Fact Check: चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान को चांद पर देवी की मूर्ति मिलने का दावा झूठा

चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान को चांद पर देवी की मूर्ति व एलियन का मैसेज मिलने और गुफा से आवाज आने का दावा झूठा है। इसरो ने ऐसे कोई वीडियो या जानकारी पोस्ट नहीं की है।

Fact Check: चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान को चांद पर देवी की मूर्ति मिलने का दावा झूठा

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। चंद्रयान-3 मिशन के दौरान सोशल मीडिया पर कई भ्रामक व फर्जी पोस्‍ट वायरल हुई हैं। विश्‍वास न्यूज ऐसी कई पोस्‍ट की पड़ताल कर उनकी सच्‍चाई पाठकों के सामने ला चुका है। अब एक वीडियो में इसरो के हवाले से दावा किया जा रहा है कि चांद की सतह पर चंद्रयान-3 मिशन के दौरान रोवर को देवी की मूर्ति मिली है। इससे संबंधित वीडियो को इसरो ने जारी किया है। जबकि एक अन्य में दावा किया जा रहा है कि रोवर को एलियन का वीडियो मैसेज मिला है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा झूठा है। न तो इसरो ने ऐसी कोई जानकारी दी है और न ही ऐसे कोई वीडियो जारी किए हैं। व्यूज के लिए इस तरह के फर्जी वीडियो को पोस्ट किया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर ‘टॉप84‘ (आर्काइव लिंक) ने 27 अगस्त को 8:11 मिनट के वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा,

चाँद पर मिली देवी की मूर्ति आधा भाग है जमीन में धंसा

वीडियो में इसरो के हवाले से कहा गया है, “चंद्रयान-3 मिशन के दौरान रोवर चांद की सतह से पर्दे उठा रहा है। जब रोवर एक क्रेटर का वीडियो बना रहा था तो उसे वहां एक रहस्मयी मूर्ति मिली है। यह किसी महिला की मूर्ति लग रही है। इसरो के वैज्ञानिक भी इसे देखकर हैरान हैं। वीडियो में किसी महिला की मूर्ति दिख रही है। इसरो के वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह एक देवी की मूर्ति जैसी लग रही है।”

फेसबुक यूजर ‘रिंकू झा ऑफिशियल‘ (आर्काइव लिंक) ने 28 अगस्त को वीडियो पोस्ट किया। इसमें दावा किया गया कि रोवर को एलियन का वीडियो मैसेज मिला है, जिसे इसरो ने जारी किया है।

एक अन्य फेसबुक यूजर ‘ऑनली वायरल वीडियोज‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 29 अगस्त को वीडियो जारी कर दावा किया कि चांद पर गुफा से ओम के उच्चारण की आवाज आ रही है। रोवर ने इसका वीडियो भेजा है।

फेसबुक यूजर ‘ऑनली वायरल वीडियोज‘ (आर्काइव लिंक) ने एक और वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया कि रोवर को चांद पर एलियन का झुंड दिखा है और इसरो ने ऐसा वीडियो जारी किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इसरो के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स को स्कैन किया। इसरो के एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर हमें इस तरह की कोई जानकारी नहीं मिली। हां, 26 अगस्‍त को इसरो ने चांद की सतह पर मौजूद रोवर प्रज्ञान का वीडियो जारी किया है। इसमें वह ‘शिव शक्ति प्वाइंट’ के आसपास चलते हुए देखा जा सकता है।

https://twitter.com/isro/status/1695378531243454712

इससे पहले 25 अगस्‍त को इसरो ने लैंडर से रोवर के उतरने का वीडियो पोस्‍ट किया था।

14 जुलाई को चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के बाद से इसरो के एक्‍स अकाउंट से ऐसा कोई वीडियो या जानकारी पोस्‍ट नहीं की गई है, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके। हां, इस दौरान इसरो ने चांद की सतह की फोटो या वीडियो जरूर पोस्‍ट किए हैं।  

https://twitter.com/isro/status/1679783216230858754

इसरो के फेसबुक अकाउंट पर भी हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।

इससे साफ होता है कि इसरो ने इस तरह के किसी जानकारी को पोस्‍ट नहीं किया है।

इसके बाद हमने एक वीडियो के थंबनेल पर दी गई तस्‍वीर को यांडेक्‍स रिवर्स इमेज से सर्च किया। इससे मिलती-जुलती तस्‍वीर हमें रूस की वेबसाइट stranabolgariya पर मिली। 28 अगस्‍त 2023 को अपडेट इस फोटो गैलरी का शीर्षक है, “चंद्रमा पर एक दिन कैसा दिखता है – फोटो”।

एक अन्‍य वेबसाइट kostiaos.artstation पर भी हमें इससे मिलती-जुलती फोटो मिली। इसमें दिया गया है कि चंद्रमा की सतह की 3डी इमेज। मतलब यह वास्‍तविक नहीं हैं।

इनमें और वायरल तस्‍वीर में बस इतना अंतर है कि शेयर की जा रही फोटो में एक मूर्ति दिख रही है, जबकि ऑरिजिनल तस्‍वीर में ऐसा कुछ भी नहीं है। हालांकि, ऑरिजिनल  तस्‍वीर भी चंद्रमा की सतह की असली तस्‍वीर नहीं है। यह डिजिटली क्रिएटेड है।

इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने डिफेंस एंड एयरोस्पेस  एक्सपर्ट गिरीष लिंगन्ना से सपंर्क किया। उन्होंने इसे फेक बताया। उनका कहना है, “चंद्रयान-3 के मिशन के दौरान अगर रोवर कोई फोटो या वीडियो भेजता है तो उसे सबसे पहले इसरो जारी करेगा। इस वीडियो को देखकर ही पता चल जाता है कि यह फर्जी है।

पड़ताल के अंत में हमने झूठा दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। 10 जून को बने इस पेज के करीब 11 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान को चांद पर देवी की मूर्ति व एलियन का मैसेज मिलने और गुफा से आवाज आने का दावा झूठा है। इसरो ने ऐसे कोई वीडियो या जानकारी पोस्ट नहीं की है।

False
Symbols that define nature of fake news
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