Fact Check: मनाली के पिछले साल की तस्वीर को पर्यटकों की हाल की भीड़ के नाम पर किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाई गयी है। मनाली की जिस तस्वीर को हाल की समझते हुए वायरल किया जा रहा है, वो दिसंबर 2020 की है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें लोगों की ज़बर्दस्त भीड़ को देखा जा सकता है। तस्वीर को फेसबुक और ट्विटर पर कोरोना की तीसरी लहर से कनेक्ट कर शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि यह तस्वीर अभी की मनाली की है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि हाल की समझते हुए जिस भीड़ की तस्वीर को वायरल किया जा रहा है वह अभी की नहीं, बल्कि मनाली की दिसंबर 2020 की तस्वीर है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Akshay Katoch ने वायरल तस्वीर को 5 जुलाई 2021 को अपलोड करते हुए लिखा, ‘हर शाख पे उल्लू बैठा है अंजाम -ए-गुलिस्तां क्या होगा हमारा #manali #3rdwave”.

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया। सर्च में हमने पाया कि वायरल तस्वीर को इसी दावे के साथ बहुत-से सोशल मीडिया यूजर शेयर कर रहे हैं। पड़ताल में हमारे हाथ Amigosblink नाम का फेसबुक पेज लगा, जहां इस तस्वीर को 23 जनवरी 2021 को सबसे पहली बार शेयर करते हुए उसे मनाली की बताया गया था। इस यूजर की प्रोफाइल स्कैनिंग में हमें 5 जुलाई 2021 को की हुई एक पोस्ट लगी, जिसमें वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए बताया गया की जो तस्वीर वायरल हो रही है वह हाल की नहीं, बल्कि 31 दिसंबर 2020 की है।

Amigosblink की प्रोफाइल पर हमें हूबहू इसी मंज़र का जिफ वीडियो भी मिला। यहां भी वीडियो को पोस्ट करते हुए मनाली 31 दिसंबर 2020 की बताया गया है।

तस्वीर से जुडी पुष्टि हासिल करने के लिए हमने तस्वीर को खींचने वाले फेसबुक पेज Amigosblink से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया, ‘यह पिक्चर उन्होंने 31 दिसंबर 2020 को मनाली में खींची थी। यह एक पुरानी तस्वीर है, जिसे लोग अब वायरल कर रहे हैं’।

अबतक की पड़ताल से यह तो साफ़ था कि मनाली की एक पुरानी तस्वीर को शेयर किया जा रहा है। हालांकि, हमने आगे की जांच में मनाली के रीसेंट वीडियो और तस्वीरों को सर्च करना शुरू किया। सर्च में हमें जागरण इंग्लिश के ट्विटर हैंडल पर 5 जुलाई 2021 को एएनआई के हवाले से ट्वीट किया गया मनाली का रीसेंट वीडियो देखने को मिला। इस वीडियो में मनाली घूमने गए पर्यटकों की भीड़ को भी देखा जा सकता है।

अब बारी थी इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Akshay Katoch सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि यूजर हिमाचल प्रदेश का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाई गयी है। मनाली की जिस तस्वीर को हाल की समझते हुए वायरल किया जा रहा है, वो दिसंबर 2020 की है।

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