Fact Check: प्रदर्शनकारियों के खिलाफ UP पुलिस की कार्रवाई के नाम पर वायरल वीडियो हैदराबाद का है
पैगंबर मोहम्मद विवाद मामले में हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई के वीडियो को उत्तर प्रदेश के नाम पर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Oct 3, 2022 at 06:06 PM
- Updated: Oct 3, 2022 at 06:15 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया यूजर्स पुलिस की कार्रवाई के एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ भड़काऊ प्रदर्शन के बाद की गई पुलिस की कार्रवाई का है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा अगस्त महीने में वीडियो हैदराबाद के ओल्ड सिटी में हुई पुलिस की कार्रवाई का है, जब पुलिस ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी किए जाने के मामले में प्रदर्शन कर रहे करीब 200 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था।
क्या है वायरल?
सोशल मीडिया यूजर ‘Dharmendra Sonkar’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”शाम को 5:00 बजे रैली निकाली, आर एस एस वालों को काट डालो और 7:00 बजे शाम को योगी सरकार का रिजल्ट!
👍🏼CM ho toh Yogi Jaisa!!!”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताते हुए समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर ‘Gulbarga 24 News’ के यू-ट्यूब चैनल पर करीब एक महीने पहले अपलोड किया हुआ वीडियो बुलेटिन मिला, जो वायरल वीडियो से मेल खाता है।
वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद पुलिस ने शालिबांदा इलाके में कार्रवाई करते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया। वीडियो के साथ दी गई जानकारी इसके संदर्भ को पूरी तरह से स्पष्ट नहीं करती है।
वीडियो से मिली जानकारी के आधार पर संबंधित की-वर्ड्स से सर्च करने पर द हिंदू की पुरानी रिपोर्ट मिली, जिससे वीडियो बुलेटिन में दी गई सूचना की पुष्टि होती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के मामले में बीजेपी के निलंबित विधायक टी राजा सिंह के खिलाफ प्रदर्शन के मामले में 24 अगस्त 2022 को हैदराबाद पुलिस ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जिसके बाद ओल्ड सिटी में तनाव व्याप्त हो गया।
असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मामले में पुलिस बेजा शक्ति के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया था।
वायरल वीडियो में 0.01 मिनट के फ्रेम में ‘Shaffaf’ लिखा हुआ नजर आ रहा है। गूगल मैप में हमें यह लोकेशन ‘SHAFFAF packaged drinking water’ के नाम से मौजूद मिला और इसके स्ट्रीट व्यू में वह लोकेशन भी नजर आया, जो वायरल वीडियो से मेल खाता है। गूगल मैप पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, यह लोकेशन तेलंगाना के हैदराबाद का है।
अब तक की जांच से यह स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो हैदराबाद का है, जिसे यूपी के नाम पर भ्रामक दावे से वायरल किया जा रहा है। वायरल वीडियो को लेकर हमने टीवी9 हैदराबाद के क्राइम रिपोर्टर मोहम्मद नूर से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो हैदराबाद में हुई पुलिस की कार्रवाई का है। साथ ही उन्होंने इस मामले में हिरासत में लिए गए लोगों का अन्य वीडियो भी हमारे साथ साझा किया, जो वायरल वीडियो के लोकेशन से मेल खाते हैं।
वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में स्वयं को उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया है।
निष्कर्ष: पैगंबर मोहम्मद विवाद मामले में हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई के वीडियो को उत्तर प्रदेश के नाम पर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
- Claim Review : RSS के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर यूपी पुलिस की कार्रवाई
- Claimed By : FB User-Dharmendra Sonkar
- Fact Check : भ्रामक
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