साल 2018 में उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर स्थित संत कबीर समाधि स्थल की पीएम मोदी की यात्रा के वीडियो को गलत दावे के साथ चुनावी दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के बीच सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने मुस्लिम धर्मस्थल पर जाकर चादर चढ़ाई। कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया है कि मोदी और योगी दोनों ने अपने ‘वोट बैंक’ का ध्यान रखते हुए मस्जिद में जाकर इबादत की।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया, जिसे चुनावी दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। वायरल हो रहा वीडियो 27 जून 2018 का है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संत कबीर समाधि स्थल पर गए थे। इसी पुराने वीडियो को मजहबी चुनावी रंग देकर गलत दावे के साथ वयारल किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Hari Narayan Shakya’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “आज हिंदू धर्म के सबसे..!!
बड़े ठेकदार होने का भ्रम टूट गया..!!😁😁😁”
कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो में न्यूज एजेंसी एएनआई का लोगो लगा हुआ है। संबंधित की-वर्ड्स से न्यूज सर्च में वीडियो एएनआई के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर 27 जून 2018 को अपलोड किया हुआ मिला, जिसके मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत कबीर समाधि स्थल का दौरान किया।
पीएमओ इंडिया के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर 28 जून 2018 को अपलोड किए गए वीडियो के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत कबीर के 500वीं पुण्यतिथि के मौके पर उनकी समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि दी।
वीडियो में स्थल का नाम ‘सद्गुरु कबीर समाधि मंदिर -मगहर धाम’ लिखा हुआ है। न्यूज एजेंसी एएनआई के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल से 28 जून 2018 को पीएम मोदी की इस यात्रा के वीडियो को शेयर किया गया है।
दी गई जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित किया, जहां वह संत कबीर महोत्सव में हिस्सा लेने गए थे। हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो 2018 का है और यह किसी मस्जिद का नहीं, बल्कि संत कबीर के समाधि स्थल का है।
इससे पहले भी यह वीडियो समान दावे के साथ सोशल मीडिया में भिन्न-भिन्न मौकों पर वायरल होता रहा है। इससे पहले यह वीडियो ईद के मौके पर मजार पर चादर चढ़ाने और मस्जिद जाकर इबादत करने के दावे के साथ वायरल हो चुका है, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां और यहां पढ़ा जा सकता है।
वायरल वीडियो को लेकर विश्वास न्यूज ने उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता अवनीश त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो पुराना है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संत कबीर समाधि स्थल पर गए थे। इस वीडियो को पीएम मोदी की छवि खराब करने की मंशा से गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में स्वयं को डिजिटल क्रिएटर बताया है। चुनाव से संबंधित अन्य भ्रामक और फेक दावों की जांच करती फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: 2018 में उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर स्थित संत कबीर समाधि स्थल की पीएम मोदी की यात्रा के वीडियो को गलत दावे के साथ चुनावी दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।