Fact Check: हरियाणा में मजार बनाम मूर्ति की पुरानी घटना को हाल का बताकर भ्रामक दावे से किया जा रहा वायरल

हरियाणा के भिवानी जिले में मजार की जगह हनुमान जी की प्रतिमा रखने के पुराने विवाद की तस्वीरों को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर के हवाले से दावा किया जा रहा है कि यह हरियाणा के भिवानी से संबंधित है, जहां रात में मजार से हनुमान की प्रतिमा निकल कर सामने आ गई। वायरल पोस्ट में इस दावे से संबंधित दो तस्वीरें इस्तेमाल की गई हैं, जिसमें एक मजार की है और दूसरी तस्वीर में उसी जगह पर भगवान हनुमान की प्रतिमा नजर आ रही है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल तस्वीरें और घटना पुरानी हैं। भिवानी जिले के ढाणा रोड पर कथित रूप से मजार को तोड़कर हनुमान जी की प्रतिमा रखने के बाद दो पक्षों में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। हालांकि, इस मामले में किसी भी पक्ष ने मुकदमा दर्ज नहीं कराया था और पुलिस की पहल से दोनों पक्षों के बीच शांति-समझौता करा दिया गया था। इसी पुरानी घटना की तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Atishay joshi’ ने वायरल तस्वीरों (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “#हरियाणा : भिवानी में पीर साहब मजार में लेटे थे पता नही रात को हनुमान जी का अवतरण हुआ और पीर साहब गर्मी से परेशान होकर सीधा 72 हूरों के पास पहुँच गए ये तो शुरुआत है….”

कई अन्य यूजर्स ने इन तस्वीरों को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/ajaychauhan41/status/1648632501026398209

पड़ताल

सभी वायरल पोस्ट पिछले तीन-चार दिनों की है, जिससे प्रतीत हो रहा है कि यह हाल की घटना है। की-वर्ड सर्च में ऐसी कई रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का जिक्र है और सभी रिपोर्ट्स करीब साल भर पुरानी हैं। दैनिक जागरण की 18 अप्रैल 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, “(भिवानी जिले के) ढाणा रोड पर प्राचीन पीर बाबा की मजार तोड़कर हनुमान जी की प्रतिमा रख दी थी। इसके बाद दोनों पक्षों में तनाव हो गया था। हालांकि, पुलिस को इसकी लिखित में शिकायत नहीं मिली थी मगर पुलिस ने पहल करते हुए दोनों पक्षों के बीच शांति वार्ता करवाई है।”

दैनिक जागरण की 18 अप्रैल 2022 की रिपोर्ट

रिपोर्ट के मुताबिक, “ढाणा रोड स्थित पीर बाबा की मजार को तोड़कर हनुमान जी की प्रतिमा रखे जाने का विवाद रविवार को भी पूरी तरह से नहीं सुलझ पाया, मगर लोगों की राय पर समझौता करने की बात फाइनल हो गई है। इस विवाद के निपटारा करने के लिए महिला थाना डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं, मजार की देखरेख करने वाले परिवार व आस-पास के लोगों को रविवार सुबह जैन चौकी में बुलाया। डीएसपी ने कहा कि आस-पास के लोग मिलकर वहां मजार बनाना चाहे या फिर मंदिर ये उनकी इच्छा है। दो दिन तक वहां यथा स्थिति बनी रहने दे। अब दो दिन में यह स्‍पष्‍ट हो जाएगा कि यहां मजार ही रहेगी या मजार के साथ हनुमान जी की मूर्ति को भी रख दिया जाएगा।”

कई अन्य रिपोर्ट्स में भी इस घटना का जिक्र है। 18 अप्रैल 2022 को टीवी9 हिंदी की रिपोर्ट के मुताबिक, “वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें बजरंग दल के कार्यकर्ता जय श्री राम के नारों के बीच मजार जैसे पत्थर पर हथौड़े बरसा रहे हैं। मजार तोड़ने के बाद यहां पर हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की गई। वीडियो शनिवार को हनुमान जयंती का बताया जा रहा है। पुलिस इसकी जांच कर रही है कि कहीं ये मामले किसी गलत मकसद से तो नहीं उठाया गया है।”

टीवी9 हिंदी की 18 अप्रैल 2022 की रिपोर्ट

रिपोर्ट में आगे कहा गया है, “एसपी भिवानी अजीत सिंह शेखावत का कहना है कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जहां मजार तोड़ने की बात सामने आई है। इसको बनवाने और रखवाली करने वाले दोनों ही हिंदू हैं। पुलिस जांच कर रही है कि बिल्डिंग के अंदर मंदिर थी या मजार। जांच के बाद मामला साफ हो पाएगा। अभी इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है।”

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल घटना हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि 2022 की है, जिसमें पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच शांति-सुलह करा दिया था। वायरल तस्वीर को लेकर हमने दैनिक जागरण के भिवानी के ब्यूरो चीफ शिव गुलिया से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह मामला पुराना है और फिर से सोशल मीडिया पर इसे वायरल किया जा रहा है।

विश्वास न्यूज ने इस मामले में एक पक्ष भिवानी जिले के मुस्लिम समिति के अध्यक्ष जोरावर अली से संपर्क किया। अली इस मामले में सुलह की कोशिशों का हिस्सा थे। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह घटना पुरानी है। अली ने कहा, “इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया था। दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई थी। जिस जमीन पर यह घटना हुई, उसका मालिकाना हक स्पष्ट नहीं है और फिलहाल इस जगह पर मंदिर और मजार दोनों ही हैं।”

जागरण की रिपोर्ट में भी जोरावर अली के बयान को पढ़ा जा सकता है, जिसके मुताबिक मजार का निर्माण भी हिंदुओं ने ही कराया था। जैन चौकी प्रभारी के बयान के मुताबिक, “मामला सुलझ गया है। मजार को फिर से बना दिया जाएगा। अगर आस-पास के लोग चाहेंगे तो वहां पर अलग से हनुमान जी की प्रतिमा भी रख दी जाएगी। इसके लिए दोनों ही पक्षों में सहमति बन गई है। इसके लिए दो दिन का समय दिया गया है।”

वायरल तस्वीर को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब एक हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: हरियाणा के भिवानी जिले में मजार की जगह हनुमान जी की प्रतिमा रखने के पुराने विवाद की तस्वीरों को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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