वायरल वीडियो डोडा जिले के भद्रवाह स्थित भारतीय विद्या मंदिर स्कूल का है। वहां छात्रों को तिलक लगाने की परंपरा काफी पुरानी है। इसका अनुच्छेद 370 से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त को आर्टिकल 370 हटाए जाने के चार साल पूरे हो गए। राज्य से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक स्कूल का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें शिक्षकों को बच्चों का स्वागत तिलक लगाकर करते देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के विद्या भारती स्कूल में यह बदलाव देखा जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के भद्रवाह स्थित भारतीय विद्या मंदिर स्कूल की है। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद स्कूल में छात्रों का स्वागत तिलक लगाकर किया गया था। उनकी यह परंपरा 1985 से है, जबकि आर्टिकल 370 5 अगस्त 2019 को खत्म किया गया था।
विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वीडियो को भेजकर इनकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
फेसबुक यूजर ‘शिव भट्ट‘ (आर्काइव लिंक) ने 8 अगस्त को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
“Vidya Bharathi School : Jammu Kashmir …Article 370 cancellation effect ….Dhesh badalraha Hai …..”
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले पोस्ट में दिए गए स्कूल के बारे में जानकारी के लिए कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। विद्या भारती जम्मू-कश्मीर के नाम से बने फेसबुक पेज पर हमें यह वीडियो मिला। इसे 13 जुलाई को अपलोड किया गया है। इसमें लिखा है, “ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद भारतीय विद्या मंदिर गाथा (भद्रवाह) में विद्यार्थियों का विद्यालय में आचार्यों द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया।”
विद्या भारती जम्मू-कश्मीर के नाम से बने यूट्यूब चैनल पर भी 13 जुलाई को इस वीडियो को अपलोड करते हुए इसे भारतीय विद्या मंदिर गाथा (भद्रवाह) का बताया गया है।
वीडियो के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने डोडा जिले के भारतीय विद्या मंदिर स्कूल के प्रिंसिपल सतीश ठाकुर से सपंर्क किया। उनका कहना है, “ये स्कूल एनजीओ भारतीय शिक्षा समिति जम्मू संचालित करती है। वायरल वीडियो भद्रवाह के गाथा का है। स्कूल हमारी ही एक शाखा है। यह सीबीएसई बोर्ड है। इसमें पांचवीं तक के बच्चों को पढ़ाया जाता है। स्कूल में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद छात्रों के स्कूल आने पर उनका स्वागत तिलक लगाकर किया जाता है। करीब 1985 में यह परंपरा चली आ रही है। इसका आर्टिकल 370 से कोई संबंध नहीं है।“
भारतीय विद्या मंदिर मंडली की वेबसाइट पर भारतीय शिक्षा समिति के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें लिखा है कि विद्या भारती के भारतीय शिक्षा समिति जम्मू-कश्मीर का शुभारंभ सितंबर 1984 में हुआ था। इसकी शुरुआत विद्या भारती के पूर्व नॉर्थ इंडिया इंचार्ज नारायण दास और जेएंडके में आरएसएस के पूर्व प्रांत प्रचारक इंद्रेश ने की थी।
5 अगस्त को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर छपी खबर में लिखा है कि 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाकर विशेष दर्जा खत्म कर दिया गया था। इसे काफी हंगामे के बीच संसद में पेश किया गया था। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी के बाद यह फैसला लागू किया गया था।
अंत में हमने भ्रामक दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह कर्नाटक के मंगलौर में रहते हैं और करीब पांच हजार फ्रेंड्स हैं।
निष्कर्ष: वायरल वीडियो डोडा जिले के भद्रवाह स्थित भारतीय विद्या मंदिर स्कूल का है। वहां छात्रों को तिलक लगाने की परंपरा काफी पुरानी है। इसका अनुच्छेद 370 से कोई संबंध नहीं है।
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