बांग्लादेश के नरसिंगडी में शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने से पहले अवामी लीग की छात्र इकाई के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल रहे लोगों पर हमला बोल दिया था। उस घटना के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश में हिंसा के दौरान कई पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इनमें से एक पोस्ट में वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वीडियो में कुछ लोगों को डंडा लेकर एक महिला पर हमला करते देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं ने मुस्लिम महिला पर हमला कर दिया।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि बांग्लादेश के नरसिंगडी में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने से पहले अवामी लीग की छात्र इकाई छात्र लीग ने रैली निकाल रहे लोगों पर हमला कर दिया था। उस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर Aasif Khan ने 14 अगस्त को वीडियो को पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,
“बांग्लादेशी हिंदू भीड़ ने हिजाब पहनी मुस्लिम महिलाओं पर हमला किया और मुस्लिम घरों पर हमला किया, क्योंकि वे बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में असुरक्षित होने की शिकायत करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।“
वायरल दावे की जांच के लिए हमने वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। We are First news और Gaming Nafis यूट्यूब चैनल ने इस वीडियो को 3 अगस्त को अपलोड किया है। वीडियो के साथ लोकतंत्र पर प्रहार जैसे टाइटल के साथ सेव बांग्लादेशी स्टूडेंट और कोटा मूवमेंट जैसे हैशटैग्स का प्रयोग किया गया है।
इससे यह तो साफ होता है कि यह वीडियो शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने से पहले का है। इसके बाद हमने बांग्ला कीवर्ड से इस बारे में सर्च किया। songbadprokash नाम की वेबसाइट पर इस वीडियो से संबंधित खबर छपी है। इसमें वायरल वीडियो के हिस्से को भी देखा जा सकता है। 2 अगस्त को छपी खबर में लिखा है, “घटना 2 अगस्त की दोपहर को नरसिंगडी के सदर उपजिला पर प्रेस क्लब के सामने हुई। वहां छात्र लीग-यूथ लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन द्वारा बुलाई गई रैली में छात्रों और अभिभावकों पर हमला कर दिया था। इस हमले में कम से कम 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गये। इस बीच पुलिस चुपचाप खड़ी नजर आ रही थी। नरसिंगडी सदर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी (ओसी) तनवीर अहमद का कहना है कि छात्र लीग और आंदोलनकारियों के बीच एक छोटी सी झड़प हुई थी।”
Ajkerpatrika वेबसाइट पर भी 2 अगस्त को इससे संबधित छपी खबर में इस घटना को छात्र लीग-युवा लीग के कार्यकर्ताओं द्वारा नरसिंगडी में भेदभाव विरोधी आंदोलन में भाग लेने वाले छात्रों पर हमले का बताया गया।
Somoynews की वेबसाइट पर भी इस खबर को देखा जा सकता है।
इस बारे में हमने बांग्लोदश में प्रबोश टाइम के समाचार संपादक अराफात से संपर्क किया। उनका कहना है कि यह वीडियो नरसिंगडी का है। यह घटना शेख हसीना के देश छोड़ने से पहले की है। वहां 2 अगस्त को अवामी लीग की छात्र इकाई छात्र लीग के कार्यकर्ताओं ने छात्रों की रैली पर हमला कर दिया था। काली टीशर्ट में दिख रहा शख्स छात्र लीग का सदस्य है। इसके तीन दिन बाद शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़ दिया था। उस समय यहां कोई सांप्रदायिक मामला नहीं हुआ था।
एनडीटीवी की वेबसाइट पर 5 अगस्त को एएफपी के हवाले से छपी खबर में लिखा है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 5 अगस्त को इस्तीफा दे दिया और राजधानी ढाका से चली गईं। गुस्साए प्रदर्शनकारी उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक विचारधारा से प्रभावित यूजर शाहजहांपुर के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: बांग्लादेश के नरसिंगडी में शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने से पहले अवामी लीग की छात्र इकाई के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल रहे लोगों पर हमला बोल दिया था। उस घटना के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।
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