Fact Check : बलिया के पूर्व डीएम का विवादित बयान हालिया संदर्भ में भ्रामक दावे के साथ वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बलिया के डीएम के नाम पर वायरल बयान को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वास्तव में यह बयान बलिया के पूर्व डीएम भवानी सिंह खंगारौत का है, जिन्होंने इसे लेकर बाद में माफी मांग ली थी। खंगारौत अब बलिया के डीएम नहीं हैं, इस समय डीएम रविंद्र कुमार हैं।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर आरक्षण से संबंधित एक बयान वायरल हो रही है, जिसे लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यह बलिया जिले के डीएम ने दिया है। पोस्ट में आर्थिक स्थिति से जोड़कर आरक्षण पर टिप्पणी की गई है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वास्तव में यह बयान बलिया के पूर्व डीएम भवानी सिंह खंगारौत का है, जिन्होंने इसे लेकर बाद में माफी मांग ली थी। खंगारौत अब बलिया के डीएम नहीं हैं, इस समय डीएम रविंद्र कुमार हैं।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘मीमर गौतम जी’ ने 18 सितंबर 2023 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मेरा पूर्ण समर्थन माननीय डीएम साहब बलिया उत्तरप्रदेश के लिए..भारत माता की जय।”

पोस्ट में लिखा हुआ है, “दोस्तों जोरदार आवाज उठाओ बलिया के डीएम ठाकुर साहब ने बहुत सही बोला है कि 30 लाख की गाड़ी में चलने वाले 10000 का जूता पहनने वाले दलित कैसे हो सकते है तब से फर्जी दलित उनके पीछे पड़े हैं ऐसे ईमानदार औरं सज्जन इंसान के सपोर्ट में जुट जाओ।”

पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट एबीपी न्यूज की आधिकारिक वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 2 सितंबर 2019 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, “बलिया के डीएम भवानी सिंह ने दलित नेताओं के महंगे जूतों पर टिप्पणी कर दी थी। बात 22 अगस्त की है। मीटिंग छोड़ कर वे रामपुर सरकारी स्कूल पहुंचे थे। वहीं बीएसपी के कुछ नेता भी मौजूद थे। बाहर लग्जरी गाड़ियां भी खड़ी थीं। लखनऊ में मुख्यमंत्री के ऑफिस के आदेश पर डीएम भवानी सिंह सारा कामकाज छोड़ कर स्कूल आए थे। स्कूल की एक वीडियो को लेकर हंगामा मचा था। यहां के दलित बच्चों को अलग से मिड-डे-मील का खाना परोसने का वीडियो वायरल हो गया था। बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर इसके लिए योगी सरकार की आलोचना की थी। डीएम साहब को इसी मामले की जांच के लिए स्कूल भेजा गया था। बीएसपी नेताओं को देख कर ही डीएम भवानी सिंह ने कहा कि महत्वपूर्ण बैठक छोड़ कर उन्हें आना पड़ा है। लेकिन आप जैसे नेता यहां राजनीति कर रहे हैं। डीएम ने कहा 25 लाख की गाड़ी, 20 हज़ार की घड़ी और 10 हज़ार के जूते पहन कर राजनीति न करें। वहां मौजूद बीएसपी के जोनल कोऑर्डिनेटर ने इसका विरोध किया।”

दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर सितंबर 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, “डीएम ने अपने बयान को लेकर लिखित माफी मांगी थी। उन्होंने माफीनामे में कहा- समस्या पेश करने वाले व्यक्ति को प्रशासनिक अधिकारी से उचित सम्मान मिलना चाहिए, जो उस दिन नहीं मिला। यह मेरी गलती थी। किसी व्यक्ति के घड़ी, जूते या गाड़ी के बारे में बात करना तो बचपना था। घटना के दौरान ऐसा नहीं लगा, पर अब महसूस हो रहा है।”

पड़ताल के दौरान हमें इस दावे से जुड़ा एक वीडियो हिंदुस्तान लाइव के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 29 अगस्त 2019 को शेयर किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, “बलिया के डीएम ने बसपा नेता के साथ बहस के दौरान  यह बयान दिया था।”

उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, बलिया के नए डीएम रविंद्र कुमार हैं। इंडियन ब्यूरोक्रेसी की वेबसाइट के मुताबिक, भवानी सिंह खंगारौत अब मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण बलिया के रिपोर्टर लवकुश से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “इस बयान को बलिया के पूर्व डीएम भवानी सिंह खंगारौत ने करीब चार साल पहले दिया था। उसके कुछ समय बाद उन्होंने माफी मांग ली थी और उनका ट्रांसफर हो गया था। फिलहाल बलिया के डीएम रविंद्र कुमार हैं। उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।”

अंत में हमने पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर ने खुद को हिमाचल प्रदेश का निवासी बताया हुआ है। यूजर के फेसबुक पर 19 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बलिया के डीएम के नाम पर वायरल बयान को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वास्तव में यह बयान बलिया के पूर्व डीएम भवानी सिंह खंगारौत का है, जिन्होंने इसे लेकर बाद में माफी मांग ली थी। खंगारौत अब बलिया के डीएम नहीं हैं, इस समय डीएम रविंद्र कुमार हैं।

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