Fact Check : वायरल वीडियो में शख्‍स की पिटाई का नहीं है पाकिस्‍तान की जीत से कोई संबंध

महाराष्‍ट्र के एक पुराने वीडियो को अब कुछ लोग फर्जी दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

Fact Check : वायरल वीडियो में शख्‍स की पिटाई का नहीं है पाकिस्‍तान की जीत से कोई संबंध

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। टी20 वर्ल्‍ड कप में पाकिस्‍तान की जीत के बाद से ही सोशल मीडिया में कई प्रकार के फर्जी और पुराने वीडियो गलत संदर्भ के साथ वायरल हो रहे हैं। अब एक वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि वीडियो में जिस शख्‍स की पिटाई हो रही है, वह पाकिस्‍तान की जीत का जश्‍न मना रहा था। जिसके बाद यूपी पुलिस ने उसे जमकर पीटा। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की विस्‍तार से जांच करके सच पता लगाने की कोशिश की। हमें पता चला कि महाराष्‍ट्र के एक पुराने वीडियो को अब कुछ लोग फर्जी दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज विश्‍व हिंदू लोक ने 28 अक्‍टूबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘पाकिस्‍तान की जीत का जश्‍न कुछ इस तरह यूपी में।’

वीडियो में देखा जा सकता है कि किसी तरह कुछ पुलिसकर्मी एक युवक की बेहरमी से पिटाई कर रहे हैं। फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। पोस्‍ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की तह में जाने के लिए सबसे पहले InVID टूल का सहारा लिया। इसमें वायरल वीडियो को अपलोड करके कई ग्रैब्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज सर्च में खोजना शुरू किया। वायरल वीडियो का ग्रैब्‍स और वीडियो हमें इंटरनेट पर कई जगह मौजूद मिला। एबीपी लाइव डॉट कॉम ने 28 मई 2021 को एक खबर पब्लिश करते हुए बताया कि महाराष्‍ट्र के जालना में भाजपा कार्यकर्ता की पुलिसिया पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद जांच के आदेश दिए गए। खबर में बताया गया कि जिस शख्‍स की पिटाई हुई थी, वह भारतीय जनता पार्टी यूथ सेक्रेटरी शिवराज नारियालवाले हैं। यह घटना 9 अप्रैल को हुई थी। पूरी खबर यहां पढ़ें।

वायरल वीडियो हमें भाजपा नेता किरीट सौम्‍या के ट्विटर हैंडल पर भी मिला। 27 मई 2021 को वीडियो को अपलोड करते हुए भाजपा नेता ने लिखा कि 9 अप्रैल को जालना के दीपक अस्‍पताल में भाजपा के यूथ सेक्रेटरी शिवराज नारियालवाले की पुलिस ने पिटाई की।

https://twitter.com/KiritSomaiya/status/1397850464994037760

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए जालना के दैनिक पल्लवरंगा के पत्रकार अमित कुलकर्णी से संपर्क किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो जालना के दीपक अस्‍पताल का है। यहां पर कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बाद बखेड़ा खड़ा किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने एक्‍शन लिया था। वीडियो का यूपी से कोई संबंध नहीं है। यह जालना का पुराना वीडियो है।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक पेज विश्‍व हिंदू लोक की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर को चार हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इस पेज को 25 जनवरी 2020 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: महाराष्‍ट्र के एक पुराने वीडियो को अब कुछ लोग फर्जी दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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