Fact Check: पानी में नमाज अदा करते लोगों की यह तस्वीर साल 2021 की है, भ्रामक दावे के साथ वायरल

विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि पानी में नमाज अदा करते लोगों की तस्वीर साल 2021 की सतखीरा की है, जिसे कुछ लोग अब बांग्लादेश के हालिया हालात से जोड़कर भ्रामक दावे से शेयर कर रहे हैं। फोटो का हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

Fact Check: पानी में नमाज अदा करते लोगों की यह तस्वीर साल 2021 की है, भ्रामक दावे के साथ वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। बांग्लादेश में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें कुछ लोगों को पानी में नमाज अदा करते हुए देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इस फोटो को बांग्लादेश में हाल ही में आई बाढ़ का बताकर शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने जांच में वायरल दावे को भ्रामक पाया। असल में पानी में नमाज अदा करते लोगों की वायरल तस्वीर साल 2021 की है, जिसे कुछ लोग अब हालिया बताकर गलत दावे से शेयर कर रहे हैं। फोटो का हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।  

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक पेज जागो भारत जागो ने 26 अगस्त 2024 को फोटो को शेयर करते हुए लिखा है, “इस समय बांग्लादेश में आई भयानक बाढ़ से हाल बेहाल।

कर्म का फल मिलता है पर इतनी जल्दी मिलता है ये पहली बार देख रहा हूँ..”

पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखे । कई अन्य यूजर्स ने भी इस तस्वीर को समान दावे से शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज का इस्तेमाल किया। हमें तस्वीर wwdphc नाम के इंस्टाग्राम पेज पर मिली। फोटो को 30 मार्च 2022 को शेयर किया गया है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है, ” फोटो ने साल 2022 में वर्ल्ड वॉटर डे फोटो कॉन्टेस्ट में दूसरा सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार जीता है। यह तस्वीर बांग्लादेश के सतखीरा से ली गई है। फोटो का क्रेडिट शरवार अपो, बांग्लादेश को दिया गया है।

सर्च में हमें यह तस्वीर photoawards.com की वेबसाइट पर मिली। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर 8 अक्टूबर 2021 की सतखीरा की है। सतखीरा बांग्लादेश के सुंदरबन वर्षावन का एक बड़ा हिस्सा भी है। इस फोटो को शरवर हुसैन नाम के फोटोग्राफर ने क्लिक किया था।

हमने गूगल पर शरवर हुसैन नाम से सर्च किया। हमें शरवर हुसैन का इंस्टाग्राम अकाउंट मिला, जिसमें तस्वीर को 16 सितंबर 2022 को शेयर किया गया था। शरवर हुसैन ने इस फोटो को 29 मार्च 2022 को भी शेयर किया था और कैप्शन में लिखा था, “यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि मेरा काम @wwdphc -2022 की विजेता सूची में है। यह डॉक्यूमेंट्री प्रोजेक्ट के तहत “टीयर्स ऑफ़ ग्लोबल वार्मिंग” से जुड़ी एक तस्वीर है। इस फोटो को साझा करने और भाग लेने का इरादा, दर्शकों को व्यापक रूप से ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में संदेश भेजना है। मेरा मानना है कि दूसरा स्थान जीतने से मुझे दुनिया भर में अपना काम फैलाने में मदद मिलेगी।” शरवर हुसैन के इंस्टाग्राम बायो में दी गई जानकारी के अनुसार, शरवर डॉक्यूमेंट्री फोटोग्राफर हैं।

हमें वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती तस्वीर monovisionsawards.com की वेबसाइट पर भी मिली।

हमने तस्वीर को बांग्लादेश के रयूमर स्कैनर के फैक्ट चेकर तनवीर महताब आबिर के साथ शेयर किया। उन्होंने तस्वीर को पुराना बताया है।  

पड़ताल में आगे हमने बांग्लादेश में आई बाढ़ को लेकर सर्च किया। हमें 26 अगस्त 2024 को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर एक खबर मिली। दी गई जानकारी के अनुसार, “राजनीतिक उथल-पुथल के बाद आई बाढ़ से हालात बेहाल हो गए हैं। कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं। यहां अब तक बाढ़ की वजह से 20 लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं, 50 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।”

बांग्लादेश से जुड़ी विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।

अंत में हमने तस्वीर को शेयर करने वाले पेज को स्कैन किया। पता चला कि इस पेज को 163K लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि पानी में नमाज अदा करते लोगों की तस्वीर साल 2021 की सतखीरा की है, जिसे कुछ लोग अब बांग्लादेश के हालिया हालात से जोड़कर भ्रामक दावे से शेयर कर रहे हैं। फोटो का हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

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