उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में स्कूली परिसर में छात्राओं द्वारा मनचले की पिटाई की 2018 की पुरानी घटना के वीडियो को हाल का बताकर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कुछ छात्राओं को एक युवक की पिटाई करते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो छेड़छाड़ की घटना से संबंधित है, जहां लड़कियों ने आरोपी मुस्लिम समुदाय के युवक की जमकर पिटाई कर दी।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा वीडियो उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में हुई पुरानी घटना का है और इस मामले पुलिस ने आईपीसी की धारा 294 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकतें करना या दूसरों को परेशान करने वाले शब्दों का इस्तेमाल करना) के तहत आरोपी कपिल चौहान को गिरफ्तार किया था। 2018 की इस पुरानी घटना के वीडियो हालिया संदर्भ में सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Lalita Thakur’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “वीडियो कहां से है पता नहीं, लेकिन यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि “हिंदू बेटियों” ने लव जिहादियों को सबक सिखाना शुरू कर दिया है।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट को रिवर्स इमेज सर्च करने पर टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 10 दिसंबर 2018 की रिपोर्ट मिली, जिसमें इस वीडियो का इस्तेमाल किया गया है।
दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में स्कूल कैंपस के भीतर लड़कियों द्वारा मनचले की पिटाई का है। न्यूज सर्च में क्विंट की वेबसाइट पर 10 दिसंबर 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस घटना का वीडियो और अन्य जानकारी मौजूद है।
रिपोर्ट में एसएचओ संजीव कुमार का भी बयान शामिल है, जिसके मुताबिक, आरोपी का नाम कपिल चौहान है और उसे आईपीसी की धारा 294 के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है। इसी आधार पर सोशल मीडिया सर्च में कई पुरानी सोशल मीडिया पोस्ट्स मिली, जिसमें इस वीडियो को शेयर किया गया है।
नौ दिसंबर 2018 को ‘Ishita Bhatia’ नामक एक्स यूजर ने अपनी पोस्ट में उत्तर प्रदेश पुलिस को टैग करते हुए इस वीडियो को बागपत में हुई घटना का बताया था, जिस पर बागपत पुलिस ने जवाब देते हुए कहा था कि संबंधित प्रकरण में आरोपी को थाना बड़ौत पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किया जा चुका है और उपयुक्त कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो हाल-फिलहाल की किसी घटना का नहीं, बल्कि 2018 की घटना का है और इसका आरोपी मुस्लिम समुदाय का नहीं, जैसा कि वायरल पोस्ट में बताया गया है।
अतिरिक्त पुष्टि के लिए हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के बड़ौत संवाददाता राजीव पंडित से संपर्क किया। घटना में हिंदू-मुस्लिम एंगल के दावे को खारिज करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि यह छेड़छाड़ की घटना थी, जिसमें लड़कियों ने आरोपी को पीटा था और इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू शामिल नहीं था।
वायरल वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को एक्स पर करीब 29 हजार लोग फॉलो करते हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत पांच राज्यों के जारी विधानसभा चुनाव के बीच सोशल मीडिया पर चुनावी मिस-इन्फॉर्मेशन के मामलों को धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की वेबसाइट के चुनावी चेक सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में स्कूली परिसर में छात्राओं द्वारा मनचले की पिटाई की 2018 की पुरानी घटना के वीडियो को हाल का बताकर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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