Fact Check: वडोदरा में दलित की पिटाई के वीडियो को ईसाई युवक की मॉब लिंचिंग के गलत दावे के साथ किया जा रहा वायरल

पिछले साल गुजरात के वडोदरा में दलित युवक के साथ हुई मारपीट की घटना के वीडियो को भारत में ईसाई युवक की मॉब लिंचिंग के गलत दावे के साथ साझा किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह भारत में ईसाई समुदाय के लोगों पर किए जा रहे हमले से संबंधित है। दावा किया जा रहा है कि एक ईसाई व्यक्ति की हिंदू समुदाय के लोगों ने निर्ममतापूर्वक पिटाई कर दी।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो गुजरात में हुई पुरानी घटना का है, जिसे भ्रामक दावे के साथ हालिया बताकर वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Elizabeth Thapa’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ” Brutal attack on a Christian by a Hindu mob in India, A country where mob lynchings are on the rise.” (“भारत में ईसाई पर हिंदू भीड़ का क्रूर हमला। एक देश जहां भीड़ के हमला करने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।”)

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/Shirinkhan0/status/1636576538303901698

पड़ताल

वायरल वीडियो में कुछ लोगों को एक व्यक्ति को निर्ममतापूर्वक पीटते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर 23 दिसंबर को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है।

इंडियन एक्सप्रेस में 23 दिसंबर 2022 को प्रकाशित खबर, जिसमें वडोदरा में दलित युवक की पिटाई का जिक्र है और इसी घटना के वीडियो को ईसाई युवक पर हमले के गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

रिपोर्ट के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, गुजरात के वडोदरा में दलित युवक के साथ मारपीट के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें सात लोगों को 24 वर्षीय युवा अल्पेश परमार (वंकार) को पीटते हुए देखा गया था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया।

गुजरात में कांग्रेस पार्टी के विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था।

https://twitter.com/jigneshmevani80/status/1605802553958051841

गुजराती दैनिक दिव्य भास्कर के अहमदाबाद संस्करण में 21 दिसंबर को प्रकाशित खबर मिली, जिसमें पीड़ित युवक को दलित बताया गया है।

दिव्य भास्कर में 21 दिसंबर 2022 को प्रकाशित खबर

कई अन्य रिपोर्ट्स में भी इस घटना का जिक्र है, जिसमें पीड़ित युवक को दलित बताया गया है। वायरल वीडियो को लेकर हमने जागरण गुजराती के डिप्टी एडिटर राजेंद्र सिंह परमार से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “इस घटना में पीड़ित युवक दलित था।”

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो गुजरात के वडोदरा में हुई पुरानी घटना का है, जिसमें पीड़ित दलित समुदाय का व्यक्ति था।

निष्कर्ष: पिछले साल गुजरात के वडोदरा में दलित युवक के साथ हुई मारपीट की घटना के वीडियो को भारत में ईसाई युवक की मॉब लिंचिंग के गलत दावे के साथ साझा किया जा रहा है।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के लिहाज से 2022 उतार-चढ़ाव से भरा रहा और इस दौरान विश्वास न्यूज ने करीब 1500 से अधिक फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को प्रकाशित किया, जिनका विश्लेषण 2022 के Misinformation Trends की जानकारी देता है। विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।

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