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Fact Check: 2017 में ऑस्ट्रेलिया में हुए प्रदर्शन की तस्वीर को हिंडेनबर्ग विवाद से जोड़कर किया जा रहा वायरल

ऑस्ट्रेलिया के कांगो बीच पर उत्तरी क्वींसलैंड में प्रस्तावित कोयला खनन पर रोक लगाए जाने के मामले में अडाणी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन की 2017 की तस्वीर को हिंडेनबर्ग विवाद से जोड़कर हालिया विरोध प्रदर्शन का बताकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिेंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद भारतीय कारोबारी गौतम अडाणी की कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में आई और विपक्षी दलों की तरफ से इस मामले की जांच कराए जाने की मांग के बीच सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि अडाणी समूह के खिलाफ विरोध का सिलसिला केवल देश तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के बाहर ऑस्ट्रेलिया में भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में दावे को भ्रामक और गुमराह करने वाला पाया। ऑस्ट्रेलिया में अडाणी समूह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की जिस तस्वीर को हाल का बताकर शेयर किया जा रहा है, वह वास्तव में 2017 में हुई विरोध प्रदर्शन का है, जिसे हिंडेनबर्ग विवाद से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Hyderabad Congress Sevadal’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”Protests in Australia against Adani! It’s spreading like wildfire! Only @RBI and @SEBI_India
mutely following orders from their masters! @TheEconomist @BBCWorld @FT
@INCIndia @washingtonpost @AFP @nytimes
@WSJ #HindenburgReport”

(”ऑस्ट्रेलिया में अडाणी के खिलाफ प्रदर्शन। यह जंगल की आग की तरह फैल रहा है। केवल आरबीआई और सेबी चुपचाप अपने आका के आदेश को फॉलो कर रहे हैं।”)

कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ हाल का बताकर शेयर किया है।

पड़ताल


वायरल पोस्ट में नजर आ रही तस्वीर में लोगों के समूह को ”STOP ADANI” का प्लाकार्ड लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर के ऑरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में कई पुरानी रिपोर्ट्स का लिंक मिला, जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। सबसे पुरानी तस्वीर फ्लिकर डॉटकॉम की वेबसाइट पर लगी मिली, जिसमें इसे 2017 में ऑस्ट्रेलिया के कॉन्गो बीच पर हुए विरोध प्रदर्शन का बताया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक विरोध प्रदर्शन करने वाले लोग ऑस्ट्रेलियाई सरकार से उत्तरी क्वींसलैंड में प्रस्तावित कोयले के खनन पर रोक लगाए जाने की मांग कर रहे थे।

14 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित एक अन्य रिपोर्ट में भी इस तस्वीर का इस्तेमाल समान संदर्भ में किया गया है। इसके बाद के वर्षों में छपी कई अन्य रिपोर्ट में भी इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रही तस्वीर 2017 में ऑस्ट्रेलिया में हुई विरोध प्रदर्शन की है। तस्वीर को लेकर हमने ऑस्ट्रेलिया में काम करने वाले स्वतंत्र पत्रकार अमित चौधरी से संपर्क किया। उन्होंने बताया, ”हाल फिलहाल में यहां ऐसा कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ है और यह तस्वीर 2017 में हुई विरोध प्रदर्शन की है।”

गौरतलब है कि हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडाणी ग्रुप के शेयरों के बाजार पूंजीकरण में व्यापक गिरावट आई है। इस मुद्दे को लेकर संसद में भी घमासान की स्थिति देखने को मिली। विपक्षी दल इस मामले की संसद या सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से जांच कराए जाने की मांग कर रहा है। गौरतलब है कि इस विवाद की वजह से अडाणी समूह को अपना एफपीओ भी वापस लेना पड़ा है।

वायरल तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब डेढ़ हजार लोग फॉलो करते हैं।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम के लिहाज से 2022 उतार-चढ़ाव से भरा रहा और इस दौरान विश्वास न्यूज ने करीब 1500 से अधिक फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को प्रकाशित किया, जिनका विश्लेषण 2022 के Misinformation Trends की जानकारी देता है। विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: ऑस्ट्रेलिया के कांगो बीच पर उत्तरी क्वींसलैंड में प्रस्तावित कोयला खनन पर रोक लगाए जाने के मामले में अडाणी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन की 2017 की तस्वीर को हिंडेनबर्ग विवाद से जोड़कर हालिया विरोध प्रदर्शन का बताकर वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : ऑस्ट्रेलिया में शुरू हुआ अडाणी के खिलाफ प्रदर्शन।
  • Claimed By : Twitter User-Hyderabad Congress Sevadal
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