Fact Check: बीबीसी के नाम पर मॉर्फ्ड तस्वीर वायरल, ब्लैक फंगस-गोमूत्र से जुड़ी यह रिपोर्ट फर्जी है

विश्वास न्यूज की पड़ताल में बीबीसी के नाम का इस्तेमाल कर किया जा रहा वायरल दावा फर्जी निकला है। ब्लैक फंगस को गोमूत्र से जोड़ने वाला ऐसा कोई लेख बीबीसी ने प्रकाशित नहीं किया है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया पर कथित तौर पर बीबीसी के एक लेख का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिसमें ब्लैक फंगस को गोमूत्र से जोड़ा जा रहा है। इस लेख में दावा किया जा रहा है कि भारतीय वैज्ञानिक ने ब्लैक फंगस के 9000 केसों में गोमूत्र का लिंक पाया है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला है। बीबीसी ने ऐसा कोई लेख प्रकाशित ही नहीं किया है। बीबीसी के नाम का दुरुपयोग कर मॉर्फ्ड तस्वीर वायरल की जा रही है।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज Kashmir live news ने 25 मई 2021 को इस वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर किया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। इसी तरह फेसबुक यूजर Wasim Khan ने भी 26 मई 2021 को इस वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर किया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल स्क्रीनशॉट को बारीकी से देखा। कथित तौर पर बीबीसी का लेख बताए जा रहे इस स्क्रीनशॉट में बायलाइन Soutik Biswas की बताई जा रही है। विश्वास न्यूज ने बीबीसी की साइट पर सौतिक बिश्वास के बारे में सर्च किया। हमें 23 मई 2021 को उनकी बाइलाइन से प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में ब्लैक फंगस इन्फेक्शन के करीब 9000 केस मिले हैं। इस लेख में गोमूत्र का कहीं कोई जिक्र नहीं है। इस लेख को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने वायरल स्क्रीनशॉट और बीबीसी की वेबसाइट पर प्रकाशित असल रिपोर्ट्स की भी तुलना की। बीबीसी की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट्स का पहला पैरा बोल्ड रहता है, लेकिन वायरल स्क्रीनशॉट के साथ ऐसा नहीं है। इसके अलावा वायरल स्क्रीनशॉट और असल रिपोर्ट्स के फॉन्ट साइज में भी फर्क को यहां नीचे आसानी से देखा जा सकता है।

वायरल स्क्रीनशॉट (बाएं) और असल रिपोर्ट में स्टाइल शीट के हिसाब से भी काफी फर्क है।

विश्वास न्यूज ने सौतिक बिश्वास के सोशल मीडिया हैंडल्स को भी खंगाला। हमें ऐसी कोई रिपोर्ट उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल या फेसबुक प्रोफाइल पर नहीं मिली। इसके उलट हमें एक ट्विटर यूजर को किया गया सौतिक बिश्वास का रिप्लाई जरूर मिला। Ziya (@writeziya) नाम के ट्विटर हैंडल ने वायरल स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए सौतिक बिश्वास को टैग कर पूछा था कि क्या ये उनकी खबर है। सौतिक ने जवाब देते हुए कहा कि ये फर्जी न्यूज है। ट्विटर पर हुए इस सवाल-जवाब को यहां देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने वायरल स्क्रीनशॉट के संबंध में सीधे सौतिक बिश्वास से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि यह फर्जी खबर है। विश्वास न्यूज ने इस संबंध में मेल के जरिए बीबीसी से भी संपर्क किया। बीबीसी प्रवक्ता ने हमें बताया कि यह फर्जी पोस्ट है। उन्होंने कहा है कि हम पाठकों से अनुरोध करते हैं कि वे हमारी वेबसाइट bbc.com/news को देखें।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Wasim Khan की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर रामपुर, यूपी के रहने वाले हैं और फैक्ट चेक किए जाने तक इस प्रोफाइल के 328 फॉलोअर्स थे।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में बीबीसी के नाम का इस्तेमाल कर किया जा रहा वायरल दावा फर्जी निकला है। ब्लैक फंगस को गोमूत्र से जोड़ने वाला ऐसा कोई लेख बीबीसी ने प्रकाशित नहीं किया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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