Fact Check: चीन में रेडिएशन की वजह से 5G सर्विस बंद कराने की फर्जी न्यूज वायरल
विश्वास न्यूज की पड़ताल में रेडिएशन की वजह से चीन में 5जी के इस्तेमाल पर रोक लगाने का दावा झूठा निकला है। चीन में 5जी सर्विस काफी तेजी से बढ़ रही हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 5जी रेडिएशन से न तो किसी की मौत हो रही है और न ही वायरस का संक्रमण फैल रहा है।
- By: ameesh rai
- Published: May 20, 2021 at 04:55 PM
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक कथित न्यूजपेपर क्लिप शेयर की जा रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि 5जी के घातक रेडिएशन की वजह से चीन ने इसका ट्रायल बंद करा दिया है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा झूठा निकला है। चीन में 5जी सर्विस काफी तेजी से बढ़ रही हैं। WHO के मुताबिक, 5जी रेडिएशन का मानव या अन्य जीवों के जीवन पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है।
क्या हो रहा है वायरल
विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी ये दावा फैक्ट चेक के लिए मिला है। यूजर ने हमारे साथ कथित तौर पर न्यूजेपपर की वायरल की जा रही क्लिपिंग शेयर की है। कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें यह दावा फेसबुक पर भी वायरल मिला है। फेसबुक यूजर Pramod Kumar Pramod Rao ने 12 मई 2021 को इस वायरल क्लिपिंग को शेयर किया है।
इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। वायरल क्लिप की हेडिंग में लिखा है, ‘चाईना ने 5जी के घातक रेडिएशन के कारण ट्रायल कराया बंद।’ इसमें अंदर लिखा गया है कि चीन के सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, 5 जी के घातक विकिरण से मानव जाति और पक्षियों को होने वाले खतरे को देखते हुए चीन ने अपने देश में 5जी का इस्तेमाल नहीं करने का आदेश दिया है। इस वायरल स्क्रीनशॉट को यहां नीचे देखा जा सकता है।
पड़ताल
पिछले काफी दिनों से 5जी टेक्नोलॉजी को लेकर अलग-अलग तरह के दावे वायरल होते रहे हैं। कभी इससे पक्षियों के मरने का दावा वायरल किया जा रहा है, तो कभी इसे कोरोना वायरस से जोड़ा जा रहा है। विश्वास न्यूज ने पिछले दिनों 5जी से जुड़ी ऐसे ही दावों की पड़ताल की थी, जिन्हें यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
चीन और 5जी को लेकर वायरल हो रहे दावों के बीच हमने चीन में 5जी की स्थिति को जानने के लिए गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें ऐसी कोई प्रामाणिक रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस बात की पुष्टि करती हो कि चीन ने अपने देश में 5जी का इस्तेमाल नहीं करने का आदेश दिया है। इसके उलट हमें ऐसी ढेरों रिपोर्ट मिलीं, जिनमें चीन में तेजी से बढ़ती 5जी टेक्नोलॉजी के बारे में बताया गया है।
हमें argusmedia.com पर 14 मई 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि चीन के 5जी फोन शिपमेंट में पिछले साल के मुकाबले 30.75 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक, 5जी टेलिकम्युनिकेशन नेटवर्क्स के लिए बढ़ती उपभोक्ता मांग की वजह से ऐसा हुआ है।
इंटरनेट पर सर्च के दौरान हमें चाइनीज वेबसाइट china.org.cn पर 19 मई 2021 की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन की दिग्गज टेलिकॉम ऑपरेटर China Unicom ने 5 जी के लिए अगले 5 सालों की कार्ययोजना हेतु Huawei टेक्नोलॉजी के साथ अपनी पार्टनरशिप को और प्रगाढ़ किया है। इसी रिपोर्ट में चीन के एक सरकारी थिंकटैंक, चाइना एकेडमी ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी के डिप्टी हेड Wang Zhiqin का बयान भी दिया गया है, जिसमें वह कह रहे हैं, ‘अगले पांच वर्षों में 5जी प्रौद्योगिकी विकास, नेटवर्क निर्माण और इसके अनुप्रयोगों में चीन को कई सफलताएं हासिल करने की संभावना है।’ इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज की अबतक की पड़ताल से ये साफ हो चुका था कि चीन में 5जी पर बैन नहीं लगा है, बल्कि यह नई टेक्नोलॉजी वहां तेजी से बढ़ रही है। विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे के संबंध में बीजिंग बेस्ड सोशल मीडिया एक्सपर्ट Xu Gengfeng से संपर्क किया। उन्होंने चीन में 5जी को बैन करने की खबर को झूठा करार देते हुए बताया कि चीन के उद्योग व सूचना तकनीक मंत्रालय के मुताबिक अबतक यहां 8 लाख 19 हजार से अधिक 5जी बेस स्टेशन बनाए जा चुके हैं। उन्होंने हमारे साथ चाइनीज भाषा की एक रिपोर्ट भी शेयर की, जिसमें चाइना एकेडमी ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशंस टेक्नोलॉजी के डिप्टी हेड Wang Zhiqin के हवाले से 5जी रेडिएशन के कथित तौर पर खतरनाक होने की अफवाहों का खंडन किया गया है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने ओपन सर्च टूल की मदद से यह भी जानना चाहा कि क्या 5जी टेक्नोलॉजी इंसानों या अन्य जीवों के लिए खतरनाक है। इंटरनेट पर सर्च के दौरान हमें यूनिसेफ मॉन्टेगरो की आधिकारिक साइट पर मौजूद एक ब्लॉग मिला। यह ब्लॉग 5जी से जुड़ी गलत और भ्रामक सूचनाओं पर आधारित है। 7जुलाई 2020 को प्रकाशित इस ब्लॉग में एक्सपर्ट के हवाले से बताया गया है कि 5जी नेटवर्क सुरक्षित हैं और इनसे न तो किसी की मौत हो रही है और न ही वायरस का संक्रमण फैल रहा है। इस ब्लॉग पोस्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Pramod Kumar Pramod Rao की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर दिल्ली में रहते हैं और फैक्ट चेक किए जाने तक उनकी प्रोफाइल पर 148 फॉलोअर्स थे।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में रेडिएशन की वजह से चीन में 5जी के इस्तेमाल पर रोक लगाने का दावा झूठा निकला है। चीन में 5जी सर्विस काफी तेजी से बढ़ रही हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 5जी रेडिएशन से न तो किसी की मौत हो रही है और न ही वायरस का संक्रमण फैल रहा है।
- Claim Review : 5जी के घातक रेडिएशन की वजह से चीन ने इसका ट्रायल बंद करा दिया है।
- Claimed By : फेसबुक यूजर Pramod Kumar Pramod Rao
- Fact Check : झूठ
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