कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर बीबीसी के नाम से वायरल हो रहा चुनाव पूर्व सर्वेक्षण फेक है। बीबीसी भारत में किसी भी तरह का चुनाव पूर्व सर्वेक्षण नहीं करता है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी प्रचार के बीच सोशल मीडिया पर एक सर्वे के आंकड़ें वायरल हो रहे हैं। दावा किया जा रहा है यह बीबीसी न्यूज के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण के आंकड़ें हैं, जिसके मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कर्नाटक में फिर से सरकार बनाती दिखाई दे रही है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को फर्जी पाया। बीबीसी न्यूज के नाम से वायरल हो रहा यह चुनाव पूर्व सर्वेक्षण फेक और मनगढ़ंत है, जिसे मतदाताओं को प्रभावित करने की मंशा से शेयर किया जा रहा है। बीबीसी न्यूज किसी प्रकार का कोई चुनावी सर्वेक्षण नहीं करता है। समय-समय पर बीबीसी के नाम से इस तरह के फेक चुनावी सर्वे वायरल होते रहे हैं।
ट्विटर यूजर ‘Suresh| ಸುರೇಶ್’ ने वायरल ग्राफिक्स (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें बीबीसी न्यूज के हवाले से कर्नाटक विधानसभा के लिए चुनाव पूर्व सर्वेक्षण के आंकड़ों का जिक्र है। दावा किया जा रहा है कि सत्तारुढ़ दल बीजेपी 140 से अधिक सीटों को जीतकर एक बार फिर से सत्ता में वापसी करती हुई नजर आ रही है।
सर्वे में कांग्रेस के 58-66, जनता दल (सेक्युलर) के 22-29 और अन्य के 1-3 सीट जीतने का दावा किया गया है। फेसबुक पर कई यूजर्स ने इस सर्वे को सही समझकर समान दावे के साथ शेयर किया है।
चुनाव आयोग ने 29 मार्च 2023 को कर्नाटक विधानसभा के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। कर्नाटक में 10 मई को चुनाव होंगे और इसके नतीजे 13 मई को आएंगे।
‘Karnataka Pre Poll Survey’ की-वर्ड सर्च में ऐसी कई रिपोर्ट्स मिली, जिसमें कर्नाटक चुनाव को लेकर हुए सर्वेक्षणों का जिक्र है। 26 अप्रैल 2023 की डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, क्षेत्रीय न्यूज नेटवर्क्स के छह चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में से दो में कांग्रेस को बढ़त मिलने का अनुमान है, वहीं अन्य चार में त्रिशंकु विधानसभा का अनुमान जताया गया है।
एक अन्य रिपोर्ट में टीवी9-सी वोटर के सर्वे का जिक्र है, जिसमें कांग्रेस की स्पष्ट जीत का अनुमान लगाया गया है। हालांकि, हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें बीबीसी न्यूज के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण का जिक्र हो। बीबीसी की वेबसाइट पर भी हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए किसी सर्वे का जिक्र हो।
विश्वास न्यूज इससे पहले भी चुनावी मौकों पर बीबीसी न्यूज के नाम पर वायरल सर्वे की पड़ताल कर चुका है। वास्तव में बीबीसी भारत में किसी तरह का प्री-पोल सर्वे नहीं करता है। वायरल पोस्ट को लेकर विश्वास न्यूज ने बीबीसी से संपर्क किया। वायरल चुनावी सर्वे का खंडन करते हुए बीबीसी ने बताया, “बीबीसी किसी भी तरह का चुनावी सर्वेक्षण नहीं करता है। हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि यह बीबीसी के नाम पर फैलाई जा रही फेक न्यूज है।”
इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीबीसी के नाम से चुनाव पूर्व सर्वेक्षण के आंकड़ों को वायरल कर बीजेपी के हारने का अनुमान जताया गया था। इस दावे की पड़ताल करती विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब डेढ़ सौ लोग फॉलो करते हैं। हिंदी और अंग्रेजी समेत कुल 12 भाषाओं में विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर बीबीसी के नाम से वायरल हो रहा चुनाव पूर्व सर्वेक्षण फेक है। बीबीसी भारत में किसी भी तरह का चुनाव पूर्व सर्वेक्षण नहीं करता है।
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