विश्वास न्यूज की पड़ताल में कीट कैटरपिलर की तस्वीर को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत निकला। तस्वीर में नजर आ रहे कीड़े का नाम स्लग कैटरपिलर है। इस कैटरपिलर को छूने से त्वचा संबंधी समस्याएं होती है, लेकिन मृत्यु नहीं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक हरे रंग के कीड़े और दो शवों की तस्वीरों को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि खेतों में एक ऐसा कीड़ा आ चुका है, जिसके डंक मारते ही तुरंत मौत हो जाती है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। तस्वीर में नजर आ रहे कीड़े का नाम स्लग कैटरपिलर है। इस कैटरपिलर को छूने से त्वचा संबंधी समस्याएं होती है, लेकिन मृत्यु नहीं। जबकि पोस्ट में नजर आ रहे व्यक्तियों की मौत कीड़े के काटने की वजह से नहीं, बल्कि आकाशीय बिजली गिरने के कारण हुई है।
फेसबुक यूजर राहुल मेहरा ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “अगर अपने आसपास गांव के ग्रुप या ब्यावर का कोई ग्रुप हो उसमें भी यह खबर पहुंचा दे भाई लोगों खेतों के अंदर ऐसा जनावर भी आ चुका है किसी को डंक मारती तुरंत मौत हो जाती है।”
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर पर वॉट्सऐप यूजर दीपक पटेल ने वायरल तस्वीर को भेजकर इसकी सच्चाई बताएं जाने का अनुरोध किया है।
फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिख दिया गया है। पोस्ट को सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया, लेकिन हमें दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई, जिसमें कहा गया हो कि एक नया तरीके का कीड़ा आया है, जिसे छूने से लोगों की मौत हो जाती है। हालांकि, हमें इंडियन एक्सप्रेस की 19 सितंबर को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में इस मुद्दे को लेकर कर्नाटक के एक्सपर्ट और वैज्ञानिकों से बातचीत की गई है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह एक अफवाह है। इस कीड़े के काटने से त्वचा संबंधी समस्याएं जरूर होती हैं, लेकिन मौत नहीं होती है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें कीड़े से जुड़ी कई रिपोर्ट मिली। कीड़ों के बारे में जानकारी देने वाली वेबसाइट Project Noah के मुताबिक, यह तस्वीर स्लग कैटरपिलर (घोंघा सुड़ी) की है। यह कीड़ा 3-4 सेंटीमीटर लंबा होता है। इस कीड़े को छूने से त्वचा संबंधी परेशानियां हो सकती है। त्वचा पर धब्बे पड़ सकते हैं और खुजली की परेशानी भी हो सकती है।
कीड़ों के बारे में जानकारी देने वाली एक अन्य वेबसाइट के मुताबिक स्लग कैटरपिलर के रेशेदार जहरीले होते हैं। जिसे छूने से त्वचा संबंधी परेशानियां हो जाती है। ये कीड़े इन रेशेदारों को अपनी सुरक्षा और बचाव करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, कहीं भी यह नहीं लिखा हुआ है कि इसको छूने से मौत हो सकती है।
Owlcation की वेबसाइट के अनुसार, इस कैटरपिलर के रेशेदारों में एक तरह का केमिकल मौजूद होता है। जो कि यह कीड़ा अपनी आत्मरक्षा के लिए उपयोग करता है। अगर कोई इन्हें छू लेता है तो इनमें मौजूद केमिकल के कारण चर्म रोग होने का खतरा रहता है।
हमें दावे से जुड़ा एक ट्वीट DD News Andhra (అధికారిక ఖాతా) के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मिला। 16 सितंबर 2022 को DD News Andhra ने कीड़े की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा तेलुगु भाषा में लिखा है- “कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, वायरल दावा गलत है। यह एक फर्जी पोस्ट है।”
हमने शवों की तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट जगत न्यूज 24 नामक एक यूट्यूब चैनल पर मिली। रिपोर्ट को 10 सितंबर 2022 को यूट्यूब पर शेयर किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के जलगांव जिले के एक गांव में पिता और पुत्र अपने खेत में काम कर रहे थे। इस दौरान दोनों पर अचानक आकाशीय बिजली गिर गई और दोनों की मृत्यु हो गई।
झूम मराठी चैनल और आधार न्यूज सहित अन्य लोकल न्यूज ने इस घटना को कवर किया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने हमने काशी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नरेंद्र नाथ से भी संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। स्लग कैटरपिलर के काटने से मृत्यु नहीं होती है।
हमने मेरठ के एक अन्य कृषि वैज्ञानिक एस के सेंगर से भी संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। स्लग कैटरपिलर के काटने से खुजली, दर्द और धब्बे पड़ने जैसी समस्याएं त्वचा पर हो सकती हैं, लेकिन इसके काटने से मृत्यु नहीं होती है।
हमने अधिक जानकारी के लिए वन मंडल अधिकारी सुंदरलाल सांभरिया से संपर्क किया। उन्होने हमें बताया कि कीट कैटरपिलर हानिरहित है और मृत्यु का कारण नहीं बनता है। अगर छुआ तो त्वचा पर जलन होगी, जो किसी भी कीट कैटरपिलर के साथ होती है।
पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर राहुल मेहरा की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग में पता चला कि यूजर हरियाणा के कुरुक्षेत्र का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में कीट कैटरपिलर की तस्वीर को लेकर किया जा रहा वायरल दावा गलत निकला। तस्वीर में नजर आ रहे कीड़े का नाम स्लग कैटरपिलर है। इस कैटरपिलर को छूने से त्वचा संबंधी समस्याएं होती है, लेकिन मृत्यु नहीं।
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