Fact Check: SBI की तरफ से 500 रुपए इनाम दिए जाने का वायरल लिंक फर्जी है

एसबीआई की तरफ से 500 रुपए उपहार देने का वायरल लिंक फर्जी है। यूजर का डेटा चोरी करने के लिए इस लिंक को बनाया गया है। यूजर ऐसे किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एसबीआई की तरफ से 500 रुपए उपहार दिया जा रहा है। कूपन स्क्रैच करके पैसों को फोनपे पर प्राप्त किया जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने दावे की पड़ताल की तो पाया कि वायरल लिंक फर्जी है। यह एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट का लिंक नहीं है। ऐसे किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने पर आप धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर Lucky 1980 ने 27 जून 2024 को वायरल लिंक को शेयर है और लिखा हुआ है,“500 का इनाम एसबीआई के द्वारा प्राप्त करे फोनपे से।”

पोस्ट पर लिखा हुआ है: कूपन स्क्रैच करें और कैशबैक जीतें। भारतीय स्टेट बैंक के तरफ से उपहार।

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

Jefferson Mirambil नाम के यूजर ने भी पोस्ट को शेयर किया है। 27 जून को शेयर किये पोस्ट में लिखा है,”आपने एसबीआई से 500 जीते हैं, अभी दावा करें”

पड़ताल

पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वायरल पोस्ट के साथ शेयर किये जा रहे लिंक को देखा। वायरल यूआरएल rechargekaro.xyz है, जबकि एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट का यूआरएल https://www.onlinesbi.sbi/ है। जिससे साफ़ है कि वायरल लिंक संदिग्ध है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने एसबीआई के सोशल मीडिया एकाउंट्स को खंगाला। हमें दावे से जुड़ी कोई पोस्ट नहीं मिली।

वायरल पोस्ट के अंतर्गत हर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से सभी जनता के खाते में 1999 रुपये  भेजने की बात कही गई है। हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी कोई भी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।

पोस्ट को हमने इंडिया साइबर आर्मी के संस्थापक किसलय चौधरी के साथ शेयर किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, ” यह पोस्ट फर्जी है। यह लिंक यूजर का डेटा इकट्ठा करने के लिए बनाया गया है।”

विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर फ्री रिचार्ज और फ्री पैसे जैसे कई फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को पढ़ा जा सकता है।

अंत में पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर को 513 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: एसबीआई की तरफ से 500 रुपए उपहार देने का वायरल लिंक फर्जी है। यूजर का डेटा चोरी करने के लिए इस लिंक को बनाया गया है। यूजर ऐसे किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।

False
Symbols that define nature of fake news
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