जो सच्चाई के आसपास भी नहीं है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने यह भी जानना चाहा कि क्या दुनिया में कभी किसी हिस्से का तापमान 73 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है या नहीं। हमें एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन के हवाले से कुछ आंकड़े मिले। इसके मुताबिक, अबतक विश्व में सर्वाधिक तापमान 10 जुलाई 1913 को फर्नेस क्रीक (ग्रीनलैंड रैंच), अमेरिका में दर्ज किया गया है। तब 56.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड वेबसाइट से भी इस आंकड़े की पुष्टि होती है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए वायरल दावे को स्काईमेट के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक समरजीत चौधरी संग शेयर किया। उन्होंने वायरल दावे को खारिज करते हुए बताया कि ऐसा संभव ही नहीं है। उन्होंने हमें बताया कि साउथ ईस्ट कुवैत के आसपास का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह रहा है। उन्होंने बताया कि 25 जून को कुवैत के नवासिब शहर में 53.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। उन्होंने भी बताया कि उच्चतम तापमान का वर्ल्ड रिकॉर्ड ग्रीनलैंड रैंच, कैलिफोर्निया के नाम से ही दर्ज है।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले फेसबुक पेज Nature Geographic को स्कैन किया। फैक्ट चेक किए जाने तक इस पेज के 15 हजार 582 फॉलोअर्स थे।
(With inputs from Vivek Tiwari)
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में कुवैत में गर्मी को लेकर किया जा रहा वायरल दावा झूठा निकला है। कुवैत ही नहीं, बल्कि दुनिया में अबतक कहीं 73 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड नहीं किया गया है। पुरानी और अंसबद्ध तस्वीरों को गलत दावे से वायरल किया जा रहा है।
- Claim Review : कुवैत में 73 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है।
- Claimed By : फेसबुक पेज Nature Geographic
- Fact Check : झूठ
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