Fact Check: बांग्लादेश में अवामी लीग के प्रदर्शन के वीडियो को अल्पसंख्यकों से जोड़कर किया जा रहा शेयर

बांग्लादेश के गोपालगंज में अवामी लीग के समर्थकों ने शेख हसीना की वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। उस वीडियो को अल्पसंख्यकों के प्रदर्शन का बताकर भ्रामक दावा किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश से जोड़कर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें कई लोगों को प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया है। इसमें प्रदर्शनकारी हाथ में डंडे, ढाल और धारदार हथियार लिए हुए दिख रहे हैं। कुछ यूजर्स वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों ने प्रदर्शन किया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि बांग्लादेश के गोपालगंज में अवामी लीग के समर्थकों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। उस प्रदर्शन के वीडियो को अल्पसंख्यकों से जोड़कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट

एक्स यूजर @mktyaggi ने 12 अगस्त को वीडियो पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,

बांग्लादेश के हिंदू, सिख ,ईसाई जाग गए हैं..

फेसबुक यूजर ‘रणजीत सिंह‘ ने भी वीडियो को अल्पसंख्यकों से जोड़कर शेयर (आर्काइव लिंक) किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने इसका कीफ्रेम निकालकर गूगल लेंस से सर्च किया। यूट्यूब चैनल SM media house20 ने 12 अगस्त को इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे बांग्लादेश के गोपालगंज का बताया है। इसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि 12 अगस्त 2024 को गोपालगंज के कोटलीपारा इलाके में अवामी लीग समर्थकों के बीच तनाव हो गया था। समर्थकों ने शेख हसीना की वापसी की मांग करते हुए मार्च निकाला और कई लोग लाठी, डंडे, पाइप और बेंच के साथ इसमें शामिल हुए। इस तनावपूर्ण स्थिति में सेना के साथ झड़प भी हुई। स्थानीय अवामी लीग नेताओं ने कार्यकर्ताओं से शांत रहने और सेना के साथ सहयोग करने का आग्रह किया।

बांग्लादेश की वेबसाइट Probash Time के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। इसे 12 अगस्त को अपलोड करते हुए गोपालगंज में अवामी लीग के प्रदर्शन का बताया गया।

इस बारे में प्रोबश टाइम के समाचार संपादक अराफात का कहना है कि वायरल वीडियो गोपालगंज में हुए प्रदर्शन का है। अवामी लीग के समर्थकों ने शेख हसीना की वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इसमें बहुसंख्यक समुदाय के लोग भी शामिल हुए थे। गोपालगंज में शेख हसीना का परिवार रहता है।

बांग्लादेश की वेबसाइट prothomalo पर 9 अगस्त को छपी खबर के अनुसार, सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में हजारों लोगों ने ढाका के शाहबाग में प्रदर्शन किया। विरोध मार्च बांग्लादेश के जागरूक पारंपरिक नागरिकों के बैनर तले आयोजित किया गया था। देश के विभिन्न हिस्सों में तोड़फोड़, आगजनी, लूटपाट और अल्पसंख्यकों पर हमले के आरोप लगाते हुए विरोध में इस प्रदर्शन को आयोजित किया गया था।

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले एक्स यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावित यूजर के 21 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

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निष्कर्ष: बांग्लादेश के गोपालगंज में अवामी लीग के समर्थकों ने शेख हसीना की वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। उस वीडियो को अल्पसंख्यकों के प्रदर्शन का बताकर भ्रामक दावा किया जा रहा है।

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