बागपत में गैंगरेप की पीड़िता और आरोपी एक ही समुदाय के हैं। इस मामले को गलत सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव के दौरान बागपत की एक घटना को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है। एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के बागपत में तीन हिंदू युवकों ने एक मुस्लिम लड़की को अगवा कर उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। वीडियो में एक लड़की को रोते-बिलखते देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि बागपत के रमाला में हुई इस घटना को सांप्रदायिक रंग देकर झूठा दावा किया जा रहा है। इस मामले में पीड़िता और आरोपी दोनों ही मुस्लिम हैं। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
फेसबुक यूजर Nijam Muddin (आर्काइव लिंक) ने 4 मई वीडियो को शेयर करते हए लिखा, “उत्तर प्रदेश के बागपत में 11 साल की मुस्लिम लड़की को अगवा कर 3 हिंदू अतिवादियों ने बारी बारी से गैंगरेप किया। कहां गया बाबा जी का बुल्डोजर जो केवल मुसलमानों के लिए ही निकलता है?”
(वीडियो में लड़की की पहचान उजागर होने के चलते हम पोस्ट का लिंक नहीं दे रहे हैं)
एक्स यूजर AIMIM-Pandit Manmohan Jha Gama (आर्काइव लिंक) ने भी इस तरह की पोस्ट करते हुए समान दावा किया।
वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले बागपत पुलिस के एक्स हैंडल को स्कैन किया। 3 मई को बागपत पुलिस के एक्स अकाउंट से पोस्ट (आर्काइव लिंक) कर इस घटना की जानकारी दी गई है। इसमें लिखा है कि थाना रमाला पुलिस को 27 अप्रैल को सूचना मिली कि असारा गांव में एक लड़की का अपहरण हो गया है। केस दर्ज कर पुलिस ने शाम को लड़की को ढूंढ लिया था। उसके बयान के आधार पर नदीम पुत्र यूनुस को गिरफ्तार किया गया है।
4 मई को बागपत पुलिस के हैंडल से इस मामले में प्रेस नोट पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया गया। इसमें बताया गया कि इस मामले में तीन युवकों नदीम पुत्र यूनुस, तौहीद पुत्र तनवीर और गुफरान पुत्र मोहम्मद के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें से नदीम और तौहीद को गिरफ्तार कर लिया गया है। (इस प्रेस रिलीज में लड़की के पिता का नाम भी दिया गया है, जिस कारण हम पोस्ट का लिंक नहीं दे रहे हैं)
इससे साफ होता है कि पीड़िता और आरोपी, दोनों ही मुस्लिम हैं।
5 मई को दैनिक जागरण के बागपत संस्करण में छपी खबर के अनुसार, छात्रा के अपहरण और गैंगरेप के मामले में पुलिस ने नदीम और तौहीद को गिरफ्तार कर लिया है। बात दें कि रमाला थाना क्षेत्र के एक गांव की लड़की 24 अप्रैल को लापता हो गई थी। बाद में पुलिस ने उसे ढूंढ लिया था। छात्रा ने तीन युवकों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। कुछ दिन बाद छात्रा का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस हरकत में आई। तीसरा आरोपी अभी फरार है।
इस बारे में रमाला थाना प्रभारी शिवदत्त का कहना है कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक रंग नहीं है। पीड़िता और आरोपी एक ही समुदाय के हैं।
वीडियो को गलत सांप्रदायिक रंग देकर शेयर करने वसाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। मुंबई में रहने वाले यूजर के करीब 2600 फ्रेंड्स हैं।
निष्कर्ष: बागपत में गैंगरेप की पीड़िता और आरोपी एक ही समुदाय के हैं। इस मामले को गलत सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।