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Fact Check: बरेली के स्कूल में टीचर के छात्र को पीटने का मामला गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल

बरेली के स्कूल में टीचर ने ​दलित छात्र की पिटाई की थी। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया था। सोशल मीडिया पर इस मामले को गलत सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है।

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नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बरेली के स्कूल में टीचर द्वारा छात्र की पिटाई का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक महिला और बच्चे की पिटाई का निशान दिखाती दो तस्वीरों को पोस्ट कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश के बरेली के एक स्कूल में टीचर ने मुस्लिम छात्र को जमकर पीटा।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि पीड़ित छात्र मुस्लिम नहीं था। बरेली पुलिस ने पोस्ट कर जानकारी दी है कि छात्र मुस्लिम समुदाय से संबंधित नहीं है। साथ ही पुलिस ने इस तरह की भ्रामक पोस्ट शेयर नहीं करने की सलाह भी दी है।

क्या है वायरल पोस्ट

एक्स यूजर @TarannumBano__ ने 23 जुलाई को दोनों तस्वीरें पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,

उत्तर प्रदेश बरेली में शिक्षिका ने कमरे में बंदकर मुस्लिम छात्र को जमकर पीटा
क्योलड़िया के बिहारीपुर में छात्र अब्दुल रहमान को जामुन, नींबू तोड़ने से मना करने पर बेरहमी से पीटा गया।
शिक्षिका ने मार-मारकर पीठ की खाल उधेड़ दी। पीड़ित छात्र के परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया

पड़ताल

वायरल तस्वीर को गूगल लेंस से सर्च करने पर एक्स यूजर Sachin Waliya (BSP) ने 23 जुलाई को दोनों तस्वीरों को पोस्ट करते हुए लिखा है कि बरेली के स्कूल में टीचर ने दलित छात्र की बेरहमी से पिटाई की। छात्र ने टीचर के लिए स्कूल में पेड़ से नींबू और जामुन तोड़कर लाने से मना कर दिया था।

इसके जवाब में बरेली पुलिस ने पोस्ट कर जानकारी दी कि इस मामले में पुलिस ने थाना क्योलड़िया में केस दर्ज कर लिया है।

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 24 जुलाई को छपी खबर में भी छात्र को वंचित समाज का बताया गया है। खबर में लिखा है कि मामला क्योलड़िया क्षेत्र के बिहारीपुर अब्दुल रहमान गांव के प्राइमरी स्कूल का है। वहां टीचर रचनी पर छात्र को बुरी तरह से पीटने का आरोप लगा था। कक्षा चार के छात्र ने आरोप लगाया था कि टीचर ने बच्चे से जामुन तोड़कर मंगाए थे। इसके बाद बच्चे ने गांव वालों को टीचर का नाम बता दिया। इससे नाराज होकर टीचर ने बच्चे की पिटाई कर दी। बीएसए ने टीचर को सस्पेंड कर दिया है। छात्र के पिता ने टीचर के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है।

दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर छपी खबर में भी मामला दलित छात्र की पिटाई का बताया गया है।

बरेली पुलिस ने भी 23 जुलाई को पोस्ट कर जानकारी दी है कि 21 जुलाई को इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। पीड़ित छात्र मुस्लिम नहीं है।

इस बारे में बरेली में दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर अशोक आर्या का कहना है कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। छात्र के मुस्लिम होने का दावा गलत है।

तस्वीरों को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर करने वाली एक्स यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावति यूजर के 9 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: बरेली के स्कूल में टीचर ने ​दलित छात्र की पिटाई की थी। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया था। सोशल मीडिया पर इस मामले को गलत सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है।

  • Claim Review : उत्तर प्रदेश के बरेली के एक स्कूल में टीचर ने मुस्लिम छात्र को जमकर पीटा।
  • Claimed By : X User- TarannumBano
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