Fact Check: 2016 में जर्मनी में बलूच प्रदर्शन के वीडियो को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

जर्मनी में बलूच प्रदर्शनकारियों के 2016 में पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ किए गए प्रदर्शन के पुराने वीडियो को बलूचिस्तान में 15 अगस्त के मौके पर किया गया प्रदर्शन बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: 2016 में जर्मनी में बलूच प्रदर्शन के वीडियो को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कुछ प्रदर्शनकारियों को भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान में बलूच जनता की तरफ से पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया गया, जिसमें उन्होंने भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए भारतीय नागरिकों को शुभकामनाएं दी।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो 2016 का है, जब जर्मनी में बलूच प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए भारत का झंडा लहराया था। इसी पुराने वीडियो को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Abhishek Kumar Kushwaha’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “पाकिस्तान के कब्जे वाले बलुचिस्तान में बलूच जनता ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर काला दिन मनाते हुए भारत का झंडा लहराया और मोदी आगे बढ़ो, कदम बढ़ाओ मोदी जी, हम तुम्हारे साथ हैं के नारे लगाए गए। और 15 अगस्त के अवसर पर, भारतीय नागरिकों को शुभकामनाएं दी।”

एक्स पर भी कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को समान संदर्भ में समान दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/ajaychauhan41/status/1691088506666237952

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो में कुछ प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन करते हुए भारत के राष्ट्रीय ध्वज के साथ देखा जा सकता है। सभी वीडियो को 15 अगस्त के मौके से जोड़कर शेयर किया गया है, जिससे यह प्रतीत होता है कि यह घटना इस स्वतंत्रता दिवस से संबंधित है।

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें इससे संबंधित वीडियो इंडिया टीवी के वेरिफाइड हैंडल पर लगा मिला, जिसे छह साल पहले 27 अगस्त 2016 को अपलोड किया गया है। वायरल वीडियो वाले फ्रेम (जिसमें एक व्यक्ति भारतीय झंडा लहरा रहा है) में समान विजुअल को 0.15 सेकेंड के फ्रेम पर देखा जा सकता है।

दी गई जानकारी के मुताबिक, “विदेशी बलूच प्रदर्शनकारियों ने जर्मनी में पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए। बलूच लोगों ने इस दौरान भारत के राष्ट्रीय ध्वज को भी लहराया और बलूचिस्तान के स्वतंत्रता संघर्ष को मदद देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी जताया।”

कई अन्य रिपोर्ट्स में भी इस प्रदर्शन का जिक्र है और इसमें इस्तेमाल की गई तस्वीर वायरल वीडियो के विजुअल से मेल खाती है। इंडिया टुडे की 28 अगस्त 2016 की रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी में रह रहे बलूच लोगों ने पाकिस्तान की सेना और शरीफ की सरकार पर बलूचिस्तान के लोगों पर अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया और इस मामले में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की भी मांग की।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो जर्मनी में बलूच लोगों के प्रदर्शन का है, न कि बलूचिस्तान का, जैसा कि वायल वीडियो में दावा किया गया है। साथ ही यह किसी हालिया प्रदर्शन का नहीं बल्कि 2016 के विरोध प्रदर्शन का है।

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने पाकिस्तान स्थित पत्रकार और फैक्ट चेकर लुब्ना जरार नकवी से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह पाकिस्तान में हुए किसी हालिया प्रदर्शन का नहीं है।

न्यूज सर्च में भी ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें 15 अगस्त के मौके पर बलूचिस्तान में ऐसे किसी प्रदर्शन का जिक्र हो, जिसमें भारतीय झंडे को लहराया गया हो। गौरतलब है कि बलूच लोग लंबे समय से अपनी आजादी की मांग को लेकर आंदोलन करते रहे हैं और वे हर साल 27 मार्च को ‘काला दिवस’ के तौर पर मनाते हैं।

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में 27 मार्च को ‘काला दिवस’ मनाते हुए बलूच एक्टिविस्ट्स ने जर्मनी और ब्रिटेन में पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था।

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर करीब डेढ़ लाख लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: जर्मनी में बलूच प्रदर्शनकारियों के 2016 में पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ किए गए प्रदर्शन के पुराने वीडियो को बलूचिस्तान में 15 अगस्त के मौके पर किया गया प्रदर्शन बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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