Fact Check: चेन्‍नई में यातायात नियम का उल्‍लंघन करने वाले का फोटो स्‍क्रीन पर दिखाने वाला दावा गलत

चेन्‍नई में ग्रेटर चेन्‍नई ट्रैफिक पुलिस ने छह स्‍पीड डिस्‍प्‍ले बोर्ड लगाए हैं। इनमें बोर्ड पर वाहनों की गति दिख जाएगी। डिस्‍प्‍ले बोर्ड पर वाहन चालक का चेहरा, जुर्माने की राशि और वजह नहीं दिखेगी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो इफेक्‍ट्स से तैयार किया गया है। इसके साथ किया जा रहा दावा गलत है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। चेन्‍नई के नाम से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें सड़क पर ट्रैफिक सिग्‍नल पर लगे डिस्‍प्‍ले बोर्ड पर एक फोटो के साथ में चालान की डिटेल भी दिख रही है। इसको शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अगर किसी ने चेन्‍नई में यातायात नियमों का उल्‍लंघन किया तो उसका चेहरा जुर्माने के साथ दिखाया जाएगा।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो स्‍पेशल इफेक्ट्स से तैयार किया गया है। चेन्‍नई में अभी तक ऐसा कोई सिस्‍टम नहीं है। इफेक्‍ट्स से तैयार किए गए वीडियो को शेयर कर गलत दावा किया जा रहा है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

ट्विटर यूजर एविएटर अनिल चोपड़ा (आर्काइव लिंक) ने 22 जून को इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,

If you break the traffic rule in Chennai your face will be projected with the fine… Great innovation. Ideas Delhi? There are many rogue drivers on the roads

(अगर आपने चेन्नई में ट्रैफिक नियम तोड़ा तो जुर्माने के तौर पर आपका चेहरा भी दिखा दिया जाएगा… बढ़िया पहल। दिल्ली के लिए विचार? सड़कों पर बहुत से बदतमीज ड्राइवर हैं।)

https://twitter.com/Chopsyturvey/status/1671807263261220864

फेसबुक यूजर ‘जिंटो‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 23 जून को इस वीडियो को शेयर करते हुए समान दावा किया।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को ध्‍यान से देखा इस पर तारीख 20 मई 2022 और समय 12 बजे दिया गया है। वीडियो में चालान की राशि 1000 रुपये और कारण रेड लाइन पार करना दिया गया है।

हमने इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर ओपन सर्च किया। कर्लीटेल्‍स (आर्काइव लिंक) नाम की एक वेबसाइट ने एक पोस्‍ट के आधार पर इस खबर को 12 जून 2023 को छापा है। इसमें लिखा है, “भारत में यातायात नियम उल्‍लंघन काफी आम है। इसके कारण कई दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें कई पैदल यात्रियों और वाहन चालकों की जान चली जाती है या वे घायल हो जाते हैं। चेन्नई ट्रैफिक पुलिस ने यातायात उल्‍लंघन करने वालों पर नजर रखने के लिए इंसान की जगह कैमरे और स्पीड सेंसर की मदद लेनी शुरू कर दी है, जो वाहन के साथ-साथ चालक द्वारा किए गए रूल ब्रेक को भी पकड़ता है। वे सबूत के रूप में वीडियो बनाते हैं और डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से ट्रैफिक रूल ब्रेक और जुर्माना राशि दिखाते हैं। इससे इस तरह के अन्‍य यातायात नियमों का उल्‍लंघन करने वाले चालकों को भी सबक मिलता है।”

कर्लीटेल्‍स के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर भी 13 जून (आर्काइव लिंक) को इस पोस्‍ट को शेयर किया गया है।

इसके अलावा किसी भी वेबसाइट पर हमें इस बारे में कोई खबर नहीं मिली। हां, 20 जून 2023 को इंडियन एक्‍सप्रेस की वेबसाइट पर खबर छपी है, “ग्रेटर चेन्नई ट्रैफिक पुलिस (GCTP) ने कहा कि वे गति उल्लंघन का पता लगाने के लिए शहर में 30 स्पीड रडार गन स्थापित करेंगे। शहर में गति सीमा सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक 40 किमी/घंटा और रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक 50 किमी/घंटा है। पुलिस आयुक्त शंकर जिवाल ने कहा कि वाहन चालकों द्वारा ओवरस्पीडिंग एक बड़ी चुनौती है। वे सभी जगह ट्रैफिक पुलिस तैनात नहीं कर सकते हैं। गति उल्लंघन पाए जाने पर 30 स्पीड रडार गन ऑटोमेटिक रूप से चालान जारी कर देंगी। यह पहली बार है कि वे इन्हें शहर में इस्‍तेमाल कर रहे हैं। वे पहले ही 54.33 लाख रुपये में 10 डिवाइस लगा चुके हैं।” हालांकि, खबर में कहीं भी डिस्‍प्‍ले स्‍क्रीन पर चालान की राशि, वजह और फोटो दिखाने का कोई जिक्र नहीं है।

