Fact Check : बागपत में युवकों ने ले रखा था धार्मिक झंडा, पाकिस्तान का समझ लिया लोगों ने  

बागपत के सिंहावली अहीर थाना क्षेत्र में युवकों को पाकिस्तानी झंडा रखने के आरोप में कुछ लोगों ने पीट दिया था। उनके पास पाकिस्तानी नहीं, बल्कि धार्मिक झंडा था।  

Fact Check : बागपत में युवकों ने ले रखा था धार्मिक झंडा, पाकिस्तान का समझ लिया लोगों ने  

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बागपत के सिंहावली के नाम से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोग युवक को पाकिस्तान का झंडा लिए होने का आरोप लगाते हुए थप्पड़ मारते दिख रहे हैं। वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि बागपत के सिंहावली थाना क्षेत्र में लोगों ने पाकिस्तान का झंडा लहरा रहे लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि बागपत में युवकों के पास धार्मिक झंडा मिला था। युवकों के पास पाकिस्तान का झंडा मिलने का दावा गलत है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर ‘पंडित हेमन्त शर्मा‘ ने 17 सितंबर को वीडियो को शेयर (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,

बागपत के थाना सिघावली छेत्र के अमीनगर सराय में पाकिस्तान का झंडा लहरा रहे व्यक्तियों को स्थानीय लोगो ने पकड़ा एवं पुलिस के हवाले कर दिया

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 17 सितंबर को अमर उजाला की वेबसाइट पर छपी खबर में लिखा है कि मेरठ बागपत हाईवे पर कुछ लोगों ने वर्ग विशेष के दो युवकों को पाकिस्तानी झंडा लहराने के आरोप में पीट दिया। पुलिस की जांच में दोनों झंडे धार्मिक निकलने पर उनको छोड़ दिया गया।

दैनिक जागरण के बागपत संस्करण में छपी खबर में भी लिखा है कि गौसपुर गांव के तीन युवक बाइक से बारावफात के जुलूस में शामिल होने मेरठ जा रहे थे। रास्ते में कुछ लोगों ने बाइक पर पाकिस्तान का झंडा होने का आरोप लगाते हुए उनके साथ मारपीट की। सिंहावली अहीर पुलिस ने इसको धार्मिक झंडा बताया है।

17 सितंबर को बागपत पुलिस ने एक्स हैंडल से पोस्ट कर जानकारी झंडे को धार्मिक बताया है। पुलिस के अनुसार, युवक के पास मिला हरे रंग का झंड ईद ए मिलाद से संबंधित था। साथ ही पुलिस ने भ्रामक पोस्ट करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी। पोस्ट के साथ वायरल पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया गया है।

इस बारे में हमने बागपत के सिंहावली अहीर थाने के प्रभारी शिवदत्त से संपर्क किया। उनका कहना है कि युवकों के पास धार्मिक झंडा मिला था। पाकिस्तान का झंडा मिलने का दावा गलत है। युवकों की तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है। तहरीर मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। पीलीभीत के रहने वाले यूजर एक विचारधारा से प्रभावित हैं।

निष्कर्ष: बागपत के सिंहावली अहीर थाना क्षेत्र में युवकों को पाकिस्तानी झंडा रखने के आरोप में कुछ लोगों ने पीट दिया था। उनके पास पाकिस्तानी नहीं, बल्कि धार्मिक झंडा था।  

False
Symbols that define nature of fake news
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