Fact Check : मेमने के शिकार का चीन का वीडियो पीएम मोदी से जोड़ते हुए वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। दक्षिण अफ्रीकी देश नामीबिया से लाकर मध्‍य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़े गए चीतों के बाद से ही कई प्रकार की फर्जी खबरें, तस्‍वीरें और वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। अब 12 सेकंड के एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्‍मदिन पर विदेशी जानवर की सेवा के लिए स्‍वदेशी जानवर की बलि दी गई। इस वीडियो में कुछ बाघों के सामने मेमने को छोडते हुए दिखाया गया है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। पता चला कि चीन के कई साल पुराने वीडियो को कूनो का बताकर वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर मोहन प्‍यारे ने 28 सितंबर को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए लिखा कि वाह मोदी जी वाह अपनी जान शलामत रखने के लिये बेज़ुबान को बली दे दिया।

वीडियो में कुछ बाघों को एक मेमने का शिकार करते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो के ऊपर लिखा गया कि विदेशियों की सेवा में स्‍वदेशी की बलि, जन्‍मदिन मुबारक हो।

वायरल पोस्‍ट के क्‍लेम को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत इनविड टूल से की। सबसे पहले वायरल वीडियो को इस टूल में अपलोड करके कई कीफ्रेम्‍स निकाले गए। फिर इन्‍हें यांडेक्‍स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया गया। वायरल वीडियो का ओरिजनल वर्जन हमें एक यूट्यूब चैनल पर मिला। 24 जुलाई 2013 को पोस्‍ट इस वीडियो में बताया गया कि यह हरबिन टाइगर पार्क का है। एक मेमने को साइबेरियन बाघों के सामने परोस दिया गया। पूरा वीडियो नीचे देखें।

https://www.youtube.com/watch?v=uyHH-NwBjB4

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए मध्‍य प्रदेश के वाइल्‍डलाइफ एक्‍सपर्ट अजय दुबे से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वीडियो में दिख रहा जानवर चीता नहीं, बल्कि बाघ है। इन बाघों को देखने से साफ पता चल रहा है कि ये भारतीय बाघ भी नहीं हैं। इसलिए वायरल पोस्‍ट में कोई सच्‍चाई नजर नहीं आ रही है।

पड़ताल के अंत में चीन के वीडियो को भारत के संदर्भ में गलत दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर मोहन प्‍यारे के आठ सौ से ज्‍यादा फ्रेंड हैं। इससे ज्‍यादा जानकारी इनकी प्रोफाइल पर नहीं मिली।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की तहकीकात में पता चला कि चीन के एक पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ भारतीय संदर्भ में वायरल किया जा रहा है। वीडियो का कूनो में आए चीतों से कोई संबंध नहीं है। मेमने का शिकार करते हुए बाघों का यह वीडियो चीन के एक पार्क का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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