Fact Check: राम मंदिर अभिषेक समारोह से पहले कानपुर में ‘जटायु’ को देखे जाने का दावा भ्रामक

22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले कानपुर में 'जटायु' को देखे जाने का दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर पिछले साल की है, जब कानपुर में हिमालयी ग्रिफॉन प्रजाति का विलुप्तप्राय गिद्ध दिखा था। इसी विलुप्तप्राय प्रजाति के गिद्ध को हालिया संदर्भ में भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: राम मंदिर अभिषेक समारोह से पहले कानपुर में ‘जटायु’ को देखे जाने का दावा भ्रामक

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो बुलेटिन के जरिए अयोध्या से महज 200 किलोमीटर दूर ‘जटायु’ को देखे जाने का दावा किया जा रहा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल हो रहा वीडियो करीब एक साल पुरानी घटना का है, जब उत्तर प्रदेश के कानपुर में विलुप्तप्राय हिमालयी प्रजाति का गिद्ध मिला था। इसी पुरानी घटना को हालिया संदर्भ में अयोध्या के निकट ‘जटायु’ मिलने के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘betulnewsbulletin and apna_epaper’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “अयोध्या से महज 200 किलोमीटर दूर जिंदा जटायु के हुए दर्शन कलयुग में भी जिंदा है।”

सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ वायरल तस्वीर।

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो बुलेटिन में टाइम्स नाउ  नवभारत का लोगो लगा हुआ है। सर्च में हमें यह वीडियो बुलेटिन टाइम्स नाउ  नवभारत के आधिकारिक एक्स हैंडल पर लगा मिला।

नौ जनवरी 2023 को साझा किए गए इस बुलेटिन को कानपुर में ‘जटायु’ दिखाई देने के संदर्भ में शेयर किया गया है। सर्च में हमें यह खबर दैनिक जागरण के कानपुर संस्करण में नौ जनवरी 2023 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर के कर्नलगंज स्थित ईदगाह कब्रिस्तान में हिमालयी प्रजाति का दुर्लभ सफेद गिद्ध मिला था। रिपोर्ट में बताया गया है कि कानपुर के चिड़ियाघर में इसी प्रजाति के तीन और गिद्धों को रखा गया है।

दैनिक जागरण के कानपुर संस्करण में नौ जनवरी 2023 को प्रकाशित खबर।

कई अन्य न्यूज रिपोर्ट में भी इसका जिक्र है। हिंदी न्यूज18 डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर में विलुप्तप्राय हिमालयी प्रजाति का गिद्ध मिला है, जिसकी लंबाई करीब छह फुट है।

यह तस्वीर इससे पहले भी समान दावे के साथ वायरल हो चुकी है, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज कर चुका है।

हमारी जांच के मुताबिक, समय-समय पर देश के कई शहरों में हिमालयी ग्रिफॉन को देखा जा चुका है। ये धीरे-धीरे लुप्त हो रहे हैं और देश के कई शहरों में इन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है।

इससे पहले जब यह तस्वीर समान संदर्भ में वयारल हुई थी, तब विश्वास न्यूज ने इस प्रजाति के गिद्ध को लेकर कानपुर में वन विभाग की अधिकारी श्रद्धा यादव से संपर्क किया था। उन्होंने विश्वास न्यूज को बताया था, “ये ग्रिफॉन गिद्ध हैं, जो अक्सर उड़कर इधर आ जाते हैं। यह पहली बार नहीं है कि ग्रिफॉन गिद्ध यहां पर आए हो। ये हिमालय की तरफ रहते हैं, लेकिन वहां पर ज्यादा सर्द हवाएं होने के कारण ये उड़कर  इधर आ जाते हैं। यह एक विलुप्तप्राय हिमालयन प्रजाति का गिद्ध है, ये धीरे-धीरे  खत्म हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार इन्हें बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।”

ईबर्ड.ओआरजी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, हिमालयी ग्रिफॉन (हिमालयी गिद्ध) विलुप्तप्राय प्रजाति  है, जिसे अक्सर समूह में देखा जाता है।

Source-ebird.org

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को  इंस्टाग्राम पर करीब 800 से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले कानपुर में ‘जटायु’ को देखे जाने का दावा भ्रामक है। वायरल तस्वीर पिछले साल की है, जब कानपुर में हिमालयी ग्रिफॉन प्रजाति का विलुप्तप्राय गिद्ध दिखा था। इसी विलुप्तप्राय प्रजाति के गिद्ध को हालिया संदर्भ में भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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