Fact Check: कोलकाता में जब्त विस्फोटक के पुराने मामले को भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

कोलकाता में 2022 में करीब 27000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट के साथ डेटोनेटर की जब्ती के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दो लोगों को एक अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया है। इस पुराने मामले को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वहीं, इस मामले में जब्त अमोनियम नाइट्रेट की मात्रा 27000 किलोग्राम थी, जबकि बेरूत बंदरगाह पर धमाके की वजह से 270 टन यानी 27,50,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट था।

Fact Check: कोलकाता में जब्त विस्फोटक के पुराने मामले को भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कोलकाता में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 27,000 किलोग्राम विस्फोटक अमोनियम नाइट्रेट को जब्त किया है, जो बेरूत में हुए धमाके के मुकाबले करीब 10 गुना अधिक विस्फोटक है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल पोस्ट में शामिल वीडियो बेरूत में वर्ष 2020 में हुए धमाके का ही है, लेकिन कोलकाता में जब्त किए गए 27,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट के मुकाबले बेरूत में हुए धमाके की वजह 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट का बंदरगाह पर होना था। साथ ही कोलकाता में अमोनियम नाइट्रेट की जब्ती जून 2022 की है और इस पुरानी घटना को हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। कोलकाता पुलिस ने 2022 के इस मामले में दो लोगों मेराजुद्दीन अली खान और मीर मोहम्मद नुरूजमां को गिरफ्तार किया है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Gayatri Bakshi’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “NIA seizing 27,000 KG ammonium nitrate from Bengal is not normal. This is 10 times more explosive which was used in Beirut bombing. How 2 Muslim men gets to access so much explosives will remain a case study. A tragedy 20 times bigger than Pulwama has been averted.
This is indeed a massive conspiracy… Cant be done without the support of local politicians.4 August 2020, बैरूत….Port Of Beirut पर रखा हुआ Ammonium Nitrate के भण्डार में धमाका होता है…… इससे 218 लोग मारे जाते हैं….7000 लोग घायल होते हैं…15 Billion डॉलर (1 लाख 20 हजार करोड़ रूपए ) का नुकसान हुआ। सोचिये थोड़ी देर… अगर यह फट जाता तो क्या होता. सबसे चिंताजनक बात यह है, कि जो पकड़ा गया है, वह NIC में Engineer है.. जो भारतीय सरकार का उपक्रम है. राहुल गाँधी ने तो कहा ही था… पूरे देश में केरोसिन फैलाया हुआ है उन्होने… बस आग लगाने की देरी है।”

सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ वायरल पोस्ट

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया गया है, जो बेरूत बंदरगाह पर हुए धमाके से संबंधित है। अल जजीरा की चार अगस्त 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान में बेरूत बंदरगाह पर चार अगस्त 2020 को हुए धमाके में 218 लोगों की मृत्यु हो गई थी और इसमें करीब 7,000 लोग घायल हुए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, इस धमाके की वजह बंदरगाह पर मौजूद 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट में हुआ धमाका था।

जबकि कोलकाता में जब्त हुए अमोनियम नाइट्रेट की मात्रा 27,000 किलोग्राम यानी 27 टन थी।

द हिंदू की 1 अप्रैल 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, एनआईए ने पश्चिम बंगाल डेटोनेटर जब्ती मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक आरोपी मेराजुद्दीन अली खान को रानीगंज से गिरफ्तार किया गया है, वहीं दूसरा आरोपी मीर मोहम्मद नुरूजमां बीरभूम का रहने वाला है।

इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी जून 2022 में पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में भारी मात्रा में बरामद विस्फोटक मामले में हुई है, जब जांच एजेंसी ने 2,700 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट के साथ 1,625 किलोग्राम जिलेटिन की छड़ें और 2,325 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर्स को बरामद किया था।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इस पुराने मामले में की गई गिरफ्तारी को लेकर ट्वीट किया है।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि कोलकाता में 27,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट की जब्ती का मामला जून 2022 का है, जिसमें कार्रवाई के तहत एनआईए ने एक अप्रैल 2023 को दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दूसरा बेरूत बंदरगाह पर हुए धमाके की वजह 275 टन यानी 27,50,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट का होना था। यानी दोनों मामलों में बरामद अमोनियम नाइट्रेट की मात्रा में काफी अंतर है।

वायरल दावे को लेकर हमने दैनिक जागरण कोलकाता के ब्यूरो चीफ जे के वाजपेयी से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि यह मामला 2022 का है, जिसमें एनआईए ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में बरामद अमोनियम नाइट्रेट की मात्रा करीब 27,000 किलोग्राम थी।

वायरल पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 50 लोग फॉलो करते हैं। इस प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री शेयर की जाती है। हिंदी और अंग्रेजी समेत कुल 12 भाषाओं में विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: कोलकाता में 2022 में करीब 27000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट के साथ डेटोनेटर की जब्ती के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दो लोगों को एक अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया है। सोशल मीडिया पर इसी पुराने मामले को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वहीं, इस मामले में जब्त अमोनियम नाइट्रेट की मात्रा 27000 किलोग्राम थी, जबकि बेरूत बंदरगाह पर धमाके की वजह से 270 टन यानी 27,50,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट था।

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