Fact Check: मैडम तुसाद संग्रहालय के आर्टिस्ट्स के साथ 2016 की PM मोदी की पुरानी तस्वीर फिर से फेक दावे से वायरल
मेकअप आर्टिस्ट के दावे के साथ वायरल हो रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वास्तव में 2016 की पुरानी तस्वीर है, जब मैडम तुसाद संग्रहालय में नरेंद्र मोदी का स्टैचू लगाने के लिए वहां के आर्टिस्ट्स और एक्सपर्ट्स ने प्रधानमंत्री निवास जाकर उनका माप लिया था। उनकी इसी तस्वीर को इस फेक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विशेष रूप से मेकअप आर्टिस्ट रखा गया है, जिसके वेतन पर 15 लाख रुपये का खर्च किया जाता है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Aug 3, 2023 at 01:53 PM
- Updated: Aug 3, 2023 at 02:09 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें महिला मेकअप आर्टिस्ट को उनके चेहरे की नाप लेते हुए देखा जा सकता है। इस तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह प्रधानमंत्री के लिए विशेष तौर पर मेकअप आर्टिस्ट को रखा गया है, जिसके लिए 15 लाख रुपये प्रति महीने का खर्च किया जाता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। प्रधानमंत्री की वायरल हो रही तस्वीर वास्तव में पुरानी है। मैडम तुसाद म्यूजियम में पीएम मोदी का स्टैचू लगाने के लिए आर्टिस्ट और एक्सपर्ट्स की टीम ने 2016 में प्रधानमंत्री आवास पर जाकर उनका नाप लिया था। इसी पुरानी तस्वीर को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
क्या है वायरल?
सोशल मीडिया यूजर ‘Sameer Khan’ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाली ग्राफिक्स (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें 15 लाख रुपये के वेतन पर मेकअप आर्टिस्ट को रखे जाना का दावा किया गया है।
कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किए जाने पर ‘Madame Tussauds London’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 16 मार्च 2016 को अपलोड किया गया वीडियो मिला, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेकअप आर्टिस्ट और एक्सपर्ट्स की टीम के साथ देखा जा सकता है।
दी गई जानकारी के मुताबिक, मैडम तुसाद संग्रहालय में नरेंद्र मोदी के स्टैचू निर्माण के लिए वहां काम करने वाले आर्टिस्ट्स की टीम को प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय दिया गया था और इसके बाद नई दिल्ली स्थित आवास पर संग्रहालय की आर्टिस्ट टीम और एक्सपर्ट्स ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उनका माप लिया था।
कई अन्य न्यूज रिपोर्ट्स में भी मैडम तुसाद संग्रहालय के आर्टिस्ट और विशेषज्ञों के साथ प्रधानमंत्री की मुलाकात का जिक्र है। यह पहली बार नहीं है, जब इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल किया गया है।
इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर अलग-अलग संदर्भ में अक्सर शेयर किया जाता रहा है। किसान आंदोलन के दौरान भी उनकी इस तस्वीर को फेक दावे के साथ वायरल किया गया था, जिसकी जांच विश्वास न्यूज ने की थी। संबंधित फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए हमने भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने वायरल दावे को गलत बताते हुए इसे पीएम के खिलाफ दुष्प्रचार बताया।
वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित सामग्री शेयर की जाती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंधित फेक व भ्रामक दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: मेकअप आर्टिस्ट के दावे के साथ वायरल हो रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वास्तव में 2016 की पुरानी तस्वीर है, जब मैडम तुसाद संग्रहालय में नरेंद्र मोदी का स्टैचू लगाने के लिए वहां के आर्टिस्ट्स और एक्सपर्ट्स ने प्रधानमंत्री निवास जाकर उनका माप लिया था। उनकी इसी तस्वीर को इस फेक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विशेष रूप से मेकअप आर्टिस्ट रखा गया है, जिसके वेतन पर 15 लाख रुपये का खर्च किया जाता है।
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