विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पता चला कि यह तस्वीर केन्या के मसाई मारा नेशनल पार्क की है। इसे वाइल्ड फोटोग्राफर पॉल गोल्डस्टीन ने खींचा था। इसका कूनो से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से जबसे कूनो नेशनल पार्क में चीते लाकर छोड़े गए हैं, तबसे सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों, तस्वीरों और वीडियो का सिलसिला जारी है। अब तीन चीतों की एक तस्वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर कूनो की है। ये चीते अशोक स्तंभ के शेरों की मुद्रा में बैठे हुए हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पता चला कि यह तस्वीर केन्या के मसाई मारा नेशनल पार्क की है। इसे वाइल्ड फोटोग्राफर पॉल गोल्डस्टीन ने खींचा था। इसका कूनो से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर विजय डोंगरे ने 26 फरवरी को तीन चीतों की एक तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, ‘चमचो बर्नाल मंगवा लो, अब चीते भी कैमरे को देखकर पोज देते है। कुछ बड़े विददानों के अनुसार, मध्य प्रदेश के कुन्हो अभ्यारण से, ये ताजा तस्वीर आई है। ये वो चीते हैं जिन्हें मोदी जी के दवारा नामीबिया से भारत में लाया गया है। यह चीते कैसे भारत के प्रतीक अशोक वाले तीन शेरों की तरह बैठे हैं।’
पोस्ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर की जांच के लिए सबसे पहले गूगल लेंस का इस्तेमाल किया। गूगल लेंस के जरिए वायरल तस्वीर कई वेबसाइट पर मिली। इंडिया टाइम्स की वेबसाइट पर 21 फरवरी 2023 को पब्लिश एक खबर में वायरल तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए बताया गया कि इस तस्वीर को विंबलडन के वाइल्ड फोटोग्राफर पॉल गोल्डस्टीन ने बड़ी मेहनत से क्लिक किया था। यह तस्वीर केन्या के मसाई मारा नेशनल पार्क की है। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर भी इस तस्वीर को पोस्ट किया। पूरी खबर यहां पढ़ें।
वाइल्ड फोटोग्राफर पॉल गोल्डस्टीन ने 25 जनवरी 2022 को अपनी फेसबुक पोस्ट पर बताया कि कई न्यूज पेपर्स ने तीन चीते वाली तस्वीरों को अपने यहां जगह दी। यह तस्वीर केन्या के मसाई मारा में क्लिक की गई थी।
विश्वास न्यूज ने पॉल गोल्डस्टीन के ऑफिस में ईमेल के जरिए संपर्क किया। उन्होंने बताया कि राजनीतिक फायदे के लिए इस तस्वीर का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे अकाउंट के खिलाफ एक्शन लेने के लिए कहा जाएगा।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ पीके वर्मा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल तस्वीर को शेयर किया। उन्होंने बताया, “वायरल तस्वीर उनके पास भी आई थी। अशोक स्तंभ वाली मुद्रा में बैठे तीन चीतों की फोटो कूनो की नहीं है।”
पड़ताल के अंतिम चरण में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर विजय डोंगरे को 3311 लोग फॉलो करते हैं। अकाउंट लॉक होने के कारण इससे ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि कूनो नेशनल पार्क के तीन चीते के नाम पर वायरल तस्वीर वाली पोस्ट फर्जी है। यह तस्वीर केन्या के मसाई मारा पार्क की है। इसे वाइल्ड फोटोग्राफर पॉल गोल्डस्टीन ने क्लिक किया था। इसका कूनो से कोई संबंध नहीं है।
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