Fact Check : भारत का वाटर हाईवे बताकर चीन के वीडियो को किया गया वायरल

भारत के वाटर हाईवे के नाम पर वायरल किया जा रहा वीडियो चीन का है। इसका भारत से कोई संबंध नहीं है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। पानी के बीच के इस हाईवे को भारत का वाटर हाईवे बताकर वायरल किया जा रहा है। विश्‍वास न्‍यूज ने इस पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। दरअसल वायरल वीडियो चीन का है। इसका भारत से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज दैनिक समाचार ने 16 सितंबर को एक वीडियो को भारत का बताते हुए अपलोड किया। इसके साथ दावा किया गया : ‘Incredible India 🇮🇳! I finally encountered the most beautiful water highway.’

हिंदी में इसका अनुवाद है : ‘इन्क्रेडिबल इंडिया, मुझे आखिरकार सबसे खूबसूरत वाटर हाईवे मिल गया।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। पोस्‍ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को इनविड टूल में अपलोड करके कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें यान्‍डेक्‍स और गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। ओरिजनल वीडियो हमें चीन के मीडिया संस्‍थान पीपुल्‍स डेली के फेसबुक पेज पर मिला। इसे 10 जुलाई 2021 को अपलोड करते हुए बताया गया कि यह वीडियो चीन के जियांग्‍शी प्रांत का है। जब पानी का स्‍तर 18.67 मीटर से ज्‍यादा हो जाता है तो हाईवे का एक हिस्‍सा पानी में मिल जाता है। असली वीडियो को यहां देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल को जारी रखते हुए सर्च को जारी रखा। योंगवु वाटर हाईवे के नाम से फेमस इस हाईवे का का वीडियो हमें यूट्यूब चैनलों पर मिला। Hi China नाम के एक यूट्यूब पर मौजूद वीडियो में बताया गया कि पोयांग झील के ऊपर बनाए गए रोड को ‘द मोस्‍ट ब्‍यूटीफुल रोड अंडर द वाटर’ कहा जाता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में चीन मामलों के एक्‍सपर्ट प्रोफेसर तिलक झा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो भारत का नहीं है। यह चीन का है। इसके प्रमाण इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हैं।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि जिस फेसबुक पेज ने चीन के वीडियो को भारत का बताकर वायरल किया, उस पर वायरल कंटेंट ज्‍यादा पोस्‍ट किया जाता है।

निष्कर्ष: भारत के वाटर हाईवे के नाम पर वायरल किया जा रहा वीडियो चीन का है। इसका भारत से कोई संबंध नहीं है

False
Symbols that define nature of fake news
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