Fact Check: बांग्लादेश में विरोध-प्रदर्शन के दौरान सड़क पर नमाज अदा करते छात्रों का वीडियो सांप्रदायिक दावे से शेयर

बांग्लादेश में जुलाई में विरोध-प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने ढाका में सड़क पर नमाज अदा की थी। उस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश में जारी हिंसा के दौरान कई वीडियो व तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें से एक वीडियो में कुछ युवकों को सड़क पर बैठे हुए देखा जा सकता है, जबकि उनके आसपास कुछ लोग डंडे लेकर खड़े हुए हैं। इस वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि
बांग्लादेश में मुस्लिम हिंदुओं को बंधक बनाकर इस्लाम कबूल करवा रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो करीब एक माह पुराना है। दरअसल, आरक्षण को लेकर हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने 16 जुलाई को सड़क पर नमाज पढ़ी थी। उस वीडियो को यूजर्स सांप्रदायिक रंग देकर शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट

विश्‍वास न्‍यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर्स ने इस वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया।

एक्स यूजर Laxmi tripathi ने 11 अगस्त को वीडियो पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,

“बांग्लादेश में हिंदुओं को बंधक बनाकर इस्लाम कबूल करवाते हुए जिहादी”

फेसबुक यूजर Anita Acharyaa Ji ने भी वीडियो को समान दावे के साथ पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। फेसबुक यूजर Mahadi ALP ने इस वीडियो रील को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे छात्र सड़क पर कर रहे हैं प्रार्थना! बांग्लादेश की सड़कों पर आम छात्रों का ये नजारा पहली बार है।

यूट्यूब चैनल्स Anamul Hoque Foysal ने इस वायरल वीडियो को 25 जुलाई और MR 10 ने 16 जुलाई को शेयर करते हुए इसे विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों द्वारा सड़क पर नमाज अदा करने का बताया।

इसके बाद बांग्ला कीवर्ड ‘আন্দোলন চলাখালীন সময় জোহরের নামাজ আদায় করতেছেন কিছু শিক্ষার্থী মাশাল্লাহ‘ से सर्च करने पर बांग्लादेश मूमेंट्स नाम की वेबसाइट पर इससे संबंधित खबर छपी है। इसमें वायरल वीडियो से मिलती-जुलती तस्वीर को भी अपलोड किया गया है। इसमें लिखा है कि कोटा में सुधार की मांग को लेकर छात्रों ने 16 जुलाई को ढाका के बसुंधरा गेट पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इस दौरान नमाज कर समय होने पर उन्होंने वहां नमाज अदा की। इस दौरान आसपास मौजूद छात्रों ने नारेबाजी और प्रदर्शन जारी रखा।

somoynews वेबसाइट पर इस तस्वीर से संबंधित खबर छपी है। इसमें तस्वीर के साथ दिए कैप्शन में लिखा है, कोटे को लेकर छात्र प्रार्थना कर रहे हैं। तस्वीर 16 जुलाई दोपहर को बशुंधरा गेट के सामने के इलाके से ली गई थी।

इस बारे में बांग्लादेश के रयूमर स्कैनर के फैक्ट चेकर तनवीर महताब आबिर का कहना है कि यह वीडियो छात्रों द्वारा सड़क पर नमाज अदा करने का है। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

विश्वास न्यूज ने बांग्लादेश को लेकर वायरल हो रही कुछ अन्य पोस्ट की पड़ताल की है। इनकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले एक्स यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है और उनके 1100 से ज्यादा यूजर्स हैं।

निष्कर्ष: बांग्लादेश में जुलाई में विरोध-प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने ढाका में सड़क पर नमाज अदा की थी। उस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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