नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। 20 सेकंड के इस वीडियो में अशोक गहलोत को यह बोलते हुए दिखाया गया है कि यदि पानी में से बिजली निकल जाएगी तो यह पानी खेतों में क्या काम आएगा। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो को सच मानकर वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पता चला कि अशोक गहलोत के एक पुराने बयान को एडिट करके गलत संदर्भ के साथ वायरल किया जा रहा है। अशोक गहलोत जनसंघ के बारे में भाषण में बता रहे थे।
फेसबुक यूजर गिरराज अवाना ने अशोक गहलोत का 20 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि मान गए सीएम साहेब। वीडियो में अशोक गहलोत को यह बोलते हुए दिखा गया कि ये बांध बना रहा है। उस पर बिजली घर बनाया जाएगा और पानी में से बिजली निकाल ली जाएगी। पानी आपके खेतों में जाएगा तो पानी में से बिजली निकाल ली जाएगी तो उसकी ताकत ही खत्म हो जाएगी। तो आपके खेतों में पानी काम क्या आएगा?
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट को सच-समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इसके माध्यम से कई वीडियो ग्रैब्स निकाले गए। फिर इन्हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया गया। असली वीडियो अशोक गहलोत के सोशल मीडिया हैंडल पर मिला। 5 जून 2018 को पूरा वीडियो अपलोड करते हुए अशोक गहलोत ने ट्विटर पर लिखा कि ये इनकी असलियत है और इनकी फितरत में है कि मुझ जैसे साधारण इंसान को भी #ScientistGehlot का दर्जा दे देते हैं। असली वीडियो ये है, जिससे छेड़छाड़ की गई थी।
इस वीडियो में अशोक गहलोत को यह बोलते हुए देखा जा सकता है, “मुझे याद है कि बचपन में जब जनसंघ हुआ करता था, तब भाखड़ा बांध बना था। यही जनसंघ वाले घूम-घूम कर प्रचार करते थे कि पंडित नेहरू का दिमाग खराब हुआ है। ये बांध बना रहा है। उस पर बिजली घर बनाया जाएगा और पानी में से बिजली निकाल ली जाएगी। पानी आपके खेतों में जाएगा तो पानी में से बिजली निकाल ली जाएगी तो उसकी ताकत ही खत्म हो जाएगी। तो आपके खेतों में पानी काम क्या आएगा? तो ये वो लोग हैं जनसंघ वाले।”
असली वीडियो अशोक गहलोत के फेसबुक पेज पर भी मिला। इसे 26 मई 2018 को अपलोड किया गया था। इसमें अशोक गहलोत के पूरे बयान को देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि यह वीडियो पहले भी वायरल हो चुका है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर गिरराज अवाना को छह हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यह अकाउंट अक्टूबर 2016 में बनाया गया। यूजर दौसा का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि अशोक गहलोत के बयान का एक हिस्सा काटकर झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। गहलोत यह बयान अपने विरोधियों के बारे में बताते हुए दे रहे थे। वे बता रहे थे कि ऐसी अफवाहें जनसंघ वाले उड़ाते थे।
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