Fact Check: भ्रष्टाचार की शिकायत पर कर्मचारियों को चेताते मोहन यादव का वायरल वीडियो क्लिप उनके CM बनने से पहले का है

भ्रष्टाचार की शिकायतों के सामने आने के बाद भू-राजस्व कर्मचारियों को अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए मोहन यादव का वायरल वीडियो क्लिप उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले का है, जिसे हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी सरकार बनाई है। मोहन यादव राज्य के नए मुख्यमंत्री बने हैं और उनसे जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल एक क्लिप को लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के तत्काल बाद भ्रष्टाचारियों को बेहद सख्त लहजे में चेताते हुए नतीजे भुगतने के प्रति आगाह किया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। मोहन यादव का वायरल हो रहा वीडियो क्लिप मुख्यमंत्री बनने से पहले का है, जिसे हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘raikwarlalsingh’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें मोहन यादव को पटवारियों और तहसीलदारों को गलत काम का अंजाम भुगतने के बारे में चेतावनी देते हुए सुना जा सकता है।

वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो मोहन यादव को कहते हुए सुना जा सकता है, “….सरकारी योजनाओं के परिप्रेक्ष्य में कोई भी छोटी-मोटी कमी हो तो माफ करना….लेकिन सबको लेकर चलना। और ये पटवारी, गिरदावल…तहसीलदार कान खोलकर सुन लें…अगर ये बेईमानी करते दिखेंगे तो यही सस्पेंड कर देंगे।”

वायरल वीडियो के आधार पर संबंधित की-वर्ड्स सर्च में कई पुरानी रिपोर्ट्स मिली, जिसमें यादव के इस बयान का जिक्र है। पत्रिका डॉटकॉम की 17 मई 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, राजगढ़ जिला प्रभारी मंत्री मोहन यादव लगातार विकास कार्यों का लोकार्पण कर रहे हैं और इस दौरान उन्होने जन समस्या निवारण शिविर के दौरान पटवारी, गिरदावर और तहसीलदारों को गलत करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी।

कई अन्य न्यूज रिपोर्ट्स में भी इसका जिक्र है। नईदुनिया की 18 मई 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला मुख्यालय पर जनसमस्या निवारण शिविर के दौरान प्रभारी मंत्री मोहन यादव ने भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आने के बाद तहसीलदार, पटवारी और गिरदावर को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे बेइमानी करते हुए पाए गए तो उन्हें सस्पेंड कर दिया जाएगा।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार के मामले में कर्मचारियों को चेतावनी देते मोहन लाल यादव का वायरल वीडियो क्लिप उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले का है।

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने नईदुनिया डॉटकॉम के भोपाल स्थित प्रशांत पांडेय से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि मोहन यादव का यह वीडियो उनके मुख्यमंत्री बनने से काफी पहले का है।

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राज्य में एक बार फिर से अपनी सरकार बनाई है और इस बार शिवराज सिंह चौहान की जगह मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया गया है, जिनका शपथग्रहण 11 दिसंबर को हुआ।

मध्य प्रदेश के चुनावी नतीजों के बाद भी सोशल मीडिया पर इससे संबंधित मिस-इन्फॉर्मेशन को शेयर किया जा रहा है। हाल ही में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसके जरिए उनके राजनीतिक संन्यास का दावा किया गया था। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया था, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

वायरल वीडियो क्लिप को शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री शेयर की जाती है।

जागरण डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुूताबिक, मुख्यमंत्री बनने के बाद यादव ने अपने पहले आदेश के तहत धार्मिक स्थलों तथा अन्य स्थलों में अनियमित अथवा अनियंत्रित लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने के दिशा-निर्देश जारी किए।

निष्कर्ष: भ्रष्टाचार की शिकायतों के सामने आने के बाद भू-राजस्व कर्मचारियों को अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए मोहन यादव का वायरल वीडियो क्लिप उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले का है, जिसे हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।

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