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Fact Check: गांधी के पुतले को गोली मारने की पुरानी घटना का वीडियो अमृत महोत्सव के नाम पर भ्रामक दावे से वायरल

30 जनवरी 2019 में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर उनके पुतले को गोली मारने और उसे आग लगाने के वीडियो को अमृत महोत्सव से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

  • By: Abhishek Parashar
  • Published: Aug 16, 2022 at 12:08 PM
  • Updated: Aug 16, 2022 at 12:38 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में कुछ लोगों के समूह को महात्मा गांधी के पुतले को जलाते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अमृत महोत्सव के दौरान का है, जब महात्मा गांधी के पुतले को जलाकर और नाथूराम गोडसे अमर रहे का नारा लगाते हुए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आजादी के अमृत महोत्सव को मनाया।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। महात्मा गांधी के पुतले को जलाने का वीडियो आजादी के अमृत महोत्सव से संबंधित नहीं है। वायरल हो रहा वीडियो 30 जनवरी 2019 (महात्मा गांधी की पुण्य तिथि) का है, जब महात्मा गांधी के पुतले के जरिए उनकी हत्या का सीन दोहराने के मामले का वीडियो सामने आने के बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय और उनके पति अशोक पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया था।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Er Vinit Mishra Gorakhpur’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”ये है इनका असली चेहरा गोडसे जिंदाबाद का नारा लगा कर अमृत महोत्सव मना रहे है।”

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो का स्क्रीन शॉट

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/Nehafolk_singer/status/1558489456394399744

पड़ताल

वायरल हो रहे वीडियो में कुछ लोगों का समूह नजर आ रहा है, जिनके गले में भगवा गमछा नजर आ रहा है और इनमें से एक व्यक्ति महात्मा गांधी के पुतले को आग लगा देता है। संबंधित की-वर्ड्स के साथ सामान्य न्यूज सर्च करने पर कई पुरानी रिपोर्ट्स का लिंक मिला, जिसमें वायरल वीडियो के दृश्य को देखा जा सकता है।

दैनिक जागरण के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर 06 फरवरी 2019 को अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन में इस घटना की जानकारी दी गई है।

दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘ महात्मा गांधी के पुतले के जरिए उनकी हत्या का सीन दोहराने की मुख्य आरोपी और अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय और उसके पति अशोक पांडेय को मंगलवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस बीते करीब एक हफ्ते से संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। इस बीच पेशी के लिए कोर्ट लाई गईं पूजा ने कहा है कि उन्हें किसी तरह का पछतावा नहीं है। पूजा शकुन पांडेय और उनके पति अशोक को अलीगढ़ पुलिस ने मंगलवार रात टप्पल से गिरफ्तार किया। दोनों को गिरफ्तारी के बाद बुधवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत के बाहर मीडिया से पूजा पांडे ने कहा, ‘मुझे कोई पछतावा नहीं है। हमने कोई अपराध नहीं किया है। हमने अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल किया है।’ बता दें कि 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर इन दोनों ने कुछ साथियों के साथ गांधीजी की हत्या का सीन दोहराया था। इसके लिए उन्होंने एक पुतले पर गांधीजी का पोस्टर लगाकर उस पर टॉय पिस्टल से गोलियां चलाई थीं। वायरल हुए वीडियो में सभी लोग गांधीजी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते नजर आ रहे थे।’

सर्च में एएफपी न्यूज एजेंसी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर छह फरवरी 2019 को अपलोड किया गए वीडियो बुलेटिन में वायरल हो रहे वीडियो के दृश्य को देखा जा सकता है।

वायरल वीडियो को लेकर विश्वास न्यूज ने हिंदू महासभा के प्रवक्ता अशोक कुमार पांडेय से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया वायरल हो रहा वीडियो 2019 का है और इसमें नजर आ रही महिला पूजा शकुन पांडेय संगठन में राष्ट्रीय सचिव के पद पर होने के साथ महामंडलेश्वर भी हैं।

हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि महात्मा गांधी के पुतले को आग लगाने की घटना का आजादी के अमृत महोत्सव से कोई संबंध नहीं है। यह 2019 की पुरानी घटना है, जिसमें शामिल हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय समेत अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

गौरतलब है कि आजादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील भारत के 75 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को याद करने और जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की ओर से की जाने वाली पहल का नाम है। इस महोत्सव के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘आजादी का अमृत महोत्सव की आधिकारिक यात्रा की शुरुआत 12 मार्च 2021 को हो गई, जिसकी 75 सप्ताह की उल्टी गिनती स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए शुरू हो गई है तथा यह एक वर्ष के बाद 15 अगस्त 2023 को समाप्त होगा।’

Source-amritmahotsav.nic.in

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब एक हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। यह प्रोफाइल विशेष राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित है। इससे पहले भी यह वीडियो बीजेपी विधायक अनिल उपाध्याय के नाम से वायरल हुआ था, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी। संबंधित फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: 30 जनवरी 2019 में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर उनके पुतले को गोली मारने और उसे आग लगाने के वीडियो को अमृत महोत्सव से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस मामले में मुख्य आरोपी और अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय और उसके पति अशोक पांडेय समेत अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।

  • Claim Review : गांधी के पुतले को जलाकर मनाया गया आजादी का अमृत महोत्सव
  • Claimed By : FB User-Er Vinit Mishra Gorakhpur
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