दिल्ली के पटेल नगर में उत्तराखंड के नाबालिग युवा की चाकू मारकर हत्या किए जाने के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर भड़काऊ दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। संबंधित घटना में मृतक और आरोपी दोनों ही मुस्लिम समुदाय से संबंधित नहीं हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर सुदर्शन न्यूज के लोगो वाला एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें एक लड़के पर कुछ लोगों को हमला करते हुए देखा जा सकता है। सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किए जा रहे इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि दिल्ली के एक इलाके में बहन से छेड़छाड़ की घटना का विरोध किए जाने पर समुदाय विशेष के युवाओं ने लड़की की भाई की चाकू से गोद कर हत्या कर दी।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला, जिसे सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ दावे के साथ सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर समान दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Hindu Hriday Samrat Vikash’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”केजरीवाल का दिल्ली मॉडल यह है केजरीवाल का विकास …हन से छेड़खानी का विरोध किया तो 15 साल के युवक मनोज नेगी की चाकुओं से गोद गोद कर हत्या कर दी गयी।जिहादियों ने इसी इलाक़े के पास में कुछ दिन पहले नितेश जाट की भी पीट-पीट कर हत्या की थी।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है। वायरल वीडियो क्लिप में सुदर्शन न्यूज का लोगो लगा हुआ और उस पर लिखा हुआ है, ”बहन से छेड़खानी का विरोध किया तो चाकुओं से गोद दिया। जिहादियों ने कुछ ही दिन पूर्व इसी क्षेत्र में नितेश जाट की हत्या की थी।”
सुदर्शन न्यूज के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह वीडियो (आर्काइव लिंक) मौजूद है, जिसे 29 अक्टूबर 2022 को ट्वीट किया गया था।
‘मनोज नेगी हत्या’ की-वर्ड्स से न्यूज सर्च करने पर कई न्यूज रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस हत्याकांड का जिक्र है। ईटीवी भारत की एक नवंबर की रिपोर्ट के मुताबिक, ”दिल्ली में उत्तराखंड के एक छात्र मनोज नेगी की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई। मनोज नेगी शुक्रवार रात नौ बजे के आसपास कंप्यूटर की क्लास खत्म करके अपने घर जा रहा था। रास्ते में दो नाबालिग लड़कों ने उसको घेर लिया और उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमलावर लोग मनोज नेगी को घायल अवस्था में छोड़कर वहां से फरार हो गए। गंभीर हालत में घायल छात्र मनोज नेगी को नजदीक के हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।”
भास्कर डॉटकॉम की वेबसाइट पर भी इस हत्याकांड की रिपोर्ट मौजूद है। रिपोर्ट के मुताबिक, छेड़छाड़ का विरोध करने पर भाई की हत्या के मामले में पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों को पकड़ लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी और मृतक दोनों ही नाबालिग हैं।
नाबालिग होने की वजह से किसी भी न्यूज रिपोर्ट में आरोपियों की पहचान के बारे में जिक्र नहीं है। घटना को लेकर हमने पटेल नगर के स्टेशन हाउस ऑफिसर इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘संबंधित घटना में किसी भी तरह का सांप्रदायिक पहलू नहीं है।’ आरोपियों और मृतक दोनों के समान समुदाय से संबंधित होने के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, ‘सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेजा गया है। सभी आरोपी नाबालिग हैं और वे एवं मृतक एक ही समुदाय से संबंधित हैं।’
आरोपियों के नाबालिग होने का हवाला देते हुए उन्होंने नाम बताने से इनकार किया, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है।
वायरल वीडियो को फेक और सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 900 लोग फॉलो करते हैं। यह प्रोफाइल विचारधारा विशेष से प्रेरित है।
निष्कर्ष: दिल्ली के पटेल नगर में उत्तराखंड के नाबालिग युवा की चाकू मारकर हत्या किए जाने के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर भड़काऊ दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। संबंधित घटना में मृतक और आरोपी दोनों ही मुस्लिम समुदाय से संबंधित नहीं हैं।
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