बेंगलुरु में चंद्रू की हत्या का कारण उर्दू नहीं है, बल्कि इसके पीछे की वजह रोड रेज है। इस हत्या का किसी भी प्रकार की भाषा या धर्म से कोई संबंध नहीं है। इसे सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि कर्नाटक में उर्दू नहीं बोलने पर शाहिद और उसके साथियों ने चंद्रू नाम के युवक की हत्या कर दी। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। शाहिद और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि चंद्रू की हत्या को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। बेंगलुरु संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) ने घटना की वजह रोड रेज बताई है। उन्होंने इस मामले में उर्दू के एंगल से इनकार किया है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर Rajbhushan jain ने 6 अप्रैल 2022 को पोस्ट किया,
कर्नाटक मे उर्दू न बोलने पर शाहिद और साथियों ने चंद्र नामके युवा की हत्या की घटना सीसी टीवी मे कैद शाहिद और साथी गिरफ्तार
कम्प्यूटर और कुरान नही कुरान और हथियार।
(कंटेंट को हू—ब—हू लिखा गया है।)
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से इसे सर्च किया। इसमें हमें नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर 06 अप्रैल को छपी एक खबर मिली। रिपोर्ट के अनुसार, 4 अप्रैल की देर रात चंद्रू एक साथी के साथ होटल से वापस लौट रहा था। रास्ते में उनकी टक्कर एक अन्य बाइक से हो गई, जिस पर शाहिद सवार था। विवाद बढ़ने पर शाहिद ने दो दोस्तों के साथ मिलकर चन्द्रू पर चाकू से हमला कर दिया। चंद्रू की विक्टोरिया अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बेंगलुरु पुलिस ने युवक के हत्या की वजह रोड रेज बताई थी। इस मामले में कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने पहले घटना के पीछे उर्दू नहीं जानने को बताया था, लेकिन बाद में उन्होंने कहा था कि विवाद ‘रोड रेज’ के कारण हुआ था।
6 अप्रैल को हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, मंलवार को तड़के जेजे कॉलोनी में तीन युवकों ने 22 साल के युवक चंद्रू की हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि हत्या रोडरेज के कारण हुई है। चंद्रू अपने दोस्त सिमान राज के साथ देर रात को कुछ खाने की तलाश में निकला था। जेजे नगर में उनकी बाइक एक अन्स बाइक से टकरा गई। दूसरी बाइक पर पाशा और उसके दो दोस्त सवार थे। विवाद बढ़ने पर पाशा ने चंद्रू पर चाकू से वार कर दिया। इसके बाद तीनों आरोपी वहां से भाग गए। सिमोन चंद्रू को अस्पताल ले गया, जहां उसकी मौत हो गई।
इस मामले में हमें बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर का 5 अप्रैल का ट्वीट भी मिला। इसमें लिखा है कि 5 अप्रैल की देर रात को सिमोन राज और चंद्रू (क्रिश्चियन) कुछ खाने के लिए मैसूर रोड पर गए थे। वहां से आते समय वे एक अन्य बाइक से टकरा गए। उसे शाहिद चला रहा था। झगड़े में शाहिद ने चंद्रू को चाकू मार दिया। इसके बाद आरोपी भाग गए। चंद्रू को विक्टोरिया अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुष्टि के लिए हमने बेंगलुरु संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) रमन गुप्ता से बात की। उनका कहना है, ‘वायरल हो रहा दावा फर्जी है। इस हत्याकांड का भाषा और संप्रदाय से कोई संबंध नहीं है। हत्या की वजह रोडरेज है।’
भ्रामक दावे को पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर Rajbhushan Jain की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह सितंबर 2012 से फेसबुक पर सक्रिय हैं। प्रोफाइल के अनुसार, यूजर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का रहने वाला है।
निष्कर्ष: बेंगलुरु में चंद्रू की हत्या का कारण उर्दू नहीं है, बल्कि इसके पीछे की वजह रोड रेज है। इस हत्या का किसी भी प्रकार की भाषा या धर्म से कोई संबंध नहीं है। इसे सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
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