Fact Check: मणिपुर में गिरफ्तार अब्दुल का वायरल वीडियो वाली घटना से नहीं है कोई संबंध, गलत दावा हो रहा शेयर
मणिपुर पुलिस ने महिलाओं के उत्पीड़न वाले वायरल वीडियो मामले में अभी तक चार आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इनमें से मुख्य आरोपी का नाम हुइरेम हेरोदास है, जबकि तीन के नाम पुलिस ने अभी नहीं बताए हैं। वहीं, इंफाल ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने जिस अब्दुल हलीम को पकड़ा है, उसका झकझोर देने वाली उस घटना से कोई संबंध नहीं है।
- By: Sharad Prakash Asthana
- Published: Jul 21, 2023 at 03:39 PM
- Updated: Jul 21, 2023 at 03:46 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मणिपुर का महिलाओं के उत्पीड़न का वीभत्स वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स इसको लेकर कई पोस्ट शेयर कर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। इस वीभत्स घटना से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि मणिपुर के इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है और उसका नाम अब्दुल खान है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि मणिपुर की नॉन्गपॉक सेकमई पुलिस थाने में वायरल वीडियो वाला केस दर्ज किया गया है। इसमें चार आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें एक आरोपी का नाम पुलिस ने बताया है। उसका नाम हुइरेम हेरोदास सिंह है। वहीं, एक अन्य केस में अब्दुल हलीम नाम के एक शख्स को ईस्ट मणिपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसका वायरल वीडियो वाली घटना से कोई संबंध नहीं है।
क्या है वायरल पोस्ट
ब्लू टिक वाले ट्विटर यूजर ‘राजेंद्र शुक्ला‘ (आर्काइव लिंक) ने 20 जुलाई को ट्वीट किया,
“Breaking: मणिपुर जघन्य अपराध मामले में बड़ी खबर…
मणिपुर पुलिस ने मुख्य अपराधी “अब्दुल खान” को गिरफ्तार कर लिया है…
एक और Abdul Khan”
फेसबुक यूजर ‘सागर वीवीएन‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 20 जुलाई को पोस्ट करते हुए लिखा,
“मणिपुर मामले में बड़ी खबर
मुख्य आरोपी अब्दुल खान को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अब्दुल म्यांमार निवासी रोहिंग्या बताया जा रहा है”
पड़ताल
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 20 जुलाई 2023 को टाइम्स ऑफ इंडिया में इस बारे में वीडियो न्यूज छपी है। इसमें लिखा है, “मणिपुर का चौंकाने वाला वीडियो सामने आने के बाद देश सदमे में है। वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद मुख्य आरोपी को पकड़ लिया गया। वह वीडियो में हरे रंग की टी-शर्ट पहने हुए दिख रहा है और महिला को पकड़े हुए था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान पेची अवांग लीकाई निवासी 32 वर्षीय हुइरेम हेरोदास मैतेई के रूप में हुई है। वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इसे मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया था। प्रधानमंत्री ने भी इस घटना पर दुख और शर्मिंदगी व्यक्त की है और कहा कि इस अपराध के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।”
20 जुलाई को द हिंदू में भी इस बारे में खबर छपी है। इसके अनुसार, “मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने 20 जुलाई को कहा कि 4 मई के मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें घटना के बारे में 19 जुलाई को वीडियो वायरल होने के बाद ही पता चला। उन्होंने द हिंदू को बताया कि 3 मई से हजारों एफआईआर दर्ज की गई हैं और पुलिस प्रत्येक मामले की एक-एक करके जांच करेगी। मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह से मुलाकात की और जरूरत पड़ने पर पीड़ितों को सुरक्षा प्रदान करने को कहा। 4 जुलाई तक मणिपुर में 5,995 एफआईआर दर्ज की गईं। सीएम ने कहा कि पुलिस ने मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है। आरोपी की पहचान पेची अवांग लेकाई निवासी हुइरेम हेरोदास सिंह (32) के रूप में हुई है। आरोपी एक वर्कशॉप में काम करता है। गुरुवार देर रात मणिपुर पुलिस ने एक बयान में कहा कि मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे कुल गिरफ्तारियों की संख्या चार हो गई है।”
मणिपुर पुलिस ने 20 जुलाई को ट्वीट कर जानकारी दी है कि वायरल वीडियो मामले में चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ट्वीट में लिखा है कि थौबल जिले के नॉन्गपॉक सेकमई पुलिस ने अपहरण और सामूहिक बलात्कार के जघन्य अपराध के तीन और मुख्य आरोपियों को आज गिरफ्तार कर लिया है। अतः अब तक कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। राज्य पुलिस बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए सभी प्रयास कर रही है। छापेमारी जारी है।
इनमें से किसी भी रिपोर्ट में हमें इस मामले में किसी अब्दुल खान नाम के शख्स की गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं मिली। इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने मणिपुर के स्थानीय पत्रकार जेम्स से संपर्क किया। उनका कहना है, “इस मामले में पुलिस ने अभी तक चार आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इनमें से तीन के नाम पुलिस ने नहीं खोले हैं। उनके खिलाफ जांच चल रही है। जिसका नाम सामने आया है, वह हुइरेम हेरोदास है, अब्दुल खान नहीं। हां, अब्दुल हलीम नाम का एक शख्स किसी अन्य मामले में ईस्ट मणिपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसका इससे कोई संबंध नहीं है।“
इस बारे में और सर्च करने पर हमें मणिपुर पुलिस का ही एक और ट्वीट मिला। 20 जुलाई को किए गए इस ट्वीट में लिखा है कि इंफाल ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 38 साल के अब्दुल हलीम को गिरफ्तार किया है।
अब्दुल हलीम के बारे में और जानकारी के लिए हमने इंफाल ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस के एसपी शिवकांत सिंह से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “अब्दुल हलीम को एक्सटॉर्शन के मामले में गिरफ्तार किया है। उसका वायरल वीडियो वाले केस से कोई संबंध नहीं है।“
अंत में हमने गलत दावा शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। वह दिल्ली में रहते हैं और एक राजनीतिक दल से प्रभावित हैं।
निष्कर्ष: मणिपुर पुलिस ने महिलाओं के उत्पीड़न वाले वायरल वीडियो मामले में अभी तक चार आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इनमें से मुख्य आरोपी का नाम हुइरेम हेरोदास है, जबकि तीन के नाम पुलिस ने अभी नहीं बताए हैं। वहीं, इंफाल ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने जिस अब्दुल हलीम को पकड़ा है, उसका झकझोर देने वाली उस घटना से कोई संबंध नहीं है।
- Claim Review : मणिपुर के इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है और उसका नाम अब्दुल खान है।
- Claimed By : FB User- Sagar Vvn
- Fact Check : झूठ
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