अक्टूबर 2022 को गुरुग्राम में एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या करके शव को सूटकेस में डालकर सड़क किनारे फेंक दिया था। अब उसी घटना के वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक सूटकेस में महिला के शव को देखा जा सकता है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल करते हुए हत्यारे को एक धर्म विशेष से जोड़ रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल, दोनों एक ही धर्म के साबित हुए। इस हत्या में कोई हिंदू-मुस्लिम एंगल नहीं था। विश्वास न्यूज एक बार पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुका है।
फेसबुक यूजर कट्टर हिंदू ने 2 मई को एक वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, “इनका भी अब्दुल सूटकेस वाला निकला। एक और सूटकेस में बंद हिन्दू लड़की जिसे अपने अब्दुल पर पूरा भरोसा था ! गुरुग्राम इफको चौक अभी मिली, जाँच जारी पर मर गयी बेचारी।”
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले दावे के आधार पर ही कुछ कीवर्ड बनाए। फिर इन्हें गूगल ओपन सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। घटना से संबंधित कई खबरें मिलीं। अमर उजाला डॉट कॉम पर 20 अक्टूबर 2022 को पब्लिश एक खबर में बताया गया, “गुरुग्राम के इफ्को चौक के पास सूटकेस में मिले महिला के शव के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया। महिला के शव की पहचान करते हुए पुलिस ने हत्यारोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। पत्नी की हत्या के बाद हत्यारे पति राहुल ने उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए बाजार से 1100 रुपये में सूटकेस खरीदा था। जिस समय आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया, उस वक्त उसकी एक वर्षीय बेटी भी कमरे में ही सो रही थी। महिला की पहचान मूल रूप से यूपी के सुल्तानपुर की निवासी 20 वर्षीय प्रियंका के रूप में की थी।” पूरी खबर यहां पढ़ें।
घटना से संबंधित खबर टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर भी मिली। 19 अक्टूबर 2022 को पब्लिश खबर में विस्तार से पूरी घटना के बारे में बताया गया। इस खबर में भी कहीं भी कोई हिंदू-मुस्लिम एंगल नहीं मिला। पूरी खबर यहां पढ़ा जा सकता है।
भास्कर डॉट कॉम पर पब्लिश खबर में बताया गया, “हरियाणा के गुरुग्राम में युवती की सूटकेस में बंद लाश का राज खुल गया है। पति ने ही पत्नी की हत्या की। जिसके बाद लाश के सारे कपड़े उतारकर उसे सूटकेस में पैक किया। फिर ई-रिक्शा पर उसे इफको चौक के पास झाड़ियों में फेंक आया। पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया। उसने माना कि उन्होंने डेढ़ साल पहले घर से भागकर लव-मैरिज की थी। फिर झगड़ा रहने लगा तो उसने गुस्से में आकर गला दबाकर पत्नी को मार डाला।” पूरी खबर को विस्तार से यहां पढ़ें।
सर्च को आगे बढ़ाते हुए यूट्यूब पर घटना से जुड़ी खबरों को खोजना शुरू किया गया। 19 अक्टूबर 2022 को गुरुग्राम न्यूज ने अपने यूट्यूब चैनल पर मौजूद वीडियो में बताया कि पुलिस ने 24 घंटों के अंदर केस सुलझाया लिया था। इसमें हमें वायरल दावे वाला फुटेज भी नजर आया।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल के अगले चरण में दैनिक जागरण, गुरुग्राम के संपादकीय प्रभारी आदित्य राज से संपर्क किया। उन्होंने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा फर्जी है। पत्नी की हत्या करने वाला भी हिंदू था। इसमें कोई हिंदू-मुस्लिम एंगल नहीं था।
अब बारी थी छह महीने पुरानी घटना के वीडियो को सांप्रदायिक दावे से वायरल करने वाले यूजर के बारे में जानकारी जुटाने की। फेसबुक पेज कट्टर हिंदू गुजरात से संचालित होता है। इस पेज को चार हजार से ज्यादा लोग लाइक करते हैं, जबकि फॉलोअर की तादाद 4.1 हजार है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। जांच में पता चला कि अक्टूबर 2022 को गुरुग्राम में एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या करके शव को सूटकेस में डालकर सड़क किनारे फेंक दिया था। अब उसी घटना के वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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