Fact Check : गुजरात के करजण डैम का पुराना वीडियो उमरेठी बांध के नाम पर हुआ वायरल

नर्मदा जिले के करजण बांध के पुराने वीडियो को कुछ लोग अब हिरेन नदी के उमरेठी बांध का समझकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

Fact Check : गुजरात के करजण डैम का पुराना वीडियो उमरेठी बांध के नाम पर हुआ वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। देश के कुछ हिस्‍सों में भारी बारिश के कारण जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। महाराष्‍ट्र, गुजरात, राजस्‍थान, यूपी, दिल्‍ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड जैसे राज्‍यों में बारिश ने अच्‍छा-खासा कहर ढहाया है। इन सबके बीच बांध का एक वीडियो वायरल करते हुए इसे गुजरात के उमरेठी बांध का बताया जा रहा है। इसमें पानी को ओवरफ्लो होते हुए देखा जा सकता है। विश्‍वास न्‍यूज ने विस्‍तार से इसकी जांच की। सच कुछ और ही निकला। दरअसल नर्मदा जिले के करजण बांध के पुराने वीडियो को कुछ लोग अब हिरेन नदी के उमरेठी बांध का समझकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर नीलेश वाघेला ने 14 जुलाई को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए इसे उमरेठी डैम का बताया। इसके अलावा दूसरे यूजर्स भी इस वीडियो को उमरेठी डैम का हालिया वीडियो समझकर वायरल कर रहे हैं। वायरल पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के बारे में जानकारी जुटाने के लिए सबसे पहले इनविड टूल का इस्‍तेमाल किया। इसके जरिए कई कीफ्रेम्‍स निकाले गए। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल के जरिए सर्च किया गया। आवर वडोदरा नाम के एक ट्विटर हैंडल ने 14 जुलाई 2022 को यही वीडियो अपलोड करते हुए इसे करजन डैम का बताया। ट्वीट में बताया गया कि गुजरात के नर्मदा जिले का करजण डैम अत्‍यधिक बारिश के कारण ओवरफ्लो हो गया। इस वीडियो को गुजरात मिरर न्‍यूज ने अपने फेसबुक पेज पर भी अपलोड किया था।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने नर्मदा जिले की सरकारी वेबसाइट का रूख किया । यहां दी गई जानकारी के अनुसार, गुजरात के नर्मदा जिले के नांदेड तालुका में करजण बांध है। वडोदरा से इसकी दूरी करीब 85 किलोमीटर है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच के अगले चरण में उमरेठी बांध के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया। इसके लिए गूगल मैप की मदद ली। यहां सर्च करने पर हमें बांध की लेटेस्‍ट फोटो और वीडियो मिले। जुनैद मिर्जा नाम के एक यूजर ने जुलाई 2023 में इन्‍हें अपलोड किया था। उमरेती बांध की नीचे दी गई तस्‍वीरों को ध्‍यान से देखने पर साफ पता चल रहा है कि इस डैम की बनावट, आसपास की लोकेशन उस वायरल वीडियो से एकदम अलग है, जिसे उमरेठी बांध के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।

जांच के दौरान पता चला कि उमरेठी हिरेन नदी के किनारे बसा एक गांव है। वहां एक डैम बना हुआ है। करजण डैम से उमरेठी बांध की दूरी करीब पांच सौ किलोमीटर है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में गुजराती जागरण के नरेंद्र अहिरवाल से संपर्क किया गया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया । उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह वीडियो उमरेठी का नहीं है।

पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर नीलेश वाघेला अहमदाबाद में रहते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में उमरेठी बांध के नाम पर वायरल वीडियो से जुड़ी पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई। हमारी जांच में यह वीडियो करजण डैम का साबित हुआ।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट