अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में 9 दिसंबर को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो 2020 में गलवान और सिक्किम में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुए संघर्ष का वीडियो है, जिसे भ्रामक दावे के साथ हाल का बताकर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हुई हालिया झड़प के बाद सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिन्हें इस घटना का बताया जा रहा है। ऐसे ही कुछ वीडियो में पहाड़ी इलाके में सैनिकों के बीच हाथापाई का एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह तवांग सेक्टर में हुई हालिया सैन्य झड़प का है।
हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहा दोनों वीडियो पुराना है, जो दो अलग-अलग जगह पर हुई सैन्य झड़प की घटनाओं से संबंधित है। गलवान संघर्ष के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हुए कई पुराने वीडियो को तवांग सेक्टर में हुई सैन्य झड़प के बाद सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ साझा किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘राष्ट्रवादी शशांक’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”300 से अधिक चीनी सैनिक और लगभग 150 भारतीय सैनिक तवांग संघर्ष का हिस्सा थे। लगभग 100 चीनी सैनिक घायल हुए, 12 IA द्वारा पकड़े गए (बाद में रिहा) जबकि घायल IA सैनिकों की संख्या 20 से कम है।
नया भारत घर मे घुस कर मारता है।”
एक अन्य यूजर्स ने एक दूसरे वीडियो को इसी सैन्य संघर्ष का बताते हुए समान दावे के साथ शेयर किया है।
दोनों ही वीडियो में किसी पहाड़ी इलाके में सैनिकों के बीच हो रही झड़प को देखा जा सकता है।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई सैन्य झड़प की घटना के सामने आने के बाद 13 दिसंबर को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों में बयान देकर स्थिति को स्पष्ट किया। रक्षा मंत्री के बयान के मुताबिक, अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांगशे एरिया में 9 दिसंबर 2022 को चीनी सैनिकों ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को बदलने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण की इस कोशिश का भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया और चीनी सैनिकों को वापस जाने पर मजबूर कर दिया।
सिंह ने बताया कि इस झड़प में भारतीय सेना के किसी जवान की न तो मृत्यु हुई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है।
इसमें बर्फीली पहाड़ी इलाके में सैनिकों को भिड़ते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह वीडियो भारतीय डिफेंस नाम के इंस्टाग्राम यूजर्स की प्रोफाइल पर लगा मिला। 22 जून 2020 को अपलोड किए गए इस वीडियो को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच के संघर्ष का बताया गया है।
यही वीडियो हमें एनडीटीवी के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर मिला, जिसे दो साल पहले अपलोड किया गया है।
दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो लद्दाख में हुई सैन्य झड़प के बाद सिक्किम में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प का है, जहां भारतीय सैनिकों को चीनी अधिकारी को घूंसा मारते हुए देखा जा सकता है।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि वयारल हो रहा वीडियो गलवान घाटी में हुई सैन्य झड़प के बाद से सोशल मीडिया पर वायरल है।
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह वीडियो इंडिया टुडे के पत्रकार शिव अरूर के ट्विटर हैंडल पर लगा मिला। 17 जून 2020 को इस वीडियो को ट्वीट करते हुए उन्होंने इसे पैगॉन्ग में चीनी सैनिकों के उकसावे की कार्रवाई के बाद भारतीय सेना के जवाबी प्रतिक्रिया का बताते हुए शेयर किया है।
एक अन्य यू-ट्यूब यूजर ‘SSBWarrior – The Front Line Warriors’ ने करीब दो साल पहले इस वीडियो को अपने चैनल से शेयर करते हुए भारत और चीनी सैनिकों के बीच के संघर्ष का बताया है। दी गई जानकारी में बताया गया है कि भारतीय सैनिकों ने चीन के लड़ाकू वाहन को भी अपने कब्जे में ले लिया।
वायरल वीडियो में भारतीय सैनिकों को एक चीनी सैनिक को कब्जे में लिए हुए देखा जा सकता है।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि दोनों ही वीडियो भारत और चीनी सैनिकों के बीच अलग-अलग सीमाई इलाकों में हुए सैन्य संघर्ष का है, जिसे तवांग सेक्टर में हुए हालिया सैन्य संघर्ष का बताकर वायरल किया जा रहा है।
तवांग सेक्टर में हुई झड़प के बाद से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर भारतीय सेना की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। दोनों ही वायरल हो रहे वीडियो को सेना के प्रवक्ता के साथ साझा किया है और उनका जवाब आने पर इस रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा।
गौरतलब है कि गलवान संघर्ष के बाद भी वायरल वीडियो का न तो सेना की तरफ से खंडन किया गया और न ही पुष्टि। विश्वास न्यूज दोनों ही वायरल वीडियो के लोकेशन की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन हम इसकी पुष्टि करते हैं कि यह दोनों ही वीडियो 2020 के गलवान संघर्ष के बाद का वीडियो है, जिसे तवांग सेक्टर में हुई सैन्य झड़प का बताकर वायल किया जा रहा है।
इससे पहले भी एक वीडियो समान दावे के साथ वायरल हुआ था, जिसमें घायल चीनी सैनिकों को देखा जा सकता था। दावा किया गया था कि वह वीडियो तवांग में हुई सैन्य झड़प से संबंधित है। हालांकि, हमने अपनी फैक्ट चेक में पाया कि वह वीडियो भी पुराना था, जिसे हाल का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया।
निष्कर्ष: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में 9 दिसंबर को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो 2020 में गलवान और सिक्किम में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुए संघर्ष का वीडियो है, जिसे भ्रामक दावे के साथ हाल का बताकर वायरल किया जा रहा है।
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