20 जून 2023 को न्‍यूज 18 की वेबसाइट पर भी खबर छपी है कि चेन्नई ट्रैफिक पुलिस ने शहर में 40 किमी प्रति घंटे की गति सीमा से अधिक चलने वाले ड्राइवरों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। इसके तहत ग्रेटर चेन्नई ट्रैफिक पुलिस (जीसीटीपी) ने गति उल्लंघन का पता लगाने के लिए 30 अत्याधुनिक स्पीड रडार गन लगाने वाली है। इससे पहले से ही प्रमुख स्थानों पर 10 स्पीड गन लगाई जा चुकी हैं। विभिन्न स्थानों पर छह डिजिटल स्पीड डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं। निर्धारित सीमा से अधिक वाहन चलाने वाले किसी भी वाहन का उल्लंघन पकड़ लिया जाएगा और बाद में उनके पंजीकृत पते पर चालान भेज दिया जाएगा। इस खबर में भी डिस्‍प्‍ले बोर्ड पर फोटो के साथ नियम उल्‍लंघन और चालान की राशि दिखाए जाने का कोई जिक्र नहीं है।

ग्रेटर चेन्‍नई ट्रैफिक पुलिस के ट्विटर हैंडल से 29 जून 2023 को एक नोट (आर्काइव लिंक) ट्वीट किया गया है। इसमें लिखा है कि जीसीटीपी ने छह स्‍पीड डिस्‍प्‍ले बोर्ड लगाए हैं, जिसमें उस बोर्ड को पार करने वाले सभी वाहनों की गति दिख जाएगी। इससे वाहन चलाने वाले चालक को पता चल जाएगा कि उसने गति सीमा का उल्‍लंघन किया है या नहीं। ये बोर्ड केवल सावधान करने के लिए हैं, चालान जनरेट करने के लिए नहीं। मतलब डिस्‍प्‍ले बोर्ड पर केवल स्‍पीड दिखेगी। इसके अलावा कुछ नहीं।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने चेन्‍नई के स्‍थानीय पत्रकार सुरेश मूर्ति से संपर्क किया। उनका कहना है, “कुछ दिन पहले ट्रैफिक पुलिस ने शहर में स्‍पीड लिमिट 40 तय की है। शहर में गति दिखाने वाले कुछ डिस्‍प्‍ले बोर्ड भी लगाए गए हैं। उनमें वाहन की स्‍पीड दिख जाएगी। डिस्‍प्‍ले बोर्ड में फोटो या जुर्माने की राशि वाला कोई सिस्‍टम अभी तक नहीं है।

इसके बाद हमने वायरल वीडियो के बारे में गूगल पर सर्च किया। कीवर्ड से सर्च करने पर हमें इंस्‍टाग्राम यूजर ‘द कल्‍चर गली‘ (आर्काइव लिंक) की एक पोस्‍ट मिली। 14 जून को की गई इस पोस्‍ट में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। इसमें लिखा है कि रिगेड इंडियन यूजर ने इस कॉन्‍सेप्‍ट वीडियो को बनाया है। यह एक सीजीआई कॉन्‍सेप्‍ट वीडियो है। मतलब यह असली नहीं है।

रिगेड इंडियन नाम के इंस्‍टाग्राम यूजर ने 8 जून को इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को पोस्‍ट किया है। इसमें लिखा है कि यह एक सीजीआई कॉन्‍सेप्‍ट वीडियो है।

यूजर की प्रोफाइल पर कुछ और स्‍पेशल इफेक्‍ट्स वाले वीडियो को देखा जा सकता है। 16 जून 2023 को यूजर ने इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को बनाने का तरीका भी बताया है। इस वीडियो में वीएफएक्‍स के इस्‍तेमाल को देखा जा सकता है।

इसकी अधिक जानकारी के लिए हमने वीडियो एक्‍सपर्ट अरुण कुमार से बात की। उन्‍होंने कहा, “इस वीडियो में ट्रैफिक रूल के बदले फाइन किया गया और साथ में स्माइल करते हुए फोटो लगाया गया है, जो बिल्कुल फेक लग रहा है। अगर यह रियल रहता तो गाड़ी की नंबर प्लेट दिखती। यह स्‍पेशल इफेक्‍ट से बनाया गया वीडियो है। अगर आप gfx आर्टिस्ट है तो आफ्टर एडोब इफेक्ट सॉफ्टवेयर से इसे बड़े आसानी से मिनटों में बनाया जा सकता है। वैसे अब बहुत सारे मोबाइल ऐप भी हैं, जिनसे ऐसा इफेक्ट बना सकते हैं, जैसे- कैपकट , veet आदि।

पड़ताल के अंत में हमने डिजिटली क्रिएटेड वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले ट्विटर यूजर ‘एविएटर अनिल चोपड़ा‘ की प्रोफाइल को स्‍कैन किया। अक्‍टूबर 2011 से ट्विटर से जुड़े यूजर के करीब 132 हजार से ज्‍यादा फॉलोअर्स हैं। यूजर रिटायर एयरफोर्स अधिकारी हैं।

निष्कर्ष: चेन्‍नई में ग्रेटर चेन्‍नई ट्रैफिक पुलिस ने छह स्‍पीड डिस्‍प्‍ले बोर्ड लगाए हैं। इनमें बोर्ड पर वाहनों की गति दिख जाएगी। डिस्‍प्‍ले बोर्ड पर वाहन चालक का चेहरा, जुर्माने की राशि और वजह नहीं दिखेगी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो इफेक्‍ट्स से तैयार किया गया है। इसके साथ किया जा रहा दावा गलत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